Skip to main content

नेपाल

नेपाल में कृषि विकास परियोजनाएँ के ज़रिये, ग्रामीण समुदायों में ग़रीबी कम करने में मदद मिल रही है.
© ADB

'नेपाल अपने अगले अध्याय के लिए तैयार'

नेपाल वर्ष 2026 में, दुनिया के अल्पतम विकसित देशों की श्रेणी से बाहर निकल जाएगा. नेपाल में ही पैदा हुए और परवरिश पाए, व नेपाल स्थित संयुक्त राष्ट्र रैज़िडेंट कोऑर्डिनेटर कार्यालय में कार्यरत एक अर्थशास्त्री, सुभाष नेपाली, इस आर्थिक प्रगति के साक्षी रहे हैं.

नेपाल में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का प्रवेश द्वार.
UN News

नेपाल से एक 16 वर्षीय लड़की के उत्पीड़न, बलात्कार और हत्या की जाँच कराने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार समिति ने सोमवार को एक निर्णय सुनाते हुए कहा है कि नेपाल में अधिकारियों को, फ़रवरी 2004 में, देश के गृह युद्ध के दौरान, सुरक्षा बलों द्वारा एक 16 वर्षीय लड़की के उत्पीड़न, बलात्कार और उसकी हत्या के मामले की व्यापक जाँच करानी होगी.

एक यूएन हैलीकॉप्टर काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में देश के भीतर विस्थापित लोगों के लिये बनाए गए इतूरी शिविर में राहत सामग्री लाते हुए. पास ही एक यूएन शान्तिरक्षक चौकसी पर.
© UNICEF/Diana Zeyneb Alhindawi

डीआरसी में एक नेपाली शान्तिरक्षक की मृत्यु, हमले की कड़ी निन्दा

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश और सुरक्षा परिषद ने काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में यूएन शान्तिरक्षकों पर सन्दिग्ध लड़ाकों द्वारा किये गए एक हमले की कड़ी निन्दा की है जिसमें एक नेपाली शान्तिरक्षक की मृत्यु हो गई.

नेपाल की राजधानी काठमाँडू में एक मज़दूर अपनी पीठ पर बोझा ढोते हुए.
UN News/Vibhu Mishra

नेपाल: संक्रमणकालीन न्याय प्रक्रिया के ज़रिये, जवाबदेही व मुआवज़ा सुनिश्चित किये जाने पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने नेपाल में एक दशक लम्बी हिंसा पर विराम लगाने वाले शान्ति समझौते के संकल्पों को वास्तविकता में पूरा किया जाने की आवश्यकता पर बल दिया है. यूएन एजेंसी का मानना है कि संक्रमणकालीन न्याय प्रक्रिया के ज़रिये मानवाधिकार उल्लंघनों के मामलों में जवाबदेही और पीड़ितों के लिये मुआवज़ा तय करने से, स्थाई शान्ति की ज़मीन तैयार करने में मदद मिलेगी. 

नेपाल की पुलिस अधिकारी संज्ञा मल्ला को लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में कोविड-19 की रोकथाम, टीकाकरण व पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने व सराहनीय सेवाओं के लिये सम्मानित किया गया है
Sangya Malla

2021 की सर्वश्रेष्ठ महिला पुलिस अधिकारी - संज्ञा मल्ला

वर्ष 2021 का संयुक्त राष्ट्र सर्वश्रेष्ठ महिला पुलिस अधिकारी का सम्मान, नेपाल की सुपरिटैण्डेण्ट संज्ञा मल्ला को दिया गया है. संज्ञा मल्ला को ये पुरस्कार काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में संयुक्त राष्ट्र के शान्ति व स्थिरता मिशन – MONUSCO में तैनात यूएन शान्तिरक्षकों व अन्य कर्मचारियों की सुरक्षा व बेहतरी में इज़ाफ़ा करने की ख़ातिर किये गए प्रयासों के लिये दिया गया है. संज्ञा मल्ला से बातचीत पर आधारित एक वीडियो रिपोर्ट...

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में यूएन शान्तिरक्षा व स्थिरता मिशन में कार्यरत नेपाल की पुलिस अधिकारी संज्ञा मल्ला वर्ष 2021 का सर्वश्रेष्ठ महिला पुलिस अधिकारी का सम्मान
Sangya Malla

वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला पुलिस अधिकारी, ‘सर्वश्रेष्ठ यूएन की प्रतिमूर्ति’

इस वर्ष का सर्वश्रेष्ठ संयुक्त राष्ट्र महिला पुलिस अधिकारी का पुरस्कार, मंगलवार को, नेपाल की सुपरिटेण्डेण्ट संज्ञा मल्ला को सौंप दिया गया है. संज्ञा मल्ला को ये पुरस्कार काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में असाधारण काम करने के लिये दिया गया है. 

नेपाल की पुलिस अधिकारी संज्ञा मल्ला, जिन्हें काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में कोविड-19 के फैलाव की रोकथाम, वैक्सीन टीकाकरण व पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने व सराहनीय सेवाओं के लिये सम्मानित किया गया है. (नवम्बर 2021)
United Nations

नेपाल की संज्ञा मल्ला को, 2021 की सर्वश्रेष्ठ महिला पुलिस अधिकारी का सम्मान

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में संयुक्त राष्ट्र के शान्तिरक्षा व स्थिरता मिशन (MONUSCO) में कार्यरत, नेपाल की एक महिला अधिकारी संज्ञा मल्ला को, संयुक्त राष्ट्र के ‘वर्ष 2021 के महिला पुलिस अधिकारी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है.

नेपाल में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चों पर डटे कर्मचारियों को कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी ख़ुराक दी जा रही है.
© UNICEF/Preena Shrestha

कोविड-19: नेपाल के लिये समर्थन व एकजुटता की अपील

नेपाल में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रतिनिधि डॉक्टर राजेश पाण्डव ने देश में मौजूदा कोरोनावायरस संकट के मद्देनज़र, अन्य देशों से वैक्सीन की अतिरिक्त ख़ुराकों को नेपाल के साथ साझा किये जाने की अपील की है. वैश्विक महामारी कोविड-19 की भीषण लहर की चपेट में आए नेपाल में, संक्रमितों का आँकड़ा पाँच लाख को पार कर गया है और अब तक सात हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

यूनीसेफ़ स्टाफ़ और नेपाल की सेना ने एक अस्पताल के बाहर चिकित्सा टैण्ट स्थापित किया है.
© UNICEF Nepal

दक्षिण एशिया में संक्रमण की जानलेवा लहर - स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी बोझ

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने चेतावनी जारी की है कि दक्षिण एशिया के देशों में कोरोनावायरस संक्रमण की जानलेवा लहर से जिस तरह के हालात पैदा हो रहे हैं, वैसा इस क्षेत्र में पहले कभी नहीं देखा गया. यूनीसेफ़ के मुताबिक कोरोनावायरस संकट के कारण बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर हुआ है, देशों की नाज़ुक स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी बोझ है और उनके ढह जाने की आशंका वास्तविक है.

दक्षिणी नेपाल के बीरगंज के एक अस्पताल में कोविड-19 मरीज़ों की भारी भीड़ है.
© UNICEF/Munna Sarraf

दक्षिण एशिया में संक्रमण की तेज़ लहर – सहायता धनराशि के लिये अपील

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने निजी बचाव पोशाकों, कोविड-19 टैस्टिंग किटों सहित अन्य उपकरणों व सामग्री के इन्तज़ाम के लिये, 16 करोड़ 40 लाख डॉलर धनराशि की अपील की है. नेपाल और भारत सहित दक्षिण एशिया के देशों में कोरोनावायरस संक्रमण की जानलेवा लहर के मद्देनज़र स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी बोझ है और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ, प्रभावित देशों में जीवनरक्षक जवाबी कार्रवाई में सहयोग कर रही हैं.