शान्ति प्रक्रिया

पूर्वी येरूशलम और पश्चिमी तट के रामल्ला के बीच स्थित क़लण्डिया चैक प्वाइंट.
UN News/Shirin Yaseen

मध्य पूर्व: आतंकवाद या आम लोगों के विरुद्ध हमले, किसी भी रूप में ‘न्यायोचित नहीं’

मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक टॉर वैनेसलैण्ड ने कहा है कि इसराइल द्वारा क़ाबिज़ फ़लस्तीनी क्षेत्र - पश्चिमी तट में हाल के दिनों में हुई हिंसा और इसराइल में आतंकी हमलों में अनेक आम लोग हताहत हुए हैं, और आम नागरिकों के विरुद्ध हिंसा व आतंकी कृत्यों को किसी भी तरह से जायज़ नहीं ठहराया जा सकता है.

दक्षिण सूडान में एक स्थानीय बाज़ार.
© UNICEF/Sebastian Rich

'प्रतिबन्ध हैं अहम औज़ार', मानवीय सहायता पर उनके असर की रोकथाम पर बल

संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को सुरक्षा परिषद में सदस्य देशों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ दशकों में प्रतिबन्ध व्यवस्थाओं में बदलाव आया है और इन औज़ारों के इस्तेमाल से आम नागरिकों पर होने वाले नकारात्मक प्रभावों में कमी लाने के लिये प्रयासों की आवश्यकता है.

फ़लस्तीनी बच्चे अपनी खिड़की से बाहर क्षतिग्रस्त इमारतों को देख रहे हैं.
© UNICEF/Eyad El Baba

मध्य पूर्व शान्ति प्रयासों पर मीडिया सेमिनार – ‘हम उम्मीद नहीं खो सकते हैं’

इसराइल व फ़लस्तीन के बीच दशकों से चले आ रहे टकराव के शान्तिपूर्ण निपटारे को बढ़ावा और फ़लस्तीन के प्रश्न पर सार्वजनिक जागरूकता का प्रसार, इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र की एक अन्तरराष्ट्रीय मीडिया सेमिनार के दौरान चर्चा के केंद्र में है. 

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में एक सड़क पर यातायात का नज़ारा. (फ़ाइल फोटो)
UNAMA/Nasim Fekrat

अफ़ग़ान शान्ति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिये इस्ताम्बुल में होगा सम्मेलन

संयुक्त राष्ट्र, तुर्की और क़तर ने अफ़ग़ान सरकार और तालेबान संगठन के प्रतिनिधियों के बीच एक उच्चस्तरीय व समावेशी बैठक, 24 अप्रैल से 4 मई 2021 तक साझा रूप से आयोजित करने की घोषणा की है. तुर्की के इस्ताम्बुल शहर में आयोजित की जाने वाली इस वार्ता का उद्देश्य, अफ़ग़ानिस्तान में शान्ति स्थापना के लिये प्रयासों को मज़बूती देना और देश में मौजूदा संकट के राजनैतिक समाधान की तलाश करना है. 

अफ़ग़ानिस्तान के कान्दहार में बच्चे एक क्षतिग्रस्त टैंक पर खेल रहे हैं.
UNAMA Photo/Mujeeb Rahman Hotaki

अफ़ग़ानिस्तान: हिंसा पर विराम, समावेशी शान्ति प्रक्रिया की दरकार

अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि डेबराह लियोन्स ने कहा है कि अफ़ग़ान जनता की पीड़ा, विस्थापन और मौतों के सिलसिले पर अब विराम लगाया जाना होगा. उन्होंने मंगलवार को सुरक्षा परिषद में सदस्य देशों को देश में मौजूदा हालात से अवगत कराते हुए कहा कि यह समय परिस्थितियों की समीक्षा करने और शान्ति मार्ग पर आगे बढ़ने के लिये ज़रूरी प्रयासों को समर्थन दिये जाने का है.

यमन के फ़ज़ल में टैण्ट में रह रहा एक विस्थापित परिवार.
UNOCHA/Giles Clarke

यमन में हालात ‘नाटकीय ढंग से बिगड़ने’ की चेतावनी

यमन में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि हिंसक संघर्ष से पीड़ित देश में हाल के दिनों में परिस्थितियाँ नाटकीय ढंग से ख़राब हुई हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष दूत, मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद को, मौजूदा घटनाक्रम से अवगत कराते हुए बताया कि दुनिया के सबसे बदतर मानवीय संकट से जूझते देश यमन में, हिंसा ने अनेक नए मोर्चों को अपनी चपेट में ले लिया है.  

यमन के फ़ज़ल में टैण्ट में रह रहा एक विस्थापित परिवार.
UNOCHA/Giles Clarke

यमन: मानवीय सहायता के लिये धनराशि का वादा ‘निराशाजनक’ 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यमन के लिये मानवीय राहत का इन्तज़ाम करने के लिये आयोजित 'सहायता राशि संकल्प सम्मेलन' के नतीजे को निराशाजनक क़रार दिया है. यूएन प्रमुख ने बताया कि पिछले वर्ष की मानवीय राहत कार्रवाई की तुलना में आधी संख्या में ही संकल्प व्यक्त किये गए हैं और संकल्प की धनराशि, वर्ष 2019 के आँकड़े की तुलना में एक अरब डॉलर कम है. 

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में पुल-ए-ख़ेश्ती मस्जिद.
UNAMA/Freshta Dunia

अफ़ग़ानिस्तान: तीन वर्षों में 65 मीडियाकर्मियों व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को गँवानी पड़ी ज़िन्दगी

हाल के वर्षों में अफ़ग़ानिस्तान में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और मीडियाकर्मियों पर हमलों और उनके मारे जाने की घटनाओं में तेज़ बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNAMA) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि वर्ष 2018 से अब तक देश में 65 पत्रकार, मीडियाकर्मी और मानवाधिकार कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं. सितम्बर 2020 में अफ़ग़ान शान्ति प्रक्रिया की शुरुआत के बाद से 31 जनवरी 2021 तक कम से कम 11 मानवाधिकार कार्यकर्ता और मीडियाकर्मी लक्षित हमलों में मारे गए हैं. 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव की कार्यकारी विशेष प्रतिनिधि स्टेफ़नी विलियम्स जिनीवा में मध्यस्थता प्रयासों के दौरान बैठक में शिरकत करते हुए.
UN Photo/Violaine Martin

लीबिया: सुरक्षित व समृद्ध भविष्य की ओर अग्रसर, मगर चुनौतियाँ बरक़रार

लीबिया में संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अधिकारी ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद को देश में मौजूदा हालात से अवगत कराते हुए कहा है कि वर्षों की राजनैतिक अस्थिरता और हिंसक संघर्ष के बाद देश शान्ति पथ पर ठोस प्रगति की ओर अग्रसर है.

लीबिया के बेनग़ाज़ी शहर में ध्वस्त इमारतों के मलबे के बीच से गुज़रते बच्चे.
OCHA/Giles Clarke

लीबिया: राष्ट्रीय चुनाव दिसम्बर 2021 में कराए जाने की घोषणा

लीबिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNSMIL) की प्रमुख स्टेफ़नी विलियम्स ने देश में राष्ट्रीय चुनाव 24 दिसम्बर 2021 को कराए जाने की बात कही है. उन्होंने ट्यूनीशिया की राजधानी ट्यूनिस में बातचीत शुरू होने के एक सप्ताह बाद एक वर्चुअल प्रैस वार्ता के दौरान चुनाव सम्बन्धी घोषणा की है.