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फ़ेक न्यूज़

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की एक वर्चुअल प्रैस कान्फ्रेंस कवर करते हुए पत्रकार
UN Photo/Mark Garten

प्रैस की स्वतंत्रता पर, दुनिया भर में हमले

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को कहा है कि दुष्प्रचार, हेट स्पीच और पत्रकारों के ख़िलाफ़ हमले, दुनिया भर में प्रैस की स्वतंत्रता को जोखिम में डाल रहे हैं. उन्होंने प्रैस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, उन लोगों के साथ और ज़्यादा एकजुटता दिखाने की पुकार लगाई है, जो हम तक समाचार पहुँचाते हैं.

दक्षिण सूडान में रेडियो मिराया का एक कार्यक्रम
UNMISS

रेडियो मिराया: ‘हेट स्पीच’ और दुष्प्रचार के बीच, विश्वसनीय समाचार स्रोत

रेडियो मिराया, दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षा मिशन ने, शान्ति समझौते के क्रियान्वयन में मदद करने के लिये, वर्ष 2005 में शुरू किया था. इस शान्ति समझौते से, दक्षिण सूडान और सूडान के बीच लम्बे समय से चला आ रहा युद्ध ख़त्म हुआ था. रेडियो मिराया, देश में सबसे लोकप्रिय रेडियो स्टेशन और सूचना का एक भरोसेमन्द स्रोत बन गया है.

कभी कभी कोई सूचना या जानकारी आगे बढ़ाने यानि शेयर करने से फ़ायदा होने के बजाय नुक़सान भी होता है. यूएन का पॉज़ अभियान - #takecarebeforeyoushare
UN Social Media

#PledgetoPause: दुष्प्रचार पर लगाम

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने विश्व भर के लोगों से आग्रह किया है कि वे कोई भी ऑनलाइन सन्देश या सामग्री शेयर करने से पहले #PledgetoPause यानि पल भर रुक कर सोचने का संकल्प लें. झूठी सूचना व ग़लत जानकारी फैलने से रोकने के लिये ये अभियान शुरू किया गया है. यह पहल लोगों के आचरण में बदलाव लाने के उस व्यापक अभियान के तहत शुरू की गई है जिसका उद्देश्य तेज़ी से फैलती अफवाहों के बढ़ते असर को रोकने में मदद के लिये, सोशल मीडिया के इस्तेमाल का नया चलन शुरू कराना है.

संयुक्त राष्ट्र के वैरीफ़ाइड अभियान के चरित्र
United Nations

ओह, मैंने फिर शेयर कर दिया !!!

Misinformation यानि दुष्प्रचार या ग़लत जानकारी फैलाने का मक़सद हमारी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना होता है, और हम में से बहुत से लोगों ने भी कुछ ना कुछ ऐसे सन्देश या जानकारी ज़रूर शेयर की होगी है यानि आगे बढ़ाई होगी जिसके बारे में बाद में मालूम हुआ होगा कि वो सच या सही नहीं थी. इस वीडियो में एक हल्के-फ़ुल्के अन्दाज़ में मगर बहुत सटीक बात कहने की कोशिश की गई है कि हम कितनी आसानी से दुष्प्रचार या ग़लत जानकारी फैलाने के भागीदार बन जाते हैं. ये सोचना बहुत अहम और ज़रूरी है कि ग़लत जानकारी या 'फ़ेक न्यूज़' को फैलने से रोकने के लिये क्या किया जा सकता है...

 

इंटरनेट व डिजिटल उपकरण व मंच सही व ग़लत जानकारी - दोनों के स्रोत साबित हो रहे हैं. झूठी जानकारी फैलने से रोकने के लिए एकजुट होने का आहवान किया गया है
UN OCHA/Gema Cortes

कोविड-19: झूठी व ग़लत जानकारी शेयर करने से पहले ज़रा ठहरें और सोचें!

संयुक्त राष्ट्र ने तमाम लोगों से आग्रह किया है कि उन्होंने कोविड-19 महामारी से बचने के लिए जो सामाजिक दूरी जैसे उपाय अपनाए हैं, उसी तरह के उपाय सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी अपनाएँ और कोई भी सामग्री आगे बढ़ाने यानि शेयर करने से पहले ठहरकर उसके बारे में सावधानी से सोचें.