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प्रताड़ना

दुनिया भर में कामकाज के स्थलों पर, लगभग 23 प्रतिशत लोगों को, हिंसा और उत्पीड़न का अनुभव करना पड़ता है.
© Unsplash/Heike Trautmann

ILO: लगभग 23 प्रतिशत लोग हैं, कार्यस्थलों पर हिंसा से पीड़ित

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के एक नवीनतम विश्लेषण में कहा गया है कि रोज़गारशुदा लगभग 23 प्रतिशत लोगों को अपने कामकाज के स्थानों पर शारीरिक, मनोवैज्ञानिक या फिर यौन प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है. संगठन के इस तरह के अपने पहले विश्लेषण में एक स्वतंत्र चैरिटी संस्था लॉयड्स रजिस्टर संस्थान (LRF) और विश्लेषण व मतदान कम्पनी गैलप ने सहयोग दिया है.

एक्स रे शिविर, संयुक्त ग्वान्तनामो टास्क फ़ोर्स का एक हिस्सा था और अप्रैल 2002 के बाद से उसका प्रयोग नहीं किया गया है.
US Army/Kevin Cowan

ग्वान्तनामो बे बन्दीगृह में निरन्तर मानवाधिकार हनन की तीखी निन्दा

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद द्वारा नियुक्त स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों के एक समूह ने, क्यूबा में अमेरिका के ग्वान्तनामो बे बन्दीगृह अभियान के जारी रहने को एक “बेमिसाल बदनामी” क़रार देते हुए, इसकी निन्दा की है और इसे विधि के शासन के लिये अमेरिका की प्रतिबद्धता पर एक धब्बा भी बताया है.   

वाशिंगटन डीसी में स्थित व्हाइट हाउस.
Unsplash/David Everett Strickler

ग्वान्तनामो बन्दीगृह में मानवाधिकार हनन के मामलों पर ध्यान देने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र के स्वतन्त्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने कहा है कि अमेरिका सरकार द्वारा, क्यूबा में कुख्यात ग्वान्तनामो बे बन्दीगृह को बन्द करने पर विचार किये जाने की घोषणा के बाद, यह भी ज़रूरी है कि वहाँ अब भी बन्द लगभग 40 क़ैदियों के ख़िलाफ़ हो रहे मानवाधिकार हनन के मामलों पर ध्यान दिया जाय. 

सोमालिया की मोगादीशू केंद्रीय जेल के बाहर मानवाधिकार दिवस के मौक़े पर मानवाधिकार समर्थकों ने यातना और अत्याचार के विरुद्ध प्रदर्शन किया था (10 दिसंबर 2013)
UN Photo / Tobin Jones

यातना पर हर हाल में प्रतिबंध ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए कहा कि निसंदेह यातना पर हर हाल में रोक लगनी ज़रूरी है, मगर फिर भी दिन-ब-दिन इस मूल सिद्धांत का उल्लंघन होता देखा जा सकता है - ख़ासतौर पर बंदीगृहों, जेलों, पुलिस थानों, मनोरोग संस्थानों और दूसरे ऐसे स्थानों पर जहाँ क़ैद करने वाले लोग, बंदियों पर अत्याचार करने की हैसियत रखते हों.