नस्लीय भेदभाव

संयुक्त राष्ट्र ने नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन, और मानवाधिकारों व मानवीय गरिमा की रक्षा के लिए अपने संकल्प को पुष्ट किया है.
Unsplash/Jay Chen

नस्लभेद-विरोधी दिवस: भेदभाव रहित, न्यायसंगत विश्व की ओर क़दम बढ़ाने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने ‘नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन के लिए अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर, मंगलवार को विश्व भर में नस्लभेद और भेदभाव को उखाड़ फेंकने की पुकार लगाई है.

फ़लस्तीनी परिवार, पश्चिमी तट के हेब्रॉन में बस्तियों के बेहद नज़दीक रह रहे हैं.
© UNRWA/Kazem abu Khalaf

क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े में इसराइली आवास नीतियाँ, नस्लीय अलगाव के समान

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने पूर्वी येरूशलम में इसराइल की आवास नीतियों को, फ़लस्तीनी लोगों के साथ भेदभाव और नस्लीय अलगाव (segregation) क़रार दिया है. उन्होंने बुधवार को जारी अपने एक वक्तव्य में कहा है कि ये नीतियाँ, फ़लस्तीनियों के मानवाधिकारों का हनन हैं. 

तख़्ती लिये हुए एक व्यक्ति, जिस पर लिखा है - दासता अब भी मौजूद है.
© Unsplash/Hermes Rivera

पार-अटलाण्टिक दास व्यापार, इतिहास का ‘काला अध्याय’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार, 25 मार्च को, ‘दासता एवं पार-अटलाण्टिक दास व्यापार के पीड़ितों के स्मरण के लिये अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ नस्लवाद के विरुद्ध एकजुट होकर खड़े होने और गरिमा व समानता के आधार पर समाज निर्माण का आहवान किया है. यूएन प्रमुख ने पार-अटलाण्टिक दास व्यापार को इतिहास का एक बहुत काला अध्याय क़रार देते हुए मानवता के विरुद्ध एक स्पष्ट अपराध बताया है. 

पोलैण्ड सीमा के पास यूक्रेनी शरणार्थी.
Chris Melzer/Chris Wolf

यूक्रेन: जान बचाकर भाग रहे लोगों के साथ 'भेदभाव, हिंसा, नस्लभेद' की निन्दा

शरणार्थी मामलों के लिये संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (UNHCR) के उच्चायुक्त फ़िलिपो ग्रैण्डी ने यूक्रेन में हिंसा से जान बचाने के लिये पड़ोसी देशों में शरण लेने वाले, अन्य देशों के नागरिकों के साथ नस्लवाद और भेदभाव पर क्षोभ प्रकट किया है. उन्होंने सोमवार, 21 मार्च, को ‘नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन के लिये अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ पर जारी अपने वक्तव्य में सभी शरणार्थियों के लिये करुणा व एकजुटता के साथ पेश आने का आग्रह किया है. 

हेती में विस्थापितों के लिये बनाए गए एक शिविर में रहने वाले कुछ बच्चे. (फ़ाइल)
UN Photo/Logan Abassi

अफ़्रीकी मूल के लोगों का नया स्थाई फ़ोरम - जनरल असेम्बली में प्रस्ताव पारित

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सदियों से नस्लवाद, नस्लभेद और दासता से पीड़ित रहे अफ़्रीकी मूल के लोगों के जीवन में बेहतरी लाने पर केन्द्रित एक नए मंच की स्थापना की है.

जियॉर्ज फ़्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका और अन्य देशों में नस्लीय भेदभाव का अन्त किए जाने की माँग के समर्थन में प्रदर्शन हुए हैं.
UN Photo/Evan Schneider

शान्तिपूर्ण सभा करने का अधिकार: नई व्याख्या

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समिति ने शान्तिपूर्ण ढँग से एकत्र होने के अधिकार की व्याख्या करते हुए स्पष्ट किया है कि यह दायरा व्यक्तिगत मौजूदगी वाली बैठकों के साथ-साथ वर्चुअल और ऑनलाइन सभाओं के लिये भी लागू होता है. मानवाधिकार समिति के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने कहा है कि लोगों को शान्तिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार है और सरकारों को मानवाधिकार क़ानूनों का सम्मान करते हुए अपने तय दायित्वों का निर्वहन करना चाहिये. 

जियॉर्ज फ़्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका और अन्य देशों में नस्लीय भेदभाव का अन्त किए जाने की माँग के समर्थन में प्रदर्शन हुए हैं.
UN Photo/Evan Schneider

नस्लीय हिंसा के ख़िलाफ़ कार्रवाई - मानवाधिकार उच्चायुक्त की अगुवाई में

मानवाधिकार परिषद ने अफ़्रीकी मूल के लोगों के ख़िलाफ़ क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों में समाए ढाँचागत नस्लवाद से निपटने के प्रयासों की अगुवाई की ज़िम्मेदारी मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट को सौंपी है. जिनीवा में परिषद के सत्र के दौरान अफ़्रीकी समूह के देशों के आग्रह पर बुधवार को नस्लवाद पर चर्चा (Urgent Debate) हुई थी जिसके बाद शुक्रवार को इस मुद्दे पर प्रस्ताव सर्वसम्मति से, और मतदान की ज़रूरत के बिना ही पारित हो गया.  

जियॉर्ज फ़्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका और अन्य देशों में नस्लीय भेदभाव का अन्त किए जाने के समर्थन में प्रदर्शन हुए हैं.
UN News/Daniel Dickinson

'मैं अपने भाई का रखवाला हूँ': मानवाधिकार परिषद में नस्लीय न्याय की भावपूर्ण पुकार

जिनीवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सत्र को सम्बोधित करते हुए जियॉर्ज फ़्लॉयड के भाई फ़्लॉनेस फ़्लॉयड ने समाज में गहरी जड़ जमाए नस्लवाद को उखाड़ फेंकने की पुकार लगाते हुए संयुक्त राष्ट्र से कार्रवाई करने का आग्रह किया है. अमेरिका के मिनियापॉलिस शहर में 25 मई को एक पुलिस अधिकारी ने एक काले अफ़्रीकी व्यक्ति जियॉर्ज फ़्लॉयड की गर्दन पर कई मिनटों तक अपना घुटना टिकाए रखा था और हालत बिगड़ने पर बाद में पुलिस हिरासत में ही जियॉर्ज फ़्लॉयड की मौत हो गई थी. इस घटना के विरोध में नस्लीय न्याय की माँग के समर्थन में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए हैं. 

न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन इलाक़े में प्रदर्शनकारियों ने उन लोगों की याद में 20 मिनट का मौन रखा जिनकी मौत नस्लवादी गतिविधियों के कारण हुई.
© Melissa Ganz

कोविड-19 व्यवधान के बाद मानवाधिकार परिषद का सत्र फिर शुरू, नस्लभेद पर होगी चर्चा

कोविड-19 महामारी के कारण तीन महीने के लम्बे अन्तराल के बाद संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद का सत्र सोमवार को फिर शुरू हुआ जिसमें नस्लवाद के मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराए जाने को हरी झण्डी दी गई है. ग़ौरतलब है कि अमेरिका में एक काले अफ़्रीकी व्यक्ति जियॉर्ज फ़्लॉयड की मौत के बाद अनेक देशों में नस्लीय न्याय की माँग के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन हुए हैं.

ब्राज़ील में अपने सहपाठियों द्वारा प्रस्तुत एक कार्यक्रम को देखते छात्र.
UNICEF/Claudio Versiani

बढ़ते नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन का आह्वान

नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन के अंतरराष्ट्रीय दिवस पर यूएन अधिकारियों और मानवाधिकार विशेषज्ञों ने नफ़रत और भेदभाव की उफ़नती लहरों और उभरते जातीय-राष्ट्रवाद पर लगाम कसने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की है. न्यूज़ीलैंड की मस्जिदों में गोलीबारी जैसी घटनाओं के लिए नस्लीय भेदभाव और वर्चस्ववादी विचारधाराओं को ज़िम्मेदार ठहराया गया है.