चैटजीपीटी: रोज़गार हानि होने की आशंका कम, पूरक के तौर पर काम करने की सम्भावना अधिक
अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, चैटजीपीटी (ChatGPT) से मौजूदा रोज़गारों के ख़त्म हो जाने के बजाय इस बात की सम्भावना अधिक है कि ये टैक्नॉलॉजी एक पूरक के तौर पर काम करेगी. विश्लेषण बताता है कि इस टैक्नॉलॉजी का बड़ा असर नौकरियों की गुणवत्ता, विशेष रूप से कामकाज की गहनता व स्वायत्तता पर होगा.