वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

नवाचार

यमन की 15 वर्षीय लड़की अफ़ाफ़ के सामने रोज़गार वाला कामकाज तलाश करने या 40 वर्ष के पुरुष के साथ विवाह करने के कठिन विकल्प थे. UNFPA ने परामर्श और प्रशिक्षण के ज़रिए उन्हें इस मुसीबत से निकाला.
UNFPA/Abdulrahman Al Muallimi

कायापलट: संयुक्त राष्ट्र के 80 वर्षों के, जीवन रूपान्तरण कार्य की दास्तानें

संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया भर में अपने कार्यों के ज़रिए, लाखों लोगों पर सकारात्मक प्रभाव छोड़े हैं. ऐसे ही लोगों की कुछ कहानियों को, इस वैश्विक संगठन के न्यूयॉर्क मुख्यालय में एक प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया गया है.

WHO के अनुसार, योरोपीय देशों में विदेश में प्रशिक्षण प्राप्त डॉक्टर व नर्स पर निर्भरता बढ़ रही है.
© WHO/MoH Malta

संक्षिप्त: योरोप में विदेश प्रशिक्षित चिकित्साकर्मियों पर बढ़ती निर्भरता, नवाचार में स्विट्ज़रलैंड शीर्ष पर

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को चेतावनी जारी की है कि दक्षिणी और पूर्वी योरोपीय देशों में बड़ी संख्या में डॉक्टर और नर्स, काम करने के लिए अन्य देशों का रुख़ कर रहे हैं, जिससे उनके मूल देशों में स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ रहा है. वहीं, विश्व बौद्धिक सम्पदा संगठन की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, नवाचार के क्षेत्र में स्विट्ज़रलैंड दुनिया भर में पहले स्थान पर है.

इन नवाचारों ने दिखाया कि ज़मीनी स्तर के समाधान स्थानीय समस्याएँ सुलझाकर, किस तरह पूरे समाज में बदलाव ला सकते हैं.
© UNIC India/Rohit Karan

युवाओं के सपनों से बदलती तस्वीर: एआई से टिकाऊ भविष्य की ओर

भारत में संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र (UNIC) ने, 1M1B (वन मिलियन फ़ॉर वन बिलियन) संस्थान के साथ मिलकर एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित कियाजहाँ देशभर के युवा परिवर्तनकर्ता अपने विचारों और नवाचारों के साथ सामने आए. इस मंच ने दिखाया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) अब केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित न रहकरगाँव-गाँव और शहर-शहर तक समाज की वास्तविक समस्याओं के समाधान प्रस्तुत कर सकती है.

चेन्नई के आईआईटी संस्थान में स्थित नवाचार केन्द्र (CFI).
© UNDP India/Harsha Vadlamani

भारत: सतत नवाचारों का विद्यालय, युवाओं को हरित व स्थाई नवाचार में प्रेरणा

भारत के चेन्नई शहर में स्थित मशहूर प्रौद्योगिकी संस्थान - (IIT), इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए एक नवाचार केन्द्र बनाकर, स्थाई व सतत नवाचारों को प्रोत्साहन दे रहा है. भारत में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने हाल ही में, अपनी इस साझीदार शैक्षणिक संस्था को, युवजन को हरित व स्थाई नवाचार में प्रेरित करने के लिए, अपने प्रकाशन ‘Inspiring India’ में जगह दी है.

एसडीजी स्कूल में नवाचार को प्रोत्साहन देने, बाधाएँ तोड़ने व समाधान खोजने के लिए आयोजित समूह.
UNDP India/Arun Morris

भारत: एसडीजी की ख़ातिर ‘मेक-ब्रेक-क्रिएट’ कार्यक्रम

भारत में सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को साकार करने व उनसे जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए, युवाओं के बीच नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए, एसडीजी स्कूल की स्थापना की गई थी. भारत स्थित संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम (UNDP) इसमें एक प्रमुख भागीदार रहा है. हाल ही में, एसडीजी स्कूल से जुड़े बच्चों ने अपने अनूठे नवाचार पेश किए.

भारत के प्राथमिक विद्यालय में किशोरियाँ कम्प्यूटर कौशल सीख रही हैं.
© UNICEF/Srikanth Kolari

नवाचार व लैंगिक समानता के लिए, विज्ञान जगत में महिलाओं व लड़कियों की भागेदारी अहम

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन से लेकर स्वास्थ्य और कृत्रिम बुद्धिमता तक, वैज्ञानिक खोज और नवाचार में महिलाओं व लड़कियों की समान भागेदारी, विज्ञान का लाभ सर्वजन तक पहुँचाने का एकमात्र उपाय है.

यूनीसेफ़ के सदभावना दूत, डेविड बेकहम ने अपनी भारत यात्रा के दौरान उन किशोरियों से भेंट की, जिन्होंने रूढ़िवादिता की बेड़िया तोड़कर समाज में लैंगिक समानता की दिशा में क़दम आगे बढ़ाए हैं.
© UNICEF/Anindita Mukherjee

डेविड बेकहम की भारत यात्रा, लड़कियों के लिए समानता व सशक्तिकरण का पैग़ाम

यूनीसेफ़ के सदभावना दूत और इंगलैंड के पूर्व फ़ुटबॉल सितारे डेविड बेकहम ने, इस सप्ताह भारत की यात्रा की है, जिसमें उन्होंने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप सेमीफ़ाइनल में यूनीसेफ़ के क्षेत्रीय सदभावना दूत, सचिन तेन्दुलकर के साथ मिलकर, लड़कियों के लिए #BeAChampion अभियान में हिस्सा लिया. भारत में उन्होंने उन लड़कियों व युवा महिलाओं से भी भेंट की, जो विशाल बाधाओं का सामना करते हुए, अपने समुदायों में बदलाव लाने के प्रयास कर रही हैं.

महिला और बच्चों के अधिकार कार्यकर्ता, 15 वर्षीय  ब्लेसिंग कसासी
MONUSCO

‘डिजिटल सेना’: ग़लत जानकारी व दुस्सूचना से निपटने के लिए मुस्तैद यूएन शान्तिरक्षक

विश्व के अनेक हिस्सों में संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षा अभियानों में, स्मार्टफ़ोन, सम्पादन के लिए ऐप्स (editing apps) और नवाचारी तौर-तरीक़ों की मदद लेकर, एक "डिजिटल सेना" तैयार की जा रही है, जिसका उद्देश्य सोशल मीडिया माध्यमों और उनसे परे दुस्सूचना व ग़लत जानकारी के प्रसार से निपटना है.

नवाचार और उद्यमिता के ज़रिए बदलाव लाते, यूएनडीपी यूथ को:लैब के प्रेरक युवजन.
UNDP India

भारत: अभिनव समाधानों के ज़रिए परिवर्तन का परचम लहराते प्रतिभावान युवजन

भारत में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने अपने साझेदार संगठनों के साथ मिलकर, 2017 में ‘यूथ को:लैब’ की स्थापना की थी, जिसका उद्देश्य युवजन में निवेश और उनके सशक्तिकरण के लिए एशिया-प्रशान्त क्षेत्र में स्थित देशों के लिए एक साझा एजेंडा स्थापित करना है, ताकि नेतृत्व, सामाजिक नवाचार और उद्यमिता के ज़रिये, टिकाऊ विकास लक्ष्यों को साकार करने के प्रयासों में तेज़ी लाई जा सके. मौजूदा दौर की सबसे गम्भीर चुनौतियों से निपटने के लिए छह अभिनव समाधानों पर एक नज़र...

गुणवत्तापरक पारम्परिक औषधि के इस्तेमाल के ज़रिये स्वास्थ्य देखभाल को दूरदराज़ के इलाक़ों में पहुँचाया जा सकता है, जहाँ स्वास्थ्य सेवाएं सीमित है.
WHO/Ernest Ankomah

तथ्य-आधारित पारम्परिक चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा दिए जाने का संकल्प

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रथम पारम्परिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन के समापन पर साझेदारों एवं हितधारकों ने तथ्य-आधारित पारम्परिक, पूरक एवं एकीकृत औषधि में निहित सम्भावनाओं को संवारने का संकल्प लिया है, ताकि सौर्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज और मानव स्वास्थ्य व कल्याण पर केन्द्रित टिकाऊ विकास लक्ष्यों को हासिल किया जा सके.