वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

न्यायिक प्रक्रिया

इराक़ के क़य्यारा में आइसिल लड़ाकों ने से पीछे हटते समय स्थानीय तेल कुँओं में आग लगा दी है. (फ़ाइल)
© UNICEF/Alessio Romenzi

इराक़: कोर्ट में स्वीकार्य साक्ष्य, सक्षम अदालतें, आइसिल पीड़ितों को न्याय के लिए अहम

इराक़ में आतंकवादी गुट आइसिल (दाएश) द्वारा अंजाम दिए गए अपराधों की जवाबदेही के लिए गठित यूएन जाँच दल (UNITAD) के प्रमुख क्रिस्टियान रिट्सशर ने दोषियों की जवाबदेही तय करने और उन पर मुक़दमा चलाने के लिए सक्षम अदालतों, स्वीकार्य व विश्वसनीय साक्ष्यों और उपयुक्त क़ानूनी फ़्रेमवर्क की अहमियत पर बल दिया है.  

स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने कहा है कि केवल बहुत गम्भीर अपराध मामलों में ही मौत की सज़ा दी जानी चाहिए.
© UNICEF/Josh Estey

सिंगापुर: ड्रग्स-सम्बन्धी अपराधों के लिए, मौत की सज़ा दिए जाने की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने सिंगापुर की सरकार द्वारा मादक पदार्थ (ड्रग्स) सम्बन्धी अपराधों के लिए मौत की सज़ा बरक़रार रखने की आलोचना करते हुए, उस पर तत्काल स्वैच्छिक रोक लगाए जाने का आग्रह किया है.

म्याँमार में हिंसा के अन्त की मांग को लेकर वॉशिंगटन डीसी में जुटे प्रदर्शनकारी.
Unsplash/Gayatri Malhotra

म्याँमार: गोपनीय सैन्य अदालतों ने 130 लोगों को सुनाई मौत की सज़ा

म्याँमार में सैन्य अदालतों ने, फ़रवरी 2021 में सैन्य तख़्तापलट के बाद से अब तक, बन्द दरवाज़ों के भीतर हुई सुनवाई में 130 से अधिक लोगों को मौत की सज़ा सुनाई है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने इस सप्ताह इन अदालतों द्वारा सुनाए गए नवीनतम फ़ैसलों की पृष्ठभूमि में यह जानकारी दी है.