वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

नफ़रत भरे भाषण

सना का पुराना शहर, यमन, विश्व धरोहर स्थल.
© UNESCO/Francesco Bandarin

यमन: अल्पसंख्यक बहाई समुदाय को 'गिरफ़्तारी व हेट स्पीच' से निशाना बनाए जाने की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने यमन की राजधानी सना में, अल्पसंख्यक बहाई पंथ के अनुयायियों को हिरासत में लिए जाने और एक अग्रणी धर्मगुरू द्वारा अपने उपदेश में बहाई अन्य धार्मिक समूहों को निशाना बनाए जाने पर चिन्ता व्यक्त की है.

यूनेस्को का कहना है कि नफ़रत भरी भाषा और सन्देश, दुनिया भर में फैलाव पर हैं.
Unsplash/Jon Tyson

नफ़रत भरे सन्देश व भाषा, 'विविधता व साझा मूल्यों' के लिये बड़ा ख़तरा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शनिवार, 18 जून को नफ़रत भरी बोली, सन्देश व सम्बोधन (hate speech) का मुक़ाबला करने के लिये अन्तरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर जारी अपने सन्देश में आगाह किया है कि ‘हेट स्पीच’ से हिंसा को उकसावा मिलता है, विविधता व सामाजिक जुड़ाव दरकता है और सर्वजन को आपस में बांधने वाले साझा मूल्यों के लिये जोखिम पनपता है.

डीआरसी में यूनीसेफ़ समर्थित एक केंद्र में सशस्त्र गुटों का हिस्सा रही एक 17 वर्षीय युवती की देखभाल की जा रही है.
©UNICEF/Vincent Tremeau

आस्थाओं के बीच पुल निर्माण का आहवान

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार, 4 फ़रवरी, को ‘अन्तरराष्ट्रीय मानव बन्धुत्व दिवस’ पर, नफ़रत भरे सन्देशों व भाषणों, असहिष्णुता, भेदभाव व शारीरिक हिंसा के बढ़ते मामलों पर एक चेतावनी जारी की है.

कोविड-19 महामारी के दौरान इण्टरनैट के इस्तेमाल में वृद्धि हुई है.
© UNICEF/Schermbrucke

‘इण्टरनैट गवर्नेंस फ़ोरम’ – सर्वजन के लिये समावेशी डिजिटल भविष्य को बढ़ावा 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 16वें ‘इण्टरनैट गवर्नेंस फ़ोरम’ को सम्बोधित करते हुए ध्यान दिलाया है कि कोविड-19 महामारी ने सर्वजन के लिये सुलभ व सुरक्षित इण्टरनैट व्यवस्था की अहमियत को रेखांकित किया है. उन्होंने कहा कि डिजिटल टैक्नॉलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल के साथ पनप रही चुनौतियों से निपटने के लिये एकजुट कार्रवाई की आवश्यकता है.    

जिनीवा में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय परिसर में रवाण्डा जनसंहार पीड़ितों की स्मृति में एक स्मारक का अनावरण.
UN Photo/Violaine Martin

रवाण्डा की जनता के साथ एकजुटता – नफ़रत भरे भाषणों से निपटने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रवाण्डा में तुत्सी समुदाय के जनसंहार की बरसी पर नफ़रत फैलाने वाली मुहिमों को पराजित करने और इतिहास को फिर दोहराए जाने से रोकने के लिये समन्वित प्रयासों की पुकार लगाई है. वर्ष 1994 में इस जनसंहार को अंजाम दिया गया, जिसमें तुत्सी समुदाय के साथ-साथ हुतू और अन्य समूहों के उन लोगों को भी निशाना बनाया गया, जिन्होंने जनसंहार का विरोध किया था.

ऑनलाइन हेट स्पीच से निपटने में अब तक सरकारे सफल नहीं हो पाई हैं.
Unsplash/Priscilla du Preez

ऑनलाइन नफ़रत के ऑफ़लाइन दुष्परिणामों को रोकने में 'देश व कंपनियां नाकाम'

अभिव्यक्ति की आज़ादी पर संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ (विशेष रैपोर्टेयर) डेविड काए ने कहा है कि ऑनलाइन माध्यमों पर फैल रही नफ़रत पर रोक लगाने में देश और कंपनियां विफल साबित हो रही हैं. सोमवार को एक रिपोर्ट भी जारी की गई है जिसमें इस विकराल चुनौती से निपटने के लिए इंटरनेट पर क़ानूनी मानकों का सहारा लेने की बात कही गई है.

इस्लामी सांस्कृतिक केंद्र में उपस्थित लोगों को संबोधित करते यूएन महासचिव.
UN Photo/Evan Schneider

'हर प्रकार के चरमपंथ के विरूद्ध कार्रवाई की ज़रूरत'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने न्यूयॉर्क में एक इस्लामी सांस्कृतिक केंद्र का दौरा कर मुस्लिम समाज के साथ एकजुटता का प्रदर्शन किया है. पिछले सप्ताह न्यूज़ीलैंड में मस्जिदों पर गोलीबारी में 50 लोगों की मौत पर शोक जताते हुए उन्होंने चरमपंथ के हर स्वरूप का विरोध करने की अपील की. साथ ही धार्मिक केंद्रों की सुरक्षा के लिए नई कार्य योजना शुरू किए जाने की मंशा ज़ाहिर की है.