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मौसम विज्ञान

इथियोपिया में ऐल नीन्यो प्रभाव के कारण सूखा पड़ा है, जिससे हर परिवार प्रभावित हुआ है.
OCHA/Charlotte Cans

‘ऐल नीन्यो’ प्रभाव के कारण तापमान वृद्धि की सम्भावना, खाद्य सुरक्षा पर ख़तरा

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने सचेत किया है कि इस वर्ष, प्रशान्त महासागर में ‘ऐल नीन्यो’ जलवायु रुझान विकसित होने की सम्भावना है, जोकि तापमान में भारी उछाल और चरम मौसम घटनाओं क वजह बन सकता है.

स्पेन के बार्सिलोना में एक तूफ़ान उठता हुआ.
© WMO/Carlos Castillejo Balsera

एकीकृत मौसम व जलवायु सेवाओं में अधिक निवेश किए जाने का आग्रह

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने कहा है कि दुनिया को नवीकरणीय ऊर्जा भविष्य की ओर ले जाते समय, एकीकृत मौसम व जलवायु सेवाओं में विशाल निवेश किए जाने की भी आवश्यकता होगी. सौर, पवन, जलविद्युत जैसे नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत, मौसम व जलवायु रुझानों के अनुरूप बदलते हैं, और इसलिए इनके बारे में पुख्ता जानकारी की उपलब्धता ज़रूरी है.

यूएन मानवीय राहत विमान सेवा, मेडागास्कर में तूफ़ान प्रभावित इलाक़े के ऊपर उड़ान भर रहा है.
WFP

मोज़ाम्बीक़ से टकराया चक्रवाती तूफ़ान 'फ़्रेडी', जीवन रक्षा के लिए समय-पूर्व तैयारी पर ज़ोर

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने चेतावनी जारी की है कि चक्रवाती तूफ़ान ‘फ़्रेडी’, तेज़ हवाओं और उफ़नती समुद्री लहरों के साथ मेडागास्कर से टकराने के बाद, इस सप्ताहान्त अपने साथ मूसलाधार बारिश लेकर आ रहा है, जोकि मोज़ाम्बीक़ व दक्षिणी अफ़्रीका के लिए ख़तरा है.  

दुनिया भर में कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुई आर्थिक मन्दी के बावजूद कार्बन डाइऑक्साइड के स्तरों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है.
Unsplash/Johannes Plenio

ग्रीनहाउस गैसों की सतत निगरानी के लिए, यूएन मौसम विज्ञान एजेंसी की योजना

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में एक योजना पर देशों की सरकारें और अन्तरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय गम्भीरतापूर्वक विचार कर रहे हैं. इस योजना से, वातावरण को प्रदूषित करने वाली ग्रीनहाउस गैसों का आकलन करने और स्थिति में बेहतरी लाने के उपायों को चिन्हित करने में मदद मिलने की आशा है.

केवल एक तिहाई लघु द्वीपीय विकासशील देशों में ही समय पूर्व चेतावनी प्रणाली की व्यवस्था है. सबसे कम विकसित देशों में यह आँकड़ा 50 फ़ीसदी है.
UNDRR/Chris Huby

2027 तक सर्वजन के लिये समय पूर्व चेतावनी की व्यवस्था, 3.1 अरब डॉलर की योजना

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ख़तरनाक चरम मौसम घटनाओं से बचाव पर केन्द्रित, समय पूर्व चेतावनी प्रणाली को अगले पाँच वर्षों में सर्वजन तक पहुँचाने के इरादे से, तीन अरब 10 करोड़ डॉलर की एक नई योजना प्रस्तुत की है. महासचिव गुटेरेश ने सोमवार को मिस्र के शर्म अल-शेख़ में यूएन जलवायु सम्मेलन - कॉप27 के दौरान अनुकूलन व सहनक्षमता प्रयासों में समान रूप से निवेश किये जाने का आग्रह किया है.

मंगोलिया के उलानबाटर में कोयला-चालित बिजली संयंत्रों में उत्सर्जन से वायु प्रदूषण
ADB/Ariel Javellana

प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की दोहरी चुनौती, ‘जलवायु दण्ड’ के जोखिम में वृद्धि

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने अपनी एक नई रिपोर्ट में आगाह किया है कि ताप लहरों की आवृत्ति, गहनता और अवधि बढ़ने से ना केवल इस सदी में जंगलों में आग लगने की घटनाएँ बढ़ेंगी, बल्कि वायु गुणवत्ता भी बद से बदतर हो जाने की आशंका है. यूएन एजेंसी बुधवार, 7 सितम्बर, को ‘नीले आकाश के लिये स्वच्छ वायु का अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर मानव स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्रों के लिये बढ़ते जोखिम के प्रति ध्यान आकृष्ट किया है. 

पराबैंगनी प्रकाश में ज़्यादा देर तक रहने से त्वचा का कैंसर होने का जोखिम बढ़ता है.
© Unsplash/Ferran Feixas

क्या आप धूप में सुरक्षित हैं? त्वचा कैंसर से बचाव के लिये यूएन ऐप

वैज्ञानिक तथ्य दर्शाते हैं कि पराबैंगनी विकिरण (UV radiation) के सम्पर्क में अधिक रहने से त्वचा कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के समूह ने उपयुक्त बचाव उपायों के इरादे से, मंगलवार को एक नया ऐप (सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम) पेश किया है, जिससे हर किसी के लिये, कहीं भी यह जानना सरल होगा कि घर से बाहर कितनी देर के लिये, धूप में सुरक्षित रहा जा सकता है.
 

असाधारण और गहन ताप लहरों की वजह से योरोप में तापमान के पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं.
WMO Video screen shot

योरोप: गर्मियों की शुरुआत में ही भीषण तापलहर का प्रकोप

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने कहा है कि योरोपीय देशों को इस साल ऐसी अभूतपूर्व और झुलसा देने वाली ताप लहर से जूझना पड़ रहा है, जिसने अपेक्षित समय से पहले ही दस्तक दे दी है. गर्मी के मौसम के शुरुआती दिनों में ही तापमान के इस रुझान ने आगामी दिनों में हालात के प्रति चिन्ता बढ़ा दी है. 

भारत के अनेक हिस्सों में लोग गर्मी से बेहाल हैं. एक महिला तपती धूप में भोजन कर रही है.
© UNICEF/Soumi Das

भारत और पाकिस्तान भीषण गर्मी की चपेट में, जीवनरक्षा के लिये ऐहतियाती उपायों पर ज़ोर

विश्व में घनी आबादी वाले देशों में शुमार होने वाले भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों में इन दिनों करोड़ों लोग भीषण गर्मी में झुलस रहे हैं और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को छू चुका है. इसके मद्देनज़र, दोनों देशों में मौसम विज्ञान विभाग, स्वास्थ्य व आपदा प्रबन्धन एजेंसियों साथ मिलकर उन उपायों को प्रभावी ढँग से लागू करने में जुटे हैं, जिनकी मदद से अतीत के सालों में ज़िन्दगियों की रक्षा कर पाना सम्भव हुआ है. 

ग्रीनलैण्ड सागर में एक हिमखण्ड के पास एक मछुआरा.
Climate Visuals Countdown/Turpin Samuel

आर्कटिक में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस पहुँचने की पुष्टि, नया रिकॉर्ड

संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने आर्कटिक क्षेत्र में 38 डिग्री सेल्सियस, यानि क़रीब 100 डिग्री फ़ैरेनहाइट तापमान दर्ज किये जाने की पुष्टि की है. यूएन एजेंसी का कहना है कि चरम मौसम व जलवायु पुरालेख (archives) में दर्ज आँकड़े बदलती हुई जलवायु को परिलक्षित करते हैं.