वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

प्रदर्शन

ईरान में 22 वर्षीय महिला महसा अमीनी की मौत, हिजाब सम्बन्धी विवाद में होने के बाद, स्वीडन में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
Unsplash/Artin Bakhan

ईरान: यूएन मानवाधिकार परिषद द्वारा जाँच मिशन गठित

यूएन मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क द्वारा, ईरान में प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध घातक हिंसा के लगातार प्रयोग की एक स्वतंत्र जाँच की मांग उठाए जाने के बाद, जिनीवा स्थित यूएन मानवाधिकार परिषद ने 16 सितम्बर 2022 को शुरू हुए इन प्रदर्शनों के सम्बन्ध में एक जाँच मिशन गठित किया है.

ईरान की एक महिला महसा अमीनी की हिजाब सम्बन्धी विवाद में मौत होने के बाद, बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं. ऐसा ही विरोध प्रदर्शन अमेरिका के कैलीफ़ोर्निया में भी हुआ.
© Unsplash/Craig Melville

ईरान: सुरक्षा बलों को जवाबदेह ठहराने में, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय की ठोस कार्रवाई का समय

संयुक्त के एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ जावेद रहमान ने गुरूवार को कहा है कि ईरान में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शनों पर सरकारी क्रूर और लगातार दमन की निन्दा पर्याप्त नहीं है, और उन्होंने एक अन्तरराष्ट्रीय जाँच-प्रणाली गठित किये जाने का आहवान किया है.

इराक़ में संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अधिकारी जीनिन हैनिस-प्लैश्शर्ट, देश की स्थिति पर, सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Eskinder Debebe

इराक़: राजनैतिक गतिरोध ख़त्म करने के लिये संवाद का आग्रह

इराक़ में संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अधिकारी जीनिन हैनिस-प्लैश्शर्ट ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद को बताया है कि देश में चुनाव होने के एक साल बाद भी एक कार्यकारी सरकार का गठन नहीं होना, समझ में नहीं आने वाली बात है. उन्होंने देश के राजनैतिक नेताओं से एक सामान्य भलाई की ख़ातिर, अपने तमाम मतभेद दरकिनार करने का आग्रह भी किया है.

इराक़ की राजधानी बग़दाद में एक बाज़ार के दृश्य (फ़ाइल फ़ोटो)
UNAMI/Sarmad al-Safy

इराक़: तनाव कम करने और मतभेदों से ऊपर उठने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश इराक़ में जारी प्रदर्शनों पर “चिन्तित नज़र” रखे हुए हैं जिनमें अनेक लोग घायल हुए हैं. उनके उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने शनिवार को ये जानकारी दी.

अमेरिका में 2020 में पुलिस के हाथों एक काले व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद, न्यूयॉर्क सिटी में नस्लभेद और पुलिस हिंसा के विरुद्ध प्रदर्शन.
UN Photo/Evan Schneider

शान्तिपूर्ण प्रदर्शनों पर सैन्य तरीक़े अपनाने से, केवल हिंसा वृद्धि

संयुक्त राष्ट्र के एक मानवाधिकार विशेषज्ञ ने सोमवार को कहा है कि दुनिया भर में नागरिक स्थान (Civic space) सिकुड़ रहा है और शान्तिपूर्ण प्रदर्शनों के दौरान मानवाधिकार हनन भी बढ़ रहा है क्योंकि देशों की सरकारें, प्रदर्शनों की पुलिस व्यवस्था के दौरान सैन्य तरीक़े ज़्यादा अपना रही हैं.

श्रीलंकी राजधानी कोलम्बो का एक नज़ारा
© UNSPLASH/Jalitha Hewage

श्रीलंका: आर्थिक बदहाली के विरोधस्वरूप प्रदर्शनों में मानवाधिकार हनन की चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (OHCHR) ने श्रीलंका सरकार से, देश के गहराते आर्थिक संकट पर बढ़ते प्रदर्शनों के जवाब में घोषित की गई आपात स्थिति के दौरान, तनावों को शान्तिपूर्ण तरीक़े से दूर करने का आग्रह किया है.

कज़ाख़्स्तान की राजधानी अस्ताना में गगनचुम्बी इमारतों का एक नज़ारा.
Photo: World Bank/Shynar Jetpissova

कज़ाख़स्तान: अशान्ति बढ़ने के बीच, संयम व बातचीत की अपील

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट और मध्य एशिया के लिये, यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरश की विशेष प्रतिनिधि नतालिया ग़ेरमन ने, कज़ाख़स्तान में घातक हिंसा होने की चिन्ताजनक ख़बरों के बीच, संयम और बातचीत का आहवान किया है.

ऐसे देशों की संख्या लगातार बढ़ी है जहाँ मुक्त सूचना प्रवाह को रोकने के लिये, सरकारें इण्टरनेट में बाधाएँ खड़ी करती हैं.
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इण्टरनेट व मोबाइल फ़ोन पर पाबन्दियों के बढ़ते चलन से अधिकारों के लिये गम्भीर ख़तरा

संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ने कहा है कि दुनिया भर में अनेक स्थानों पर असहमति को दबाने के लिये इंटरनेट और मोबाइल फ़ोन सेवाएँ बन्द कर देने का चलन बहुत बढ़ गया है और बहुत से देशों में ये बहुत जटिल भी हो गया है क्योंकि सरकारें सत्ता अपने हाथों में रखना चाहती हैं.

कोलम्बिया के पश्चिमी शहर काली के मध्य इलाक़े का एक दृश्य.
UN News/Laura Quinones

कोलम्बिया: हिंसा में अनेक हताहत, शान्ति की अपील

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने कोलम्बिया के काली शहर में हुई हिंसा पर गहरी चिन्ता जताई है जहाँ पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाए जाने की घटना में, अनेक लोगों के हताहत होने की ख़बरें हैं.

म्याँमार के यंगून शहर में, विभिन्न नस्लीय व धार्मीक पृष्ठभूमि के लोग, प्रार्थना सभा में शिरकत करते हुए.
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म्याँमार: देश पूर्ण व गम्भीर संघर्ष के रास्ते पर, मानवाधिकार प्रमुख की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष मानवाधिकार अधिकारी मिशेल बाशेलेट ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि म्याँमार में, प्रदर्शनों पर किया जाने वाला मौजूदा दमन, सीरिया की ही तरह, गम्भीर व पूर्ण संघर्ष का रूप भी ले सकता है. उन्होंने प्रभाव वाले देशों से, आम नागरिकों की “हत्याएँ” रोकने के लिये, तुरन्त और असरदार कार्रवाई किये जाने का आग्रह भी किया है.