वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

शहरी विकास

सार्वजनिक हरित स्थलों को बढ़ावा देने का जैवविविधता, जलवायु, स्वास्थ्य और वायु गुणवत्ता पर सकारात्मकअसर होता है.
© Unsplash/Nerea Martí Sesarin

टिकाऊ भविष्य के लिए कार्रवाई में, शहरों की अहम भूमिका

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सचेत किया है कि एक टिकाऊ भविष्य के लिए प्रयासों में, शहरों की महत्वपूर्ण भूमिका है और यह सुनिश्चित किया जाना होगा कि प्रभावी बहुपक्षवाद का लाभ सर्वजन तक पहुँचे. महासचिव ने टिकाऊ शहरीकरण पर केन्द्रित यूएन एजेंसी – यूएन पर्यावास (UN-Habitat) ऐसेम्बली के दूसरे सत्र के दौरान सोमवार को अपने वीडियो सम्बोधन में यह बात कही है.

यह सुनिश्चित करने के लिए कि शहरी गतिशीलता प्रणाली और सार्वजनिक स्थान सुरक्षित, समावेशी और लिंग-उत्तरदायी होने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, भारत के शहरों में महिलाओं के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन का निर्माण करें.
UNIC India/Rohit Karan

भारत: शहरों में सार्वजनिक परिवहन को, महिलाओं के लिए सुरक्षित व सुलभ बनाना

भारत में शहरों के विकास के साथ-साथ, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सार्वजनिक परिवहन सभी के लिए सुरक्षित और सुलभ हो, विशेष रूप से महिलाओं के लिए. ये एक नए, ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनने की दिशा में अहम क़दम है, इसके लिए महिलाओं के विकास से, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की ओर बढ़ना होगा.

विश्व शहरी फ़ोरम का आयोजन पोलैण्ड के कैटोविचे शहर में किया गया है.
UN Habitat

वैश्विक महामारी के बाद पुनर्बहाली के लिये, समावेशी शहरों की अहमियत पर बल

विश्व के शहरी इलाक़ों में रूपान्तरकारी बदलाव लाने पर केन्द्रित एक संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन, विश्व शहरी फ़ोरम (World Urban Forum) रविवार को पोलैण्ड के कैटोविचे शहर में आरम्भ हुआ, जोकि इस सप्ताह जारी रहेगा. सम्मेलन के दौरान दुनिया भर से आए प्रतिनिधि शहरी इलाक़ों में व्याप्त संकट से उबरने और बेहतर पुनर्निर्माण उपायों समेत अन्य समाधानों पर विचार-विमर्श में हिस्सा लेंगे.

बुर्किना फ़ासो जैसे विकासशील देशों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अतिरिक्त मदद की ज़रूरत है.
©UNICEF/Vincent Tremeau

शहरी और स्थानीय निकायों को 'लोक-कल्याण सुनिश्चित करना होगा'

संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष तिजानी मोहम्मद-बाँडे ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 फैलाव का ऊँचा स्तर और उसकी गम्भीरता विकसित और विकासशील देशों में समान रूप में महसूस की जा रही है, लेकिन जवाबी कार्रवाई में विश्व की दो-तिहाई आबादी का विशेष ध्यान रखा जाना होगा जो इस लड़ाई में पीछे छूट जाने के जोखिम का सामना कर रही है. 
 

दक्षिण अमेरिका में पेरू की राजधानी लीमा का नज़ारा.
World Bank/Franz Mahr

टिकाऊ और समावेशी विकास में शहरों की अहम भूमिका

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ‘C-40 वर्ल्ड मेयर्स समिट’ को संबोधित करते हुए ध्यान दिलाया है कि टिकाऊ और समावेशी विकास को हासिल करने के प्रयासों में दुनिया भर में शहर अग्रिम मोर्चे पर खड़े हैं. डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगेन में गुरुवार को शुरू हुई यह शिखर वार्ता दो दिन तक चलेगी जिसमें C-40 गठबंधन के सदस्य शहरों ने टिकाऊ खाद्य नीतियों को लागू करने का संकल्प लिया है ताकि जलवायु आपात स्थिति से निपटा जा सके.

तकनीक की मदद से सुनियोजित और स्मार्ट प्रबंधन वाले शहरों का विकास संभव है.
UN-Habitat

विश्व पर्यावास दिवस: कचरे को संपदा में बदलने पर ज़ोर

कचरे की बढ़ती समस्या सार्वजनिक स्वास्थ्य, पर्यावरण और जलवायु पर हानिकारक असर डाल रही है लेकिन आधुनिकतम तकनीक और नवप्रवर्तन (इनोवेशन) के ज़रिए इस चुनौती का बेहतर और सस्ता समाधान भी तलाश किया जा सकता है. सोमवार को विश्व पर्यावास दिवस (World Habitat Day) पर संदेश दिया गया है कि शहरों और समुदायों को कचरे की उपलब्धता को एक व्यवसायिक अवसर के रूप में देखना होगा.