मलेरिया

दक्षिण सूडान के जोंगलेई प्रान्त में एक महिला मलेरिया से पीड़ित अपनी चार वर्षीय बेटी के उपचार के लिये दवा ले रही है.
© UNICEF/Mark Naftalin

2021: कोविड महामारी के बावजूद, मलेरिया संक्रमण व मौतों की संख्या रही 'स्थिर'

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरूवार को प्रकाशित अपने एक नए विश्लेषण में जानकारी दी है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रभाव जारी रहने के बावजूद, मलेरिया के मामलों और उसके कारण होने वाली मौतों की संख्या पिछले वर्ष स्थिर रही है.

पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में एक ग्रामीण लड़की, एक नल से पानी भरकर अपने घर को ले जाते हुए.
© UNICEF/Asad Zaidi

WHO: घातक हैज़ा मामले बढ़े,नवीनतम वैश्विक स्वास्थ्य जानकारी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को बताया है कि इस समय यूगाण्डा में इबोला का सामना करने में वहाँ की सरकार को समर्थन दिया जा रहा है और योरोप में कोविड-19 महामारी के मामलों में कुछ चिन्ताजनक बढ़ोत्तरी देखी गई है.

दक्षिण सूडान के बियेनिथियांग में, दो बच्चियाँ एक मच्छरदानी में बैठकर बात कर रही हैं.
© UNICEF/Mark Naftalin

कोविड-19 के बावजूद, मलेरिया मुक्त विश्व की दिशा में प्रगति

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार, 25 अप्रैल, को ‘विश्व मलेरिया दिवस’ पर ध्यान दिलाया है को कोविड-19 महामारी के बावजूद, वर्ष 2021 में मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण के विषय में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है.

सब सहारा अफ्रीका क्षेत्र में अब बड़ी संख्या में महिलाएँ मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानियों का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं.
©UNICEF/Josh Estey

कोविड-19 काल में व्यवधान से, मलेरिया मामलों व मृतक संख्या में वृद्धि 

कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में आए व्यवधान के कारण, मलेरिया के मामलों व उससे होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है, मगर हालात उतने ख़राब साबित नहीं हुए हैं जिनकी पहले आशंका जताई गई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार को मलेरिया पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों से बचाव के लिये, मच्छरदानी लगाना, एक महत्वपूर्ण ऐहतियाती उपाय है.
© UNICEF/Frank Dejongh

मलेरिया के जोखिम वाले बच्चों के लिये पहली बार वैक्सीन प्रयोग की सिफ़ारिश

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मलेरिया की रोकथाम वाली पहली वैक्सीन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किये जाने की सिफ़ारिश की है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुखिया डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने, इस वैक्सीन की ईजाद को, घातक बीमारी मलेरिया के ख़िलाफ़ दशकों से चले आ रहे संघर्ष में, एक ऐतिहासिक उपलब्धि क़रार दिया है.

दक्षिण सूडान में यूनीसेफ़ प्रदत्त मच्छरदानी में अपने बच्चे के साथ एक महिला.
© UNICEF/Mark Naftalin

विश्व मलेरिया दिवस – घातक बीमारी से ‘मुक्त भविष्य सम्भव’

वैश्विक महामारी कोविड-19 और उसकी वजह से उपजे अन्य संकटों के बावजूद, ऐसे देशों की संख्या लगातर बढ़ रही है, जो मलेरिया उन्मूलन को हासिल करने के लक्ष्य के नज़दीक पहुँच रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार, 25 अप्रैल, को ‘विश्व मलेरिया दिवस’ पर यह बात कही है. 

मच्छरों से बचने के लिये, मच्छरदानी के भीतर सोता हुआ एक बच्चा, नवम्बर 2013, मच्छरदानी का इस्तेमाल मलेरिया को रोकने में अहम साधन है.
UNICEF Burundi / Rosalie Colfs

कोविड-19 ने दुनिया भर में मलेरिया पर क़ाबू पाने के प्रयास किये धीमे

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि जीवन-रक्षक स्वास्थ्य सेवाओं में ख़ामियों के कारण मलेरिया पर क़ाबू पाने के प्रयासों में नकारात्मक असर पड़ रहा है और कोरोनावायरस महामारी, मलेरिया बीमारी पर क़ाबू पाने के प्रयासों को और ज़्यादा धक्का पहुँचा सकती है.

सब सहारा अफ्रीका क्षेत्र में अब बड़ी संख्या में महिलाएँ मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानियों का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं.
©UNICEF/Josh Estey

मलेरिया: बच्चों व गर्भवती महिलाओं की देखभाल पर ज़्यादा ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र की एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले के मक़ाबले अब कहीं ज़्यादा संख्या में महिलाएँ और बच्चे मलेरिया से बचाए जा रहे हैं लेकिन मलेरिया के ख़िलाफ़ त्वरित कार्रवाई और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय एकजुटता सुनिश्चित करने के वास्ते और ज़्यादा धन की ज़रूरत है. 

मलावी में मलेरिया से पीड़ित अपने बच्चे की देखभाल करती एक महिला (अप्रैल 2019)
WHO/Mark Nieuwenhof

विश्‍व मलेरिया दिवस पर संयुक्‍त राष्‍ट्र स्‍वास्‍थ्‍य एजेंसी का आग्रह ''शून्य मलेरिया की शुरुआत मुझ से''

मलेरिया से संघर्ष में तक निरन्‍तर प्रगति एक दशक से भी अधिक समय के बाद थम सी गई है। इसलिए इस वर्ष विश्‍व मलेरिया दिवस पर विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन जमीनी स्‍तर पर एक अभियान को समर्थन दे रहा है जिससे मलेरिया की रोकथाम और देखभाल में सुधार के लिए समुदायों को सशक्‍त करने तथा कार्रवाई एवं जिम्‍मेदारी देशों को सौंपने पर बल दिया जा सके।

मलावी में पांच महीने की बच्ची को दिया गया मलेरिया का टीका.
PATH

मलेरिया से मुक़ाबले के प्रयासों को नए टीके से मिली मज़बूती

मलेरिया की घातक बीमारी से निपटने के लिए 30 सालों से जिस टीके को विकसित किया जा रहा था उसे पहली बार मलावी में नवजात शिशुओं को लगाया गया. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे नवप्रवर्तन (इनोवेशन) में मील का पत्थर करार दिया है.