वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

पोषण

यूनिसेफ़ के सद्भावना दूत और महान भारतीय बल्लेबाज़ सचिन तेन्दुलकर ने श्रीलंका का दौरा किया और बच्चों की शिक्षा और पोषण कार्यक्रमों में निवेश बढ़ाने की सिफारिश की.
UNICEF

बच्चों की शिक्षा और पोषण में संसाधन निवेश ज़रूरी, सचिन तेंदुलकर

महान क्रिकेटर रह चुके सचिन तेन्दुलकर ने, यूनीसेफ़ के दक्षिण-एशिया सदभावना दूत के रूप मेंश्रीलंका का दौरा किया है. सचिन ने साबरागामूवा प्रान्त में यूनीसेफ़ द्वारा संचालित कार्यक्रमों का जायज़ा लिया. सचिन तेन्दुलकर का मानना है कि बच्चों की शिक्षा और पोषण में संसाधन निवेश करकेहम ना केवल उनके भविष्य मेंबल्कि हर एक देश के भविष्य में निवेश कर रहे हैं. (वीडियो)

दक्षिण एशिया के लिए यूनीसेफ़ के क्षेत्रीय सदभावना दूत सचिन तेन्दुलकर, श्रीलंका की यात्रा के दौरान (अगस्त 2023)
© UNICEF/UNICEF Sri Lanka

‘मास्टर ब्लास्टर’ सचिन तेन्दुलकर ने की, बाल शिक्षा व पोषण की ज़ोरदार हिमायत

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) के दक्षिण-एशिया क्षेत्र के लिए सदभावना दूत और दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी रहे सचिन तेन्दुलकर ने बच्चों का चौतरफ़ा विकास सुनिश्चित करने के लिए, बच्चों की शिक्षा व पोषण कार्यक्रमों में और ज़्यादा संसाधन निवेश की पुकार लगाई है.

संयुक्त राष्ट्र उप महासचिव आमिना जे मोहम्मद, रोम, इटली में संयुक्त राष्ट्र खाद्य प्रणाली शिखर सम्मेलन +2 स्टॉकटेकिंग मोमेंट को सम्बोधित करते हुए.
© FAO/Alessandra Benedett

FAO: अफ़्रीका में खाद्य 'रूपान्तरकारी बदलाव' अभूतपूर्व समाधानों के बिना सम्भव नहीं

अफ़्रीका के नेतृत्व में, कृषि आधारित खाद्य प्रणाली में रूपान्तरकारी बदलाव, अभूतपूर्व समाधानों, लघु स्तर के किसानों के लिए अधिक निवेश, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने और तमाम स्तरों पर नई साझेदारियाँ बनाए बिना, सम्भव नहीं होगा.

भारत के विशाखापत्तनम में महिलाएँ एक बाज़ार में सुखाई गई मछलियाँ बेच रही हैं.
© FAO/Harsha Vadlamani

दरकती खाद्य प्रणालियों में रूपान्तरकारी बदलावों के लिए कार्रवाई का आहवान

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने खाद्य एवं कृषि संगठन (UNFAO) के रोम मुख्यालय में सोमवार को आरम्भ हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के उदघाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए वैश्विक भूख संकट से निपटने, सरकारों और व्यवसायों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और खाद्य उत्पादन पर जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों को दूर करने के लिए पुकार लगाई है. 

पूर्वी सूडान के एक शरणार्थी शिविर में एक महिला अपने बच्चे के साथ. यह तस्वीर अगस्त 2022 की है.
© WHO/Ala Kheir

बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य व विकास के लिए, आरम्भिक बचपन में निवेश पर बल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की एक नई रिपोर्ट में आरम्भिक बचपन में बच्चों के लालन-पोषण व देखभाल में निवेश बढ़ाए जाने की अहमियत को रेखांकित किया गया है, विशेष रूप से निर्धनतम व नाज़ुक हालात से जूझ रहे देशों में.

दूषित खाद्य पदार्थों का सेवन, 200 से अधिक बीमारियों की वजह बन सकता है.
© WHO/Yoshi Shimizu

खाद्य संरक्षा दिवस: दूषित भोजन से बचने के उपायों पर बल

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने बुधवार, 7 जून, को ‘विश्व खाद्य संरक्षा दिवस’ के अवसर पर, खाद्य मानकों की अहमियत को रेखांकित करते हुए आगाह किया है कि भोजन-जनित बीमारियाँ विश्व भर में हर वर्ष, हर 10 में से एक व्यक्ति को अपनी चपेट में लेती हैं.

गाय को गाँवों में एक महत्वपूर्ण कृषि सम्पत्ति माना जाता है, जो धन-धान्य का सूचक तो हैं ही, साथ ही ज़रूरी पोषण के लिए भी अहम है.
© FAO/Lydia Limbe

मांस, अंडे और दूध,'पोषक तत्वों के आवश्यक स्रोत', FAO रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (UNFAO) ने मंगलवार को जारी एक नई रिपोर्ट में कहा है कि कुछ उपभोक्ता भले ही किसी भी तरह के पशु जनित उत्पाद से रहित शाकाहार (veganism), या केवल मछली युक्त मांसाहारी आहार (pescatarian diet) का चयन करते हों, लेकिन मांस, अंडे और दूध ही उन अति-आवश्यक पोषक तत्वों का महत्वपूर्ण स्रोत हैं, जिनका पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों से प्राप्त होना आमतौर पर मुश्किल होता है.

केरल प्रदेश के कैफे कुदुम्बश्री मॉडल से प्रेरित, दीदी की रसोई की शुरुआत 2018 में हुई.
World Bank

भारत: ‘दीदी की रसोई’ – एक अनूठा ग्रामीण महिला उद्यम

भारत के बिहार प्रदेश में, वर्ष 2018 में विश्व बैंक समर्थित बिहार परिवर्तनकारी विकास परियोजना (BTDP) के हिस्से के रूप में, ‘दीदी की रसोई’ परियोजना शुरू की गई थी. ‘जीविका’ नामक संस्था द्वारा संचालित इस परियोजना का मक़सद राज्य के समस्त ज़िला एवं ब्लॉक अस्पतालों में खाद्य सेवा काउंटर स्थापित करना है. वर्तमान में, इस परियोजना के तहत, बिहार के सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, स्कूलों, बैंकों और अन्य संस्थानों में ऐसे 83 से अधिक उद्यम चल रहे हैं, जिनमें 1,200 से अधिक महिला उद्यमी और 150 पूर्णकालिक कर्मचारी कार्यरत हैं.

प्रदर्शनी में इन मोटे अनाजों के विविध प्रकारों को देखा जा सकता है.
UN News/Sachin Gaur

बाजरा परिवार के विविध अनाजों के गुणों पर आधारित एक प्रदर्शनी

जरा परिवार के विविध अनाजों यानि (Millets) के गुणों पर आधारित एक प्रदर्शनी संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क स्थित मुख्यालय में आयोजित की गई. इस प्रदर्शनी में खाद्य व पोषण सुरक्षा को बढ़ावा देने, जलवायु जोखिमों के कारण कृषि के लिए उपजे ख़तरों से निपटने और टिकाऊ विकास एजेंडा पर प्रगति में इन मोटे अनाजों की भूमिका को रेखांकित किया गया. (वीडियो फ़ीचर)

© UNHCR/Hameed Maarouf

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन, 17 फ़रवरी 2023

  • तुर्कीये और सीरिया में भूकम्प राहत अभियान को मज़बूत करने के लिए, अरबों डॉलर की सहायता अपीलें.
  • लगभग आठ करोड़ बच्चे हैं, स्कूली शिक्षा के दायरे से पूरी तरह बाहर, कार्रवाई की पुकार.
  • WHO के अनुसार, विभिन्न प्रकोपों के मद्देनज़र, स्वास्थ्य प्रणालियाँ मज़बूत करने की आवश्यकता.
  • रोहिंज्या शरणार्थियों के लिए खाद्य सामग्री में कटौती टालने हेतु, सहायता धनराशि का आग्रह.
  • समृद्ध विरासत और सम्भावनाओं से परिपूर्ण, बाजरा के गुणों पर यूएन मुख्यालय में प्रदर्शनी.
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