मानवीय संकट

यमन में हिंसक टकराव के कारण विशाल स्तर पर मानवीय संकट उपजा है.
© UNICEF/Gabreez

यमन: नवीनतम दौर की वार्ता, 887 बन्दियों की रिहाई पर सहमति के साथ सम्पन्न

यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैंस ग्रुंडबर्ग ने सोमवार को सभी पक्षों द्वारा उन 887 बन्दियों को रिहा किए जाने की योजना की घोषणा की है, जिन्हें हिंसक टकराव के दौरान हिरासत में लिया गया था. उन्होंने 10 दिनों से जारी वार्ता में हुई प्रगति पर जानकारी दी, जिसके ज़रिए पिछले आठ वर्षों से जारी युद्ध पर विराम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

सीरिया के राक्का शहर में अस्थाई शिविर में रहता एक परिवार.
© UNICEF/Delil Souleiman

सीरिया में शान्ति के लिये, ‘राजनैतिक समाधान ही एकमात्र रास्ता’

सीरिया के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पैडरसन ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद में सदस्य देशों से आग्रह किया है कि देश में पिछले 11 वर्षों से जारी क्रूर हिंसक संघर्ष का बातचीत के ज़रिये राजनैतिक समाधान निकालने के लिये उनके प्रयासों को समर्थन दिया जाना होगा.

हैज़ा के लक्षणों से पीड़ित मरीज़ों को राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में उपचार किया जा रहा है.
© UNICEF/Odelyn Joseph

हेती: गैंग हिंसा पर लगाम कसने के लिये, सुरक्षा परिषद ने ‘प्रतिबन्ध पैकेज’ को किया पारित

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को सर्वमत से हेती के लिये एक प्रतिबन्ध व्यवस्था को स्वीकृति दी है, जिसके ज़रिये आपराधिक गुटों के नेताओं और उन्हें पोषित करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. इन प्रतिबन्धों की मदद से एक गम्भीर मानवीय संकट से गुज़र रहे हेती में हिंसा और अराजकता पर नियंत्रण पाने की उम्मीद जताई गई है.

पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में एक जलमग्न गाँव.
© UNICEF/Asad Zaidi

पाकिस्तान में बाढ़ से ‘अभूतपूर्व’ संकट, ज़रूरतमन्दों के लिये सहायता प्रयासों में तेज़ी

पाकिस्तान में पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान मूसलाधार बारिश के कारण भारी तबाही हुई है. एक हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, लाखों घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, और बुनियादी ढाँचे व अतिआवश्यक सेवाओं पर भीषण असर हुआ है. संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत एजेंसियों ने शुक्रवार को आगाह किया है कि पाकिस्तान का एक तिहाई हिस्से में पानी भर गया है, जिससे अभूतपूर्व स्तर पर मानवीय राहत संकट पैदा हुआ है.

यमन के ख़ानफ़ार ज़िले में एक महिला रोटी बना रही है.
© WFP/ Saleh Hayyan

यमन: मानवीय संकट की रोकथाम के लिये 4.3 अरब डॉलर की दरकार 

यमन में संयुक्त राष्ट्र की मानवीय राहत टीम ने वर्ष 2022 के लिये अपनी ‘सहायता कार्रवाई योजना’ में क़रीब चार अरब 30 करोड़ डॉलर धनराशि की पुकार लगाई है. यूएन का कहना है कि लड़ाई में फ़िलहाल ठहराव के बावजूद, बद से बदतर होते हालात को रोकने के लिये मानवीय राहत प्रयास ज़रूरी हैं. 

यूक्रेन के क्रास्ने गाँव में गेहूँ की पैदावार.
© FAO/Anatolii Stepanov

यूक्रेन संकट से गम्भीर खाद्य असुरक्षा उत्पन्न होने का जोखिम

संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यूक्रेन में युद्ध जारी रहने के कारण, वहाँ जल्द ही लाखों लोगों को गम्भीर खाद्य असुरक्षा का सामना करना पड़ सकता है. रूसी आक्रमण के एक महीने से भी अधिक समय बीत जाने के बाद, बड़ी संख्या में लोग हिंसा प्रभावित इलाक़ों में फँसे हुए हैं, जहाँ आवश्यक सामग्री की क़िल्लत पैदा हो रही है.

पोलैण्ड में प्रवेश करने के बाद, एक यूक्रेनी महिला अपने बेटे को निवाच देने के लिये कम्बल लेते हुए.
WHO/Kasia Strek

यूक्रेन संकट: मानवीय सहायता पर, यूएन महासभा में प्रतिस्पर्धी प्रस्तावों पर चर्चा

यूक्रेन संकट पर बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के आपात सत्र की दूसरी बैठक हुई है, जिसमें 24 फ़रवरी को रूसी आक्रमण के बाद उपजे मानवीय संकट के मुद्दे पर दो अलग-अलग प्रस्तावों के मसौदे को प्रतिनिधियों के समक्ष पेश किया गया है.    

यमन के सना में एक अस्पताल में कुपोषण के लिये एक शिशु का इलाज किया जा रहा है.
© UNICEF/Moohialdin Fuad

यमन में बढ़ती भुखमरी से 'तबाही' की स्थिति

संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों के प्रमुखों ने कहा कि यमन में भुखमरी संकट "तबाही के कगार पर है." ताज़ा आँकड़ों के विश्लेषण में युद्ध से त्रस्त इस देश में, रिकॉर्ड स्तर पर खाद्य असुरक्षा की सम्भावना के संकेत मिले हैं.

ग़ाज़ा पट्टी में इसराली बमबारी में ध्वस्त हुए एक तीन-मंज़िला मकान के बाहर एक लड़की.
© UNICEF/Eyad El Baba

मध्य पूर्व: जायज़ राजनैतिक प्रक्रिया का कोई विकल्प नहीं, सुरक्षा परिषद में यूएन दूत

मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिये यूएन के विशेष समन्वयक टॉर वैनेसलैण्ड ने कहा है कि इसराइल के क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़ों में, राजनैतिक समाधान के अभाव में, ख़राब होते हालात अस्थिरता की ओर बढ़ रहे हैं. इसके मद्देनज़र, उन्होंने सचेत किया है कि टकराव को बढ़ावा देने वाले मूल मुद्दों के निपटारे के लिये, एक जायज़ राजनैतिक प्रक्रिया का कोई विकल्प नहीं है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम, मेडागास्कार में जलवायु अनुकूलन कार्यक्रमों के ज़रिये स्थानीय आबादी को जलवायु व्यवधानों से निपटने में मदद कर रहा है.
© WFP/Alice Rahmoun

अल्प-वित्तपोषित संकटग्रस्त देशों के लिये, 15 करोड़ डॉलर की रक़म जारी

संयुक्त राष्ट्र ने अफ़्रीका, अमेरिका, एशिया और मध्य पूर्व क्षेत्र में स्थित 13 देशों में मानवीय राहत अभियानों को मज़बूती प्रदान करते हुए, गुरूवार को 15 करोड़ डॉलर की सहायता धनराशि जारी की है.