भोजन नहीं है व्यापार की वस्तु, बल्कि है मानवाधिकार - यूएन प्रमुख
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि हर दिन करोड़ों लोग भूखे पेट सोते हैं. तीन अरब लोगों के लिये पोषक आहार उनकी पहुँच से बाहर है. दो अरब लोगों का वज़न या तो आवश्यकता से अधिक है या फिर वे मोटापे का शिकार हैं, जबकि 46 करोड़ लोगों का वज़न कम है. दुनिया भर में कुल खाद्य उत्पादन का लगभग एक तिहाई हिस्सा बर्बाद हो जाता है.