रोहिंज्या

विशेष दूत हेयज़ेर, बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार शरणार्थी शिविर में, कुछ रोहिंज्या शरणार्थियों से मुलाक़ात करते हुए.
United Nations

रोहिंज्या शरणार्थियों की म्याँमार वापसी पर बातचीत, यूएन एजेंसी अवगत

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने रविवार को कहा है कि वो म्याँमार के उस प्रतिनिधिमंडल की बांग्लादेश यात्रा के बारे में अवगत है जो रोहिंज्या शरणार्थियों की सम्भावित म्याँमार वापसी के लिए एक द्विपक्षीय परियोजना के तहत की जा रही है.

म्याँमार के काचीन प्रान्त में एक विस्थापित बच्चा.
OCHA/P. Peron

म्याँमार: मानवाधिकार हनन और ‘स्तब्धकारी हिंसा’ से धूमिल हो रही आशा

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) ने मानवाधिकार परिषद को बताया है कि म्याँमार में सैन्य बलों द्वारा अपने ही देश के लोगों के विरुद्ध, मनमाने ढंग से घातक हिंसा का इस्तेमाल जारी है, और यह बढ़ते मानवीय संकट व बद से बदतर होती आर्थिक स्थिति के बीच हो रहा है.

UNAMI/Sarmad al-Safy

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन, 3 मार्च 2023

इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...

  • यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश का इराक़ दौरा, देश को भरपूर समर्थन का भरोसा.
  • वोल्कर टर्क की चेतावनी, म्याँमार में सैन्य बलों के दमन से मानवाधिकार हनन जारी.
  • दुनिया भर में मृत्यु दंड को समाप्त करने के लिए और ज़्यादा काम करने की पुकार.
  • WHO प्रमुख डॉक्टर टैड्रॉस ने किया - सीरिया के पश्चिमोत्तर इलाक़े का दौरा, तबाही से उबरने में अन्तरराष्ट्रीय समर्थन जारी रखने की अपील.
  • धन की कमी के कारण, रोहिंज्या शरणार्थियों को दी जाने वाली खाद्य सामग्री में कटौती.
ऑडियो
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बांग्लादेश में रह रहे रोहिंज्या शरणार्थी परिवारों को विश्व खाद्य कार्यक्रम से महीने का राशन मिलता है.
© WFP/Sayed Asif Mahmud

रोहिंज्या शरणार्थियों के खाद्य सामग्री में कटौती टालने के लिए, सहायता धनराशि का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने गुरूवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है, कि बांग्लादेश के शिविरों में रह रहे रोहिंज्या शरणार्थी परिवारों के लिए, जीवनरक्षक खाद्य सहायता और रसद में कटौती किए जाने के विनाशकारी नतीजे सामने आ सकते हैं, जिसे हर हाल में टाला जाना होगा.

रोहिंज्या लोगों को ले जाने वाली एक नाव अंडमान समुद्र को पार करके, 8 जनवरी को इंडोनेशिया के आचे पहुँचीं जहाँ वो लोग उतर सके.
© UNHCR/Kenzie Eagan

UNHCR: घातक नौका यात्राओं में झलकती है रोहिंज्या लोगों की हताशा

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी – UNHCR ने मंगलवार को कहा है कि वर्ष 2022 के दौरान रोहिंज्या लोगों द्वारा अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी पार करने के लिए, अपनी जान जोखिम में डालकर की गईं नौका यात्राओं में त्वरित बढ़ोत्तरी, उनकी बढ़ती हताशा को दिखाती है.

लिंग आधारित हिंसा पर आयोजित एक बैठक में भाग लेती रोहिंज्या शरणार्थी, हसीना बेगम और समुदायिक स्वयंसेवक. हसीना बेगम, कुतुपालोंग शरणार्थी शिविर में, महिलाओं के बीच जागरूकता बढ़ाने और हिंसा को रोकने के लिये काम करती हैं.
© UNHCR/Saikat Mojumder

बांग्लादेश: रोहिंज्या शिविरों में लिंग आधारित हिंसा से मुक़ाबला

बांगलादेश के भीड़-भरे रोहिंज्या शरणार्थी शिविरों में यूएन शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) समर्थित कार्यक्रम के ज़रिये, युवा रोहिंज्या पुरुष और महिलाएँ, अपने साथियों के व्यवहार में बदलाव लाकर, लिंग आधारित हिंसा की रोकथाम के प्रयास कर रहे हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं.

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार के तट पर रोहिंज्या शरणार्थियों को सुरक्षित उतारा जा रहा है. (फ़ाइल)
© UNICEF/Patrick Brown

ख़तरनाक समुद्री यात्राएँ करने के लिये मजबूर रोहिंज्या शरणार्थियों की रक्षा की पुकार

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) वोल्कर टर्क ने सुरक्षा व शरण की तलाश में, समुद्र में जोखिम भरी यात्राएँ के लिये मजबूर होने वाले हज़ारों हताश रोहिंज्या लोगों की रक्षा के लिए, एक समन्वित क्षेत्रीय दृष्टिकोण अपनाए जाने का आहवान किया है. साथ ही, उन्होंने वर्ष 2023 के लिये अपने सन्देश में सर्वजन के लिये गरिमामय जीवन सुनिश्चित करने की पुकार लगाई है. 

म्याँमार में 2017 में सैन्य अभियान के दौरान जान बचाने के लिये बड़ी संख्या में रोहिंज्या समुदाय के लोगों ने बांग्लादेश का रुख़ किया. (फ़ाइल)
© UNICEF/Patrick Brown

इंडोनेशिया: समुद्र में फँसे लोगों की जान बचाने के ‘मानवीय कृत्य’ का स्वागत

​​संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने समुद्र में फँसे 200 से अधिक लोगों को बचाने में अहम भूमिका निभाने वाले इंडोनेशिया के स्थानीय अधिकारियों और मछुआरों के दल की इस "मानवीय कृत्य" के लिये सराहना की है.

म्याँमार से नाव पर सवार होकर, बंगाल की खाड़ी के रास्ते, बांग्लादेश पहुँचने वाले रोहिंज्या शरणार्थी. (फ़ाइल)
© UNICEF/Patrick Brown

अंडमान सागर में फँसे 190 हताश लोगों को बचाने की पुकार

शरणार्थी मामलों के लिये संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (UNHCR) ने शुक्रवार को दक्षिणी एशिया क्षेत्र में स्थित देशों से अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी के बीच स्थित जलक्षेत्र में फँसे 190 हताश लोगों को बचाने का आग्रह किया है.

समुद्र में फँसे लोगो में रोहिंज्या समुदाय के लोग भी हैं.
UNHCR/Christophe Archambault

श्रीलंका : समुद्री मार्ग में फँसे, 100 से अधिक रोहिंज्या शरणार्थियों को बचाया गया

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी - UNHCR ने, पिछले सप्ताहांत श्रीलंका की नौसेना और स्थानीय मछुआरों द्वारा, जोखिमपूर्ण हालात में फँसी एक नाव से रोहिंज्या शरणार्थियों को बचाने और उन्हें तट पर सुरक्षित उतारने की कार्रवाई की सराहना की है.