'ये कहीं भी हो सकता है': रवांडा में तुत्सी समुदाय के ख़िलाफ़ जनसंहार पर यूएन महासभा में चिन्तन
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह किया है कि नफ़रत भरी बोली व सन्देश (Hate speech), ख़तरे की एक घंटी है, और यह जितनी ज़ोर से बजती है, जनसंहार का ख़तरा उतना ही प्रबल होता जाता है. उन्होंने 'रवांडा में 1994 में तुत्सी समुदाय के विरुद्ध हुए जनसंहार की स्मृति में, अन्तरराष्ट्रीय चिन्तन दिवस' के सिलसिले में शुक्रवार को, यूएन महासभा में आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह चेतावनी दी.