शांतिपूर्ण प्रदर्शन

ईरान की तथाकथित नैतिकता पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद स्वीडन के स्टॉकहोम में प्रदर्शनकारी एकत्र हुए.
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ईरान: शान्तिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों पर दमनात्मक कार्रवाई, स्वतंत्र अन्तरराष्ट्रीय जाँच की मांग

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने ईरान में महसा अमीनी नामक महिला की मौत के बाद भड़के विरोध-प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों की दमनात्मक कार्रवाई और उसमें प्रदर्शनकारियों के मारे जाने की निन्दा की है, और इन घटनाओं की विस्तृत व स्वतंत्र जाँच कराए जाने की मांग की है. महसा अमीनी को कथित तौर पर सही तरीक़े से हिजाब नहीं पहनने के आरोप में  गिरफ़्तार किया गया था और फिर पुलिस हिरासत में ही उनकी मौत हो गई थी.  

निगरानी के लिए टैक्नॉलजी पर निर्भरता से निजता के अधिकारों पर असर पड़ा है.
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निगरानी के लिए डिजिटल टैक्नॉलॉजी के अभूतपूर्व इस्तेमाल पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने देशों और व्यवसायों से आग्रह किया है कि डिजिटल टैक्नॉलॉजी का इस्तेमाल करते समय यह सुनिश्चित किया जाना ज़रूरी है कि इससे लोगों के शान्तिपूर्ण ढँग से एकत्र होने, अभिव्यक्ति की आज़ादी और सार्वजनिक मुद्दों में भागीदारी से सम्बन्धित बुनियादी अधिकारों का हनन ना हो.