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प्रेस

मतदान करने पर अक्सर उंगलियों पर नीले रंग की स्याही से निशान छोड़े जाते हैं जिससे मतदान में गड़बड़ी को रोकने में मदद मिलती है.
UNDP/Rochan Kadariya

कोविड संकटों ने, लोकतंत्र की मज़बूती को उजागर किया है, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने दुनिया भर से, भविष्य में संकटों का सामना करने के लिये, लोकतांत्रिक सहनक्षमता मज़बूत करने की ख़ातिर, पिछले 18 महीनों के दौर व घटनाओं से सबक सीखने का आग्रह किया है.

पूर्वी योरोप के मोलदोवा में एक कार्यक्रम की कवरेज के लिये जुटे पत्रकार.
© UNICEF Moldova

'मीडिया-लोकतांत्रिक समाजों की आधारशिला'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को तमाम देशों की सरकारों से आग्रह किया है कि वो स्वतंत्र, निष्पक्ष और विविधतापूर्ण मीडिया को समर्थन व सहयोग देने के लिये, वो सब सुनिश्चित करें, जो उनकी शक्ति के अन्तर्गत किया जा सकता है. यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त ने भी मीडिया को, “लोकतांत्रिक समाजों की आधारशिला” बताया है.

चीन के शंघाई में, एक प्रेस कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मी
Unsplash/Zeg Young

प्रेस लोकतांत्रिक समाजों की आधारशिला, विश्व दिवस पर यूएन

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को तमाम देशों की सरकारों से आग्रह किया है कि वो स्वतंत्र, निष्पक्ष और विविधतापूर्ण मीडिया को समर्थन व सहयोग देने के लिये, वो सब सुनिश्चित करें, जो उनकी शक्ति के अन्तर्गत किया जा सकता है. यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त ने भी मीडिया को, “लोकतांत्रिक समाजों की आधारशिला” बताया है.

एक प्रेस गतिविधि को कवर करते हुए एक वीडियो पत्रकार
Unsplash/Jovaughn Stephens

प्रेस आज़ादी पहले से कहीं ज़्यादा अहम, 59 मीडियाकर्मियों की हत्याओं की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक संगठन (UNESCO) ने बताया है कि वर्ष 2020 के दौरान, अभी तक कम से कम 59 मीडियाकर्मी मारे गए हैं, जिनमें चार महिलाएँ भी हैं. संगठन ने बुधवार को ये आँकड़े जारी करते हुए, सूचना प्राप्ति और तथ्यात्मक पत्रकारिता को एक सार्वजनिक अच्छाई के रूप में क़ायम रखने के समर्थन में खड़े होने की पुकार भी लगाई.

अफ़ग़ानिस्तान में वर्ष 2016 में मारे गए पत्रकारों की याद में राजधानी काबुल में एक स्मारक
UNAMA/Fardin Waezi

प्रेस स्वतन्त्रता सम्मेलन: सच को झूठ से अलग दिखाने के ख़तरनाक काम' पर ध्यान

दुनिया भर के प्रख्यात पत्रकार और प्रेस स्वतन्त्रता के पैरोकार (चैम्पियन्स), मीडिया के सामने मौजूद बढ़ती चुनौतियों पर पार पाने के रास्तों की जाँच-पड़ताल, दो दिन के एक सम्मेलन में कर रहे हैं. इस ऑनलाइन सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र सांस्कृतिक और शैक्षणिक एजेंसी – यूनेस्को और नैदरलैण्ड ने किया है.

संयुक्त राष्ट्र में मौजूद कुछ पत्रकार, (फ़ाइल फ़ोटो). यूनेस्को के अनुसार पत्रकारों के लिए दुनिया में सभी स्थानों पर ख़तरे हैं.
UN Photo/ Rick Bajornas

पत्रकारों के लिए दुनिया में हर स्थान है जोखिम भरा

दुनिया भर में लोक हित के लिए आवाज़ बुलन्द करने वाले पत्रकारों को सभी स्थानों पर बहुत जोखिम का सामना करना पड़ रहा है और पत्रकारों की असुरक्षा के मामले में सबसे ज़्यादा ख़तरनाक़ लैटिन अमेरिका और कैरीबियाई क्षेत्र रहे जहाँ साल 2019 में 22 पत्रकारों की हत्याएँ हुईं. इस तरह प्रेस के लिए ये सबसे ज़्यादा ख़तनाक़ स्थान रहे. उनके बाद एशिया-प्रशांत में 15 ओर अरब देशों में 10 पत्रकारों की हत्याएं हुईं.