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सैन्य तख़्तापलट

म्याँमार की एक बस्ती का दृश्य.
Unsplash/Ajay Karpur

म्याँमार: सैन्य बलों द्वारा आम लोगों पर हवाई हमले की कठोर निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने म्याँमार के सैन्य बलों द्वारा सगाइंग क्षेत्र की कानबालू बस्ती में आम लोगों पर किए गए हमले की कठोर निन्दा की है, और दोषियों की जवाबदेही तय किए जाने की मांग की है. इस हमले में लगभग 100 लोगों के मारे जाने की आशंका व्यक्त की गई है, जिनमें महिलाएँ व बच्चे भी हैं.

म्याँमार के यंगून में एक महिला अपने अस्थाई घर में अपने बच्चे के साथ.
© UNICEF/Nyan Zay Htet

म्याँमार: सैन्य तख़्तापलट का लोगों पर विनाशकारी असर, पीड़ा रोके जाने का आग्रह

म्याँमार के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत नोएलीन हेज़र ने गुरूवार को यूएन महासभा की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए सचेत किया कि क्रूरतापूर्ण सैन्य तख़्तापलट के परिणामस्वरूप उभरी हिंसा, देश में चिन्ताजनक स्तर पर अब भी जारी है और लोग कठिन हालात में जीवन गुज़ार रहे हैं.

म्याँमार के काचीन प्रान्त में एक विस्थापित बच्चा.
OCHA/P. Peron

म्याँमार: मानवाधिकार हनन और ‘स्तब्धकारी हिंसा’ से धूमिल हो रही आशा

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) ने मानवाधिकार परिषद को बताया है कि म्याँमार में सैन्य बलों द्वारा अपने ही देश के लोगों के विरुद्ध, मनमाने ढंग से घातक हिंसा का इस्तेमाल जारी है, और यह बढ़ते मानवीय संकट व बद से बदतर होती आर्थिक स्थिति के बीच हो रहा है.

म्याँमार में सैन्य तख़्तापलट के विरोध में जन प्रदर्शन
Unsplash/Pyae Sone Htun

म्याँमार: सैन्य नेतृत्व की वैधता नकारे जाने का आग्रह, समन्वित कार्रवाई पर बल

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से, म्याँमार में सैन्य नेतृत्व की वैधता को तुरन्त नकारने का आग्रह किया है. म्याँमार में मानवाधिकारों की स्थिति पर विशेष रैपोर्टेयर टॉम एंड्रयूज़ ने, देश में सैन्य तख़्तापलट की घटना के तीसरे साल में प्रवेश करने पर, मंगलवार को न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट भी जारी की है.

म्याँमार में सैन्य तख़्तापलट के विरोध में अमेरिकी शहर वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन.
Unsplash/Gayatri Malhotra

म्याँमार: 'मानवाधिकारों के व्यवस्थागत हनन' को रोकने के लिये, सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव नाकाफ़ी

म्याँमार में मानवाधिकारों की स्थिति पर स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ टॉम एंड्रयूज़ ने आगाह किया है कि यूएन सदस्य देशों द्वारा मज़बूत, समन्वित कार्रवाई के अभाव में, देश के हालात बिगड़ने की आशंका है. फ़रवरी 2021 में म्याँमार में सैन्य तख़्तापलट होने के बाद से अब तक, सुरक्षा परिषद ने बुधवार को अपना पहला प्रस्ताव पारित किया, मगर यूएन विशेषज्ञ ने इसके मसौदे को अपर्याप्त बताया है.

म्याँमार में युवजन, लोकतंत्र के समर्थन में हो रहे एक प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए.
Unsplash/Pyae Sone Htun

म्याँमार: यूएन विशेष दूत की प्रथम देश यात्रा

म्याँमार के लिये संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत नोएलीन हेयज़ेर ने अक्टूबर 2021 में अपनी यह ज़िम्मेदारी संभालने के बाद, पहली बार देश की यात्रा की है.

म्याँमार में, देश के भीतर ही विस्थापित हुए लोगों के लिये बनाए गए एक शिविर में, कुछ लड़कियाँ पानी भरते हुए.
UNOCHA/Z. Nurmukhambetova

म्याँमार: नौ लाख से अधिक आन्तरिक विस्थापितों के समक्ष कठिन चुनौतियाँ

संयुक्त राष्ट्र ने अपने एक नए अपटेड में बताया है कि म्याँमार में टकराव और अस्थिरता के कारण देश की सीमाओं के भीतर विस्थापित होने वाले लोगों की संख्या 9 लाख 12 हज़ार से अधिक पहुँच गई है. इनमें साढ़े पाँच लाख से अधिक लोग फ़रवरी 2021 में सैन्य तख़्तापलट के बाद से विस्थापित हुए हैं. 

म्याँमार में सैन्य तख़्तापलट के विरोध में जन प्रदर्शन
Unsplash/Pyae Sone Htun

म्याँमार: मानवाधिकार हनन के अति-गम्भीर मामले, पुख़्ता व समन्वित कार्रवाई की पुकार

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने मंगलवार को बताया है कि म्याँमार में फ़रवरी 2021 में सैन्य तख़्तापलट के बाद से अब तक, सुरक्षा बलों के हाथों एक हज़ार 600 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि साढ़े 12 हज़ार से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है.

यूएन के विशेष रैपोर्टेयर के अनुसार, म्याँमार में सैन्य तख़्तापलट के बाद हालात बद से बदतर हुए हैं.
Asian Development Bank

म्याँमार: 'आम लोगों पर हमलों में इस्तेमाल' किये गए हथियारों पर पाबन्दी की मांग  

म्याँमार में मानवाधिकारों की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष रैपोर्टेयर टॉम एण्ड्रयूज़ ने मानवाधिकार परिषद के लिये अपनी एक नई रिपोर्ट में कहा है कि देश के सैन्य नेतृत्व को ऐसे हथियार मुहैया कराए जाने पर तुरन्त रोक लगानी होगी, जिनका इस्तेमाल कथित रूप से - आम लोगों के विरुद्ध हमले करने में किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार म्याँमार को हथियार आपूर्ति करने वाले देशों में, सुरक्षा परिषद के दो स्थाई सदस्य देश भी हैं.

म्याँमार में युवजन, लोकतंत्र के समर्थन में हो रहे एक प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं.
Unsplash/Pyae Sone Htun

म्याँमार: आम लोगों की आवाज़ सर्वोपरि, यूएन प्रमुख का आग्रह 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने म्याँमार में सैन्य तख़्तापलट का एक वर्ष पूरे होने के मौक़े पर, आम लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की है, और देश के समावेशी व लोकतांत्रिक समाज की दिशा में लौटने के लिये क़दम बढ़ाने का आहवान किया है. म्याँमार में सैन्य नेतृत्व ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई आंग सान सू ची सरकार को, एक फ़रवरी 2021 को बेदख़ल कर दिया था, जिसके बाद से देश राजनैतिक संकट से जूझ रहा है.