वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

मलेरिया

© UNRWA/Ashraf Amra

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन, 01 दिसम्बर 2023

इस साप्ताहिक समाचार बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...

  • ग़ाज़ा में मानवीय युद्ध-ठहराव के समझौते पर, एक सप्ताह तक अमल के बाद, शुक्रवार को युद्ध फिर भड़का.

  • दुबई में यूएन जलवायु सम्मेलन - कॉप28 के पहले दिन, विकासशील देशों के हित के लिए, ‘हानि और क्षति निधि’ पर बनी सहमति.

  • जलवायु परिवर्तन से, मलेरिया पर क़ाबू पाने की रफ़्तार पलट जाने का जोखिम.

अवधि
10'15"
यूगांडा में, एक माँ के लिए, अपने एक वर्षीय बच्चे को सुलाते समय, मच्छरों से बचाने का इन्तज़ाम करना ज़रूरी था.
© UNICEF/Maria Wamala

जलवायु परिवर्तन से, मलेरिया पर क़ाबू पाने की रफ़्तार पलट जाने का जोखिम

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी - WHO ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों ने, मलेरिया के ख़िलाफ़ लड़ाई में हुई प्रगति को पलट देने का जोखिम उत्पन्न कर दिया है. इनमें विशेष रूप से अत्यन्त चरम मौसम, और ताप लहरों के जोखिम शामिल हैं.

मलावी में पांच महीने की बच्ची को दिया गया मलेरिया का टीका.
PATH

बच्चों में मलेरिया की रोकथाम के लिए, दूसरी वैक्सीन को मिली मंज़ूरी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मलेरिया रोग के विरुद्ध लड़ाई में बच्चों के लिए एक नई वैक्सीन को इस्तेमाल में लाए जाने मंज़ूरी दी है, जोकि संगठन की स्वीकृति पाने वाला दूसरा टीका है. पहले टीके की उपलब्धता सीमित साबित हुई है, मगर अब उम्मीद जताई गई है कि दूसरी वैक्सीन की कम क़ीमत और सरल सुलभता से बच्चों को जल्द सुरक्षा चक्र के दायरे में लाया जा सकेगा.

दुनिया भर में 80 फ़ीसदी आबादी द्वारा पारम्परिक औषधि व चिकित्सा पद्धति का इस्तेमाल किया जाता है.
WHO

पारम्परिक चिकित्सा पद्धतियाँ, आधुनिक युग में भी सदुपयोगी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) 17 और 18 अगस्त को, भारत के गुजरात प्रदेश के गांधीनगर शहर में प्रथम पारम्परिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है. भारत सरकार की साझेदारी में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में, गम्भीर स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने और वैश्विक स्वास्थ्य एवं टिकाऊ विकास में प्रगति को आगे बढ़ाने में, पारम्परिकपूरक व एकीकृत चिकित्सा की भूमिका पर चर्चा होगी. आधुनिक चिकित्सा में पारम्परिक प्रणालियों के योगदान पर प्रकाश डालती एक रिपोर्ट.

वैश्विक मलेरिया उन्मूलन प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए प्रयास जारी हैं.
© WHO/Nurbolot Usenbaev

अज़रबेजान और ताजिकिस्तान ने मलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल किया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अज़रबेजान और ताजिकिस्तान द्वारा अपने क्षेत्रों में मलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य की प्राप्ति की घोषणा की है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने बताया कि एक सदी से चले आ रहे सतत प्रयासों के परिणामस्वरूप इन देशों को इस बीमारी को उखाड़ फेंकने में सफलता मिली है.

दक्षिण सूडान के जोंगलेई प्रान्त में एक महिला मलेरिया से पीड़ित अपनी चार वर्षीय बेटी के उपचार के लिये दवा ले रही है.
© UNICEF/Mark Naftalin

2021: कोविड महामारी के बावजूद, मलेरिया संक्रमण व मौतों की संख्या रही 'स्थिर'

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरूवार को प्रकाशित अपने एक नए विश्लेषण में जानकारी दी है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रभाव जारी रहने के बावजूद, मलेरिया के मामलों और उसके कारण होने वाली मौतों की संख्या पिछले वर्ष स्थिर रही है.

पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में एक ग्रामीण लड़की, एक नल से पानी भरकर अपने घर को ले जाते हुए.
© UNICEF/Asad Zaidi

WHO: घातक हैज़ा मामले बढ़े,नवीनतम वैश्विक स्वास्थ्य जानकारी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को बताया है कि इस समय यूगाण्डा में इबोला का सामना करने में वहाँ की सरकार को समर्थन दिया जा रहा है और योरोप में कोविड-19 महामारी के मामलों में कुछ चिन्ताजनक बढ़ोत्तरी देखी गई है.

दक्षिण सूडान के बियेनिथियांग में, दो बच्चियाँ एक मच्छरदानी में बैठकर बात कर रही हैं.
© UNICEF/Mark Naftalin

कोविड-19 के बावजूद, मलेरिया मुक्त विश्व की दिशा में प्रगति

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार, 25 अप्रैल, को ‘विश्व मलेरिया दिवस’ पर ध्यान दिलाया है को कोविड-19 महामारी के बावजूद, वर्ष 2021 में मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण के विषय में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है.

सब सहारा अफ्रीका क्षेत्र में अब बड़ी संख्या में महिलाएँ मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानियों का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं.
©UNICEF/Josh Estey

कोविड-19 काल में व्यवधान से, मलेरिया मामलों व मृतक संख्या में वृद्धि 

कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में आए व्यवधान के कारण, मलेरिया के मामलों व उससे होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है, मगर हालात उतने ख़राब साबित नहीं हुए हैं जिनकी पहले आशंका जताई गई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार को मलेरिया पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों से बचाव के लिये, मच्छरदानी लगाना, एक महत्वपूर्ण ऐहतियाती उपाय है.
© UNICEF/Frank Dejongh

मलेरिया के जोखिम वाले बच्चों के लिये पहली बार वैक्सीन प्रयोग की सिफ़ारिश

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मलेरिया की रोकथाम वाली पहली वैक्सीन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किये जाने की सिफ़ारिश की है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुखिया डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने, इस वैक्सीन की ईजाद को, घातक बीमारी मलेरिया के ख़िलाफ़ दशकों से चले आ रहे संघर्ष में, एक ऐतिहासिक उपलब्धि क़रार दिया है.