वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

महिलाएं

गृहिणी और दो बच्चों कीमाँ, विजेता, भोटिया जनजाति से सम्बन्ध रखती हैं - उनकी आजीविका के मुख्य स्रोत के रूप में भेड़ और बक़रियों को पालते हैं
© UNDP/Deepak Malik

भारत: महिलाओं का सशक्तिकरण, बेहतर भविष्य की बुनावट

उत्तराखंड की निवासी पैंतालिस वर्षीय विजेता, ध्यानपूर्वक बुनाई करते हुए कहती हैं, “मैं दशकों से बुनाई कर रही हूँ, मैंने ये हुनर अपनी माँ से सीखा है. यह उन परम्पराओं में से है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलती आ रही है.”

यह सुनिश्चित करने के लिए कि शहरी गतिशीलता प्रणाली और सार्वजनिक स्थान सुरक्षित, समावेशी और लिंग-उत्तरदायी होने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, भारत के शहरों में महिलाओं के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन का निर्माण करें.
UNIC India/Rohit Karan

भारत: शहरों में सार्वजनिक परिवहन को, महिलाओं के लिए सुरक्षित व सुलभ बनाना

भारत में शहरों के विकास के साथ-साथ, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सार्वजनिक परिवहन सभी के लिए सुरक्षित और सुलभ हो, विशेष रूप से महिलाओं के लिए. ये एक नए, ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनने की दिशा में अहम क़दम है, इसके लिए महिलाओं के विकास से, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की ओर बढ़ना होगा.

रवाण्डा में एक युवा लड़की को एचपीवी की वैक्सीन दी जा रहीहै और अन्य स्कूली छात्राएँ भी अपनी बारी का उत्सुकता और घबराहट में इन्तज़ार कर रही हैं.
© UNICEF/Laurent Rusanganwa

एचआईवी पीड़ित महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के उन्मूलन की दिशा में प्रगति

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि सर्वाइकल कैंसर के उन्मूलन में तेज़ी लाने पर केन्द्रित वैश्विक रणनीति लागू किए जाने और एचआईवी पीड़ित होने के कारण, ज़्यादा जोखिम झेल रही महिलाओं के बारे में पुख़्ता जानकारी जुटाए जाने के दो साल बाद, इस बीमारी के विरुद्ध सभी मोर्चों पर प्रगति दर्ज की गई है.

बांग्लादेश की अपनी यात्रा के दौरान, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट ने कॉक्स बाजार में रोहिंग्या छात्रों से मुलाकात की.
यूनिफीड

यूएन मानवधिकार प्रमुख का कॉक्सेस बाज़ार दौरा, सुनीं रोहिंज्या शरणार्थियों की चिन्ताएँ

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने बांग्लादेश की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान, मंगलवार को अनेक अधिकारियों, नागरिक समाज के प्रतिनिधियों और रोहिज्या शरणार्थियों के साथ मुलाक़ात करके उनकी स्थिति के बारे में ताज़ा जानकारी हासिल की और उनकी चिन्ताएँ सुनीं.

तीन दशकों से चले आ रहे संघर्ष से अफ़ग़ानिस्तान की शिक्षा प्रणाली तबाह हो गई है.
UNICEF/UN0212108/Mohammadi

अफ़ग़ानिस्तान: लड़कियों की पढ़ाई पर रोक चिन्ताजनक, ‘शिक्षा के अधिकार का सम्मान हो’

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रविवार रात जारी अपने एक प्रैस वक्तव्य में अफ़ग़ानिस्तान में कक्षा छह से ऊपर की पढ़ाई कर रही लड़कियों के लिये शिक्षा को नकारे जाने पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए, तालेबान से शिक्षा के अधिकार का सम्मान किये जाने का आग्रह किया है. 

दक्षिण अफ़्रीका की एक 23 वर्षीय महिला, जिसमें अपने जीवन भर हिंसा और भेदभाव का सामना किया है, अब एक एनजीओ उसकी मदद कर रहा है.
© UNICEF/Karin Schermbrucke

'महिलाओं और लड़कियों को, हिंसा मुक्त, सुरक्षित, गरिमापूर्ण, स्वतंत्र जीवन का अधिकार'

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने लैंगिक भेदभाव पर आधारित हिंसा का उन्मूलन करने में लड़कों व पुरुषों की महत्वपूर्ण भूमिका की ज़रूरत विषय पर मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा है कि महिलाओं व लड़कियों के ख़िलाफ़ हिंसा शायद, “सबसे दीर्घकालीन और घातक महामारी” है.

वर्ष 2030 तक लैंगिक समानता हासिल करने के लक्ष्य के साथ, दक्षिण सूडान के जुबा में महिलाओं का प्रदर्शन. (फाइल)
UN Photo/JC McIlwaine

शान्तिपूर्ण, टिकाऊ दुनिया के लिये लैंगिक समानता 'मौलिक पूर्वापेक्षा'

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने लैंगिक समानता के मुद्दे पर आयोजित एक टाउन हॉल बैठक में कहा है कि लैंगिक समानता अनिवार्य रूप से "शक्ति का प्रश्न" है, जो सहस्राब्दियों से, अधिकतर पुरुषों के हाथों में रहा है, और "सभी का नुक़सान करता रहा है." 

अफ़ग़ानिस्तान में, महिलाएँ और उनकी बेटियों को, सर्दी से बचने का सामान वितरित किये जाते हुए. इसमें आटा, चावल, कम्बल, गर्म कपड़े और बाल्टियाँ वग़ैरा शामिल थे.
© UNICEF/Omid Fazel

अफ़ग़ानिस्तान: 'शान्ति प्राप्ति के लिये, महिलाओं को नेतृत्व का मौक़ा ज़रूरी', मिशेल बाशेलेट

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाशेलेट ने ज़ोर देकर कहा कि अफ़ग़ानिस्तान को शान्ति और प्रगति हासिल करनी है तो, अफ़ग़ान महिलाओं को नेतृत्व करने के लिए स्थान दिया जाना होगा जबकि वो चाहे शान्ति निर्माता, मानवतावादी या निर्णायक ताक़तों के रूप में साहसपूर्वक अपने समुदायों को आगे बढ़ा रही हैं. 

सीरिया का एक विस्थापित परिवार, अल होल शिविर में.
© UNICEF

सीरिया: बढ़ती हिंसा व गहराते मानवीय संकट के बीच, भय वृद्धि

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त शीर्ष मानवाधिकार जाँचकर्ताओं ने सीरिया के विनाशकारी युद्ध के राजनैतिक समाधान के लिये नए सिरे से प्रयास करने का आग्रह किया है, जिसमें हाल के महीनों में हिंसा वृद्धि और मानवीय संकट और ज़्यादा गम्भीर होते देखा गया है.

गर्भपात सम्बन्धी पाबन्दियाँ, महिलाओं व लड़कियों को असुरक्षित प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करने के लिये मजबूर कर सकती हैं.
© WHO

सुरक्षित गर्भपात के लिये नए दिशानिर्देश, महिलाओं व लड़कियों के स्वास्थ्य के लिये अहम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने महिलाओं व लड़कियों के स्वास्थ्य की रक्षा सुनिश्चित किये जाने के इरादे से गर्भपात देखभाल के लिये नए दिशानिर्देश जारी किये हैं. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने बुधवार को कहा है कि इन दिशानिर्देशों की मदद से विश्व भर में हर वर्ष असुरक्षित गर्भपात के ढाई करोड़ मामलों की रोकथाम की जा सकेगी.