प्रवासन

हिंसक टकराव, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव समेत अन्य संकट लोगों को जोखिमपूर्ण यात्राओं के लिये मजबूर कर रहे हैं.
© IOM/Claudia Rosel

प्रवासी दिवस: बेहतर अवसरों व गरिमामय जीवन के लिये एकजुटता पर बल

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार, 18 दिसम्बर, को ‘अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस’ के अवसर पर उन करोड़ों प्रवासियों के मानवाधिकारों की रक्षा व उनके लिये गरिमामय जीवन सुनिश्चित किये जाने की पुकार लगाई है, जो अवसरों, स्वतंत्रता और एक बेहतर जीवन की तलाश में अपना घर छोड़कर अन्य देशों का रुख़ करते हैं.    

क़तर में एक निर्माण स्थल पर प्रवासी कामगार.
© ILO/Apex Image

प्रवासी कामगारों के मानवाधिकारों की रक्षा सुनिश्चित किये जाने पर बल

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR), ने ‘अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस’ से ठीक पहले शुक्रवार को प्रकाशित अपनी एक नई रिपोर्ट में देशों से प्रवासी कामगारों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिये और अधिक प्रयासों की पुकार लगाई है.  

नो नेशन फ़ैशन द्वारा निर्मित 'ब्लैक स्वान' पोशाक, जिसे न्यूयॉर्क फ़ैशन वीक में प्रस्तुत किया गया.
IOM/ Rahma Soliman

न्यूयॉर्क फ़ैशन सप्ताह में प्रवासन व समावेशन थीम की धूम

इस वर्ष न्यूयॉर्क में फ़ैशन सप्ताह’ के दौरान विविधता और समावेशन आकर्षण का केन्द्र रहे. संयुक्त राष्ट्र समर्थित ‘नो नेशन’ (No Nation) फ़ैशन पहल के अन्तर्गत, डिज़ाइनर्स ने अपने रचनात्मक परिधानों का प्रदर्शन किया.

निकारागुआ में एक तूफ़ान आने से पहले, एक परिवार को बचाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए.
© UNICEF/Inti Ocon/AFP-Services

जलवायु परिवर्तन के कारण विस्थापित बच्चों के संरक्षण के लिये दिशा-निर्देश

संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से सोमवार को कुछ ऐसे दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं जिनका उद्देश्य, जलवायु संकटों के कारण अपने घर छोड़कर भागने को विवश बच्चों का संरक्षण, समावेश और सशक्तिकरण करना है. ये दिशा-निर्देश, इस बढ़ती चिन्ता वाले क्षेत्र का सामना करने का बिल्कुल प्रथम वैश्विक प्रयास हैं.

यमन के अदन में प्रवासियों ने एक इमारत में अस्थाई तौर पर शरण ली हुई है.
IOM/Rami Ibrahim

यमन में फँसे प्रवासियों से मुँह नहीं फेरना होगा – IOM

प्रवासन मामलों के लिये संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने इस वर्ष अब तक, हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका क्षेत्र की सीमा पार करके 27 हज़ार से अधिक लोगों के युद्धग्रस्त यमन पहुँचने पर, उनके सुरक्षा व कल्याण के प्रति चिन्ता व्यक्त की है. 

हवाई अड्डे की ओर बढ़ते हुए, रायन एयर का एक विमान.
Unsplash/Fotis Christopoulos

महामारी यात्रा पाबन्दियों में बदलाव के लिये, वैश्विक कार्रवाई की दरकार

प्रवासन में बेहतरी लाने के लिये काम कर रहे संयुक्त राष्ट्र के दो संगठनों के अध्यक्षों ने शुक्रवार को कहा है कि देशों को, महामारी के यात्रा उपायों को स्पष्ट, समान और नवीनतम बनाने के लिये सर्वसम्मति क़ायम करनी होगी. इन अधिकारियों ने, न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन समीक्षा फ़ोरम के दौरान आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में ये पुकार लगाई.

सेनेगल का एक प्रवासी व्यक्ति, पनामा में दाख़िल होने के बाद.
© IOM/Gema Cortés

वैश्विक प्रवासन कॉम्पैक्ट पर प्रगति की समीक्षा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि अलबत्ता बहुत से प्रवासियों ने कोविड-19 महामारी का सामना करने के प्रयासों में, अपनी ज़िन्दगियाँ जोखिम में डालकर भी, अग्रिम मोर्चों पर काम किया, मगर प्रवासियों को अक्सर बुनियादी सेवाओं की पहुँच से दूर रखा गया और पुनर्बहाली योजनाओं से भी अलग-थलग रखा गया.

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में विस्थापितों के लिये बनाया गया एक शिविर.
© UNOCHA

वर्ष 2021 में, 5 करोड़ 91 लाख लोग, आन्तरिक रूप से विस्थापित

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने अपने साझीदार संगठन, 'आन्तरिक विस्थापन निगरानी केन्द्र' (IDMC) की एक नई रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा है कि वर्ष 2021 के दौरान, देशों की सीमाओं के भीतर विस्थापित लोगों की संख्या बढ़कर पाँच करोड़ 91 लाख तक पहुँच गई, जोकि एक रिकॉर्ड है. 

यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ के ओबोलॉन ज़िले में गोलाबारी से हुई ध्वस्त हुई एक रिहायशी इमारत का दृश्य.
© UNDP/Oleksandr Ratushniak

यूक्रेन: भारी विनाश' के बीच, 'एक चौथाई आबादी' को सहायता की आवश्यकता

यूक्रेन के लिये संयुक्त राष्ट्र के संकट संयोजक अमीन अवाद ने गुरूवार को पत्रकारों को बताया है कि देश पिछले दो महीनों के दौरान, भारी तबाही और तकलीफ़ों से गुज़र रहा है, और उन्होंने यूएन महासचिव की इस पुकार के साथ अपनी आवाज़ भी बुलन्द की कि “हमें ये रक्तपात और विध्वंस रोकना होगा.”

यूक्रेन के कुछ लोग मोल्दोवा सीमा के निकट पहुँचे हुए, जिनके साथ कुछ बच्चे भी हैं.
©UNICEF/Siegfried Modola

यूक्रेन: देश के भीतर 65 लाख लोग विस्थापित, स्वास्थ्य ढाँचों पर हर दिन औसतन दो हमले

संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को आगाह करते हुए कहा है कि यूक्रेन में अपने घर छोड़ने के लिये विवश होने वाले लोगों की संख्या एक करोड़ से भी ज़्यादा हो गई है, इस बीच रूस की जारी गोलाबारी के बीच, देश के स्वास्थ्य सेवा ढाँचों पर हर दिन, औसतन दो से ज़्यादा हमले हुए हैं.