वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

शांतिरक्षक

बुर्किना फासो की मुख्य वारंट अधिकारी अलीजेता काबोर किंडा, जो वर्तमान में माली (मिनुस्मा) में संयुक्त राष्ट्र बहुआयामी एकीकृत स्थिरीकरण मिशन में सेवारत हैं, को 2022 संयुक्त राष्ट्र महिला पुलिस अधिकारी का वर्ष पुरस्कार मिलेगा.
UNPOL

बुर्कीना फ़ासो की शान्तिरक्षक, वर्ष की सर्वश्रेष्ठ यूएन पुलिस अधिकारी

माली में सेवारत बुर्कीना फ़ासो की एक शान्तिरक्षक को प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय समुदायों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने के उनके प्रयासों के लिये सम्मानित किया गया है. इनमें लिंग आधारित हिंसा के पीड़ित भी हैं. 

माली में संयुक्त राष्ट्र मिशन (MINUSMA).
MINUSMA/Harandane Dicko

माली में यूएन शांति रक्षकों पर हमले की निंदा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने माली में संगठन के बहुपक्षीय एकीकृत स्थिरता मिशन (MINUSMA) के ख़िलाफ़ रविवार को हुए दो अलग-अलग हमलों की तीखी भर्त्सना की है.  इन हमलों में एक शांति रक्षक की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. 

दक्षिण सूडान में शांतिरक्षक दिवस पर समारोह का आयोजन.
UNMISS\Nektarios Markogiannis

शांति और सुरक्षा कायम रखने में अहम भूमिका निभाते शांतिरक्षक

हिंसा से आम नागरिकों को बचाने के लिए यूएन शांतिरक्षक हर दिन अपनी जान को जोखिम में डालते हैं. 29 मई को अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक दिवस पर दुनिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में शांतिरक्षकों की अहम भूमिका को याद किया जा रहा है.

माली में यूएन शांतिरक्षकों का निरीक्षण करते महासचिव एंतोनियो गुटेरेश.
MINUSMA

संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों को और मज़बूती प्रदान करने की अपील

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन शांतिरक्षा मिशनों की सराहना करते हुए उन्हें और मज़बूत और सुरक्षित बनाए जाने की बात कही है. न्यूयॉर्क में मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने रेखांकित किया कि यूएन शांति मिशन जिन कमियों का सामना कर रहे हैं उन्हें पूरा किया जाना चाहिए ताकि उन लोगों की सेवा में अच्छे परिणाम दिए जा सकें जिनके लिए वे काम कर रहे हैं.

दुनिया के कई ख़तरनाक इलाक़ों में स्वीडन अपने सैनिकों और पुलिसकर्मियों को भेजता है.
UN Photo/Harandane Dicko

शांतिरक्षा अभियानों को मज़बूती देती महिलाएं

शांतिरक्षा के प्रयासों में जिस तरह व्‍यापक मानवीय दृष्टिकोण का समावेश बढ़ रहा है, उसमें शांतिरक्षा परिवार में महिलाओं की संख्‍या बढ़ती जा रही है. महिलाओं को पुलिस, सैन्‍य और असैन्‍य सभी क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है जिससे शांति स्‍थापना में महिलाओं की भूमिका को समर्थन देने तथा महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण, दोनों पर अनुकूल असर पड़ा है.