निर्धनता

यमन के अदन में विस्थापितों के लिए बनाए गए एक शिविर में एक महिला भोजन पकाते हुए. ये महिला ख़ुद भी कुपोषण की शिकार हैं.
© UNICEF/Saleh Bin Hayan YPN

यमन: युद्धविराम व शान्ति वृद्धि के लिए राजनय एक नए मोड़ पर

संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को सुरक्षा परिषद को बताया है कि पवित्र रमदान महीना बहुत नज़दीक है, ऐसे में यमन में युद्धरत सभी पक्षों को, देश में क़ायम कुछ सापेक्ष शान्ति और अप्रैल 2022 के युद्धविराम समझौते को आधार बनाकर, एक राष्ट्रव्यापी युद्धविराम के लिए बातचीत करनी होगी और देश में मौजूद गम्भीर मानवीय ज़रूरतों से निपटना होगा.

यूएन महासचिव ने क़तर की राजधानी दोहा में सबसे कम विकसित देशों के नेताओं को सम्बोधित किया.
UN Photo/Evan Schneider

सबसे कम विकसित देशों के साथ न्याय किए जाने का समय, यूएन महासचिव 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से सम्पन्न देशों से आग्रह किया है कि विश्व के अल्पतम विकसित देशों में रह रहे एक अरब से अधिक लोगों की आगे बढ़ाकर सहायता की जानी होगी, ताकि उन्हें निर्धनता के कुचक्र से उबारा जा सके. उन्होंने सबसे कम विकसित देशों पर क़तर की राजधानी दोहा में यूएन के अहम सम्मेलन से पहले शनिवार को आयोजित एक शिखर बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है.

यूएन उपमहासचिव आमिना मोहम्मद ने नियामे में बैठक के दौरान, अफ़्रीकी देशों के समक्ष मौजूद चुनौतियों के प्रति आगाह किया.
UNECA/Daniel Getachew

2030 एजेंडा की प्राप्ति के लिए, एकजुटता, नेतृत्व व ठोस कार्रवाई का क्षण

संयुक्त राष्ट्र उपमहासचिव आमिना मोहम्मद ने मंगलवार को निजेर की राजधानी नियामे में अफ़्रीकी मंत्रियों और नीतिनिर्धारकों को सम्बोधित करते हुए कहा है कि विकास मार्ग पर मेहनत से दर्ज की गई प्रगति को, सिलसिलेवार संकटों के कारण झटका लगा है, लेकिन यह हिम्मत हारने का समय नहीं है.

ग्वाटेमाला के एक स्कूल में बच्चे भोजन करते हुए.
© Pep Bonet/NOOR for FAO

FAO: लातीनी अमेरिका व कैरीबियाई क्षेत्र में बढ़ती भुखमरी से निपटने के लिए, कार्रवाई बढ़ाने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य व कृषि संगठन (FAO) ने बुधवार को कहा है कि लातीनी अमेरिका और कैरीबियाई देशों को, भोजन अभाव, निर्धनता और विषमता के बढ़ते स्तरों का सामना करने के लिए कार्रवाई तेज़ करनी होगी.

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में एक युवा लड़की.
UNDP Haiti/Borja Lopetegui Gonzalez

हेती: गैंग हिंसा में तेज़ी, पुलिस पर भीषण दबाव और अवरुद्ध विकास

हेती में संयुक्त राष्ट्र महासचिव की विशेष प्रतिनिधि हेलेन ला लिम ने कहा है कि 2010 में आए विनाशकारी भूकम्प के बाद सुरक्षा व विकास की दिशा में जो प्रगति दर्ज की गई थी, वो देश में लम्बे समय से जारी राजनैतिक व मानवीय संकट के कारण, बिखर रही है. उन्होंने देश में अपराधी गुटों के बीच जारी हिंसा और बुरी तरह लड़खड़ाते राष्ट्रीय पुलिस बल को इसकी एक बड़ी वजह बताया है.

सोमालिया में एक महिला, अपने कुपोषित बच्चे के साथ.
© UNICEF/Mark Condren

सोमालिया: ‘अकाल से बाल-बाल बचा है देश मगर...’

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता समन्वय कार्यालय (OCHA) ने मंगलवार को कहा है कि सोमालिया में, फ़िलहाल तो पूर्ण स्तर वाले अकाल को टाल दिया गया है, मगर खाद्य अभाव व भुखमरी की आपदा, अभी दूर नहीं हुई है.

फ़िलिपींस के मनीला में एक बाज़ार में विक्रेता, एक ग्राहक को सब्ज़ी बेच रहा है.
IMF/Lisa Marie David

बढ़ती महंगाई, 'हर किसी के लिये विकास के अधिकार को ख़तरा'

संयुक्त राष्ट्र की कार्यवाहक मानवाधिकार उच्चायुक्त ने आगाह किया है कि विश्व में बढ़ती महंगाई के कारण उभरती हुई और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिये चुनौती पैदा होने की आशंका है. कार्यवाहक उच्चायुक्त नाडा अल-नशीफ़ ने गुरूवार को जिनीवा में मानवाधिकार परिषद को सम्बोधित करते हुए चेतावनी भरे शब्दों कहा कि यह संकटों का एक ऐसा संगम है, जिससे सभी के लिये ख़तरा पैदा हो रहा है.

उत्तरी थाईलैंड के च्यांग राय में चावल की फ़सल की कटाई करती महिलाएँ.
UN Women/Pornvit Visitoran

वैश्विक खाद्य संकट की 'गम्भीर' स्थिति पर एक विशेष बैठक में चर्चा

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष, अब्दुल्ला शाहिद ने सोमवार को वैश्विक खाद्य संकट से निपटने के लिये एक विशेष बैठक में कहा कि बढ़ती भुखमरी और कुपोषण का मुक़ाबला करने के लिये, खाद्य प्रणालियों में जलवायु सहनसक्षमता बढ़ाना आवश्यक है.

यूक्रेन की राजधानी कीयेव में बमबारी के बाद मलबे के पास खड़ी एक महिला.
© UNDP/Oleksandr Ratushniak

यूक्रेन में युद्ध के कारण बढ़ती महंगाई, निर्धनता के गर्त में धँसते लोग

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) की एक नई रिपोर्ट में चेतावनी जारी की गई है कि वैश्विक खाद्य व ऊर्जा क़ीमतों में आए तेज़ उछाल के कारण, मार्च 2022 के बाद के तीन महीनों में, विकासशील देशों में सात करोड़ 10 लाख से अधिक लोग निर्धनता के गर्त में समा गए हैं. यूएन एजेंसी के अनुसार, यूक्रेन में युद्ध के कारण, निर्धनता दर पर हुआ असर, कोविड-19 महामारी से उपजे व्यवधान से कहीं अधिक तेज़ी से हुआ है.

दक्षिण सूडान के जोंगलेई प्रान्त में कुछ बच्चे भोजन कर रहे हैं. विश्व खाद्य कार्यक्रम द्वारा यहाँ खाद्य असुरक्षा झेल रहे लोगों को राशन प्रदान किया जाता है.
WFP

भूख और कुपोषण के विरुद्ध लड़ाई में वैश्विक प्रयासों को बड़ा झटका

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में भूख की मार झेलने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 82 करोड़ 80 लाख तक पहुँच गई. संगठन का नया विश्लेषण दर्शाता है कि दुनिया  निर्धनता, खाद्य असुरक्षा और कुपोषण के अन्त समेत, टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये तय समयसीमा और रास्ते से भटक रही है.