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पत्रकारिता

UN News/Anshu Sharma

भारत: सामुदायिक पत्रकारिता प्रशिक्षण के ज़रिए जागरूकता का प्रसार

इस बार अन्तरारष्ट्रीय महिला दिवस की थीम है – ‘DigitALL: Innovation and technology for gender equality’ यानि सभी के लिए डिजिटल, नवाचार व तकनीक के ज़रिए लैंगिक समानता की प्राप्ति.’ इसी कड़ी में भारत में यूएन वीमैन ने कुछ महिला उद्यमियों को उनकी उपलब्धियों का जश्न मानने के लिए आमंत्रित किया, जिन्होंने नवाचार व डिजिटल के माध्यम से अपने काम को व अपने अभियान को आगे बढ़ाया है. इन्ही में से एक हैं, वाराणसी की स्वाति सिंह.

ऑडियो
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यूनेस्को, पत्रकारों और पत्रकारिता से सम्बन्धित काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा को सक्रियता के साथ बढ़ावा देता है.
Unsplash/Engin Akyurt

वर्ष 2022 में पत्रकारों की हत्या के मामलों में, 50% बढ़ोत्तरी: यूनेस्को

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) के अनुसार, वर्ष 2019 से 2021 तक दुनिया भर में पत्रकारों और मीडियाकर्मियों के मारे जाने के मामलों में गिरावट के बाद, अब वर्ष 2022 में इस संख्या में काफ़ी वृद्धि देखी गई है.

यूनेस्को, पत्रकारों और पत्रकारिता से सम्बन्धित काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा को सक्रियता के साथ बढ़ावा देता है.
Unsplash/Engin Akyurt

मीडिया: पाकिस्तान में पत्रकार इश्तियाक़ सोधरो की हत्या की जाँच की मांग

संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन - UNESCO की महानिदेशक ऑड्री अज़ूले ने पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त के ख़ैरपुर में, 1 जुलाई को स्थानीय पत्रकार इश्तियाक़ सोधरो की हत्या की जाँच की मांग की है.

रूसी पत्रकार और सम्पादक दिमित्री मुरातोफ़ - नोबेल शान्ति पुरस्कार विजेता.
UN News/Nargiz Shekinskaya

यूक्रेन: नोबेल पदक की नीलामी से प्राप्त 10.35 करोड़ डॉलर दान करने के लिये यूनीसेफ़ 'उत्कृष्ट' विकल्प

बाल शरणार्थियों की ख़ातिर धन जुटाने के वास्ते, अपना नोबेल पदक नीलाम करने वाले - पत्रकार दिमित्री मुरातोफ़ ने यूएन न्यूज़ से कहा है कि 10 करोड़ 35 लाख डॉलर की रिकॉर्ड बिक्री ने साबित कर दिया है कि "कभी-कभी मानवता एक साथ आ सकती है, और एकजुटता दिखा सकती है".

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में अफ़ग़ान राष्ट्रीय पत्रकार दिवस (मार्च 2019) के मौक़े पर वहाँ पत्रकारों के प्रति एकजुटता जताने के लिए एकत्रित मीडियाकर्मी.
UNAMA/Fardin Waezi

2020 में 62 पत्रकारों को, अपने पेशे के कारण खोनी पड़ी अपनी ज़िन्दगी

संयुक्त राष्ट्र के सांस्कृतिक संगठन – UNESCO के अनुसार, केवल वर्ष 2020 के दौरान ही, 62 पत्रकारों की हत्या, उनके कामकाज के कारण कर दी गई थी. ये संगठन मीडियाकर्मियों की सुरक्षा के लिये भी काम करता है. संगठन के अनुसार वर्ष 2006 और 2020 के बीच, 1200 से भी ज़्यादा मीडियाकर्मियों को, अपना कामकाज करने के लिये अपनी जान गँवानी पड़ी.

दिमित्री मुलातोफ़ (बाएँ) और मारिया रेस्सा को, संयुक्त रूप से, वर्ष 2021 के नोबेल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
Euku via Wikimedia Commons/UNESCO

‘सत्ता के सामने सच कहने वाले’ दो पत्रकार, नोबेल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित

रूस और फ़िलीपीन्स के दो पत्रकारों को वर्ष 2021 के नोबेल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है जिस पर, यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि ये पुरस्कार, इस सच्चाई को मान्यता देता है कि एक स्वतंत्र प्रैस “शान्ति, न्याय, टिकाऊ विकास और मानवाधिकारों के लिये अनिवार्य है – स्वतंत्र व निष्पक्ष संस्थान निर्माण की एक बुनियाद भी है.”

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में अफ़ग़ान राष्ट्रीय पत्रकार दिवस (मार्च 2019) के मौक़े पर वहाँ पत्रकारों के प्रति एकजुटता जताने के लिए एकत्रित मीडियाकर्मी.
UNAMA/Fardin Waezi

अफ़ग़ानिस्तान: अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान व पत्रकारों की सुरक्षा बेहद अहम

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवँ सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने, अफ़ग़ानिस्तान में मौजूदा घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में, अफ़ग़ान नागरिकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने का आहवान किया है.

अफ़ग़ानिस्तान में वर्ष 2016 में मारे गए पत्रकारों की याद में राजधानी काबुल में एक स्मारक
UNAMA/Fardin Waezi

प्रेस स्वतन्त्रता सम्मेलन: सच को झूठ से अलग दिखाने के ख़तरनाक काम' पर ध्यान

दुनिया भर के प्रख्यात पत्रकार और प्रेस स्वतन्त्रता के पैरोकार (चैम्पियन्स), मीडिया के सामने मौजूद बढ़ती चुनौतियों पर पार पाने के रास्तों की जाँच-पड़ताल, दो दिन के एक सम्मेलन में कर रहे हैं. इस ऑनलाइन सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र सांस्कृतिक और शैक्षणिक एजेंसी – यूनेस्को और नैदरलैण्ड ने किया है.

काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य की राजधानी किन्शासा के पास मालूकू शिविर में पत्रकारों की भीड़.
UN Photo/Sylvain Liechti

पत्रकारों पर हमलों में दण्ड निडरता

वर्ष 2020 में पत्रकारों के ख़िलाफ़ अपराधों के मामलों में दण्ड निडरता की दर में मामूली गिरावट तो आई है लेकिन अब भी विश्व भर में ऐसे 87 फ़ीसदी मामले अनसुलझे हैं. प्रैस स्वतन्त्रता की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाने वाली यूएन एजेंसी - संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवँ सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की नई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. 

कोविड-19 के दौरा में अपना काम करता एक फ़ोटोग्राफ़र
@unsplash/vinicus-amnx-amano

'पत्रकारों पर हमलों की क़ीमत समाजों को चुकानी पड़ती है'

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि जब पत्रकारों को हमलों को निशाना बनाया जाता है तो समूचे समाजों को क़ीमत चुकानी पड़ती है. यूएन प्रमुख ने सोमवार को 'पत्रकारों के ख़िलाफ़ दण्ड निडरता का अन्त' करने के लिये मनाए जाने वाले अन्तरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर ये बात कही है.