मानवीय आवश्यकता

WFP पाकिस्तान के बलूचिस्तान में मानसून बाढ़ से प्रभावित समुदायों के लिए भोजन वितरित करते हुए
डब्ल्यूएफपी/बलाच जमाली

पाकिस्तान: भंयकर बाढ़ जारी, WFP भी सहायता में सक्रिय

संयुक्त राष्ट्र की खाद्य सहायता एजेंसी (WFP) ने सोमवार को कहा कि भीषण बाढ़ का सामना कर रहे पाकिस्तान को यथासम्भव भरपूर समर्थन दिया जा रहा है. पाकिस्तान में इस भीषण बाड़ में अभी तक ख़बरों के अनुसार, 1,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 3 करोड़ 30 लाख लोग विस्थापित हुए हैं.

यूएन महासचिव ने मोल्दोवा की राजधानी चिज़िनाउ में स्थित एक शरणार्थी केंद्र का दौरा किया.
UN Photo/Mark Garten

मोल्दोवा ने अपनी सीमाएँ, घर व दिल खोले हैं, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अपनी मोल्दोवा यात्रा के दूसरे दिन आगाह करते हुए कहा है शरणार्थी शिविरों के अभाव में उपजे प्रवासन संकट की वजह से, क़रीब 95 प्रतिशत यूक्रेनी नागरिकों को मोल्दोवा के परिवारों के साथ रहना पड़ रहा है. 

सीरिया का एक विस्थापित परिवार, अल होल शिविर में.
© UNICEF

सीरिया: मानवीय सहायता के ज़रूरतमन्द बच्चों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर  

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने आगाह किया है कि देश में संकट शुरू होने के 11 वर्ष बाद भी, सीरिया और अन्य पड़ोसी देशों में लाखों बच्चे भय, सहायता आवश्यकता और अनिश्चितता के साये में जीवन गुज़ारने के लिये मजबूर हैं और ज़रूरतमन्दों की संख्या रिकॉर्ड स्तर को छू रही है. यूएन एजेंसी ने हिंसक संघर्ष से प्रभावित सीरिया में 65 लाख और पड़ोसी देशों में 58 लाख ज़रूरतमन्द सीरियाई बच्चों के लिये सहायता की पुकार लगाई गई है. 

अफ़ग़ानिस्तान के कन्दाहार में एक विस्थापित परिवार.
© UNOCHA/Sayed Habib Bidel

अफ़ग़ानिस्तान व पड़ोसी देशों को समर्थन के लिये, 58 करोड़ डॉलर की अपील

संयुक्त राष्ट्र प्रवासन संगठन (IOM) ने अफ़ग़ानिस्तान और छह पड़ोसी देशों में संकट-प्रभावित 36 लाख लोगों  की मानवीय और संरक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने, और स्थानीय समुदायों को सुदृढ़ बनाने के लिये 58 करोड़ 90 लाख डॉलर की एक अपील जारी की है. 

विश्व खाद्य कार्यक्रम सहित अन्य यूएन एजेंसियाँ अफ़ग़ानिस्तान में राहत अभियान में जुटी हैं.
© WFP/Marco Di Lauro

अफ़ग़ानिस्तान: काबुल में अस्पताल पर हमला; स्वास्थ्य केन्द्रों को निशाना नहीं बनाए जाने की अपील 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उपप्रवक्ता ने कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल के एक सैन्य अस्पताल पर हुए जानलेवा हमले ने फिर आगाह किया है कि स्वास्थ्य केन्द्रों को कभी भी निशाना नहीं बनाया जाना चाहिये. इस बीच, यूएन एजेंसियाँ देश भर में ज़रूरतमन्दों तक राहत सामग्री पहुँचाने के कार्य को तेज़ी से आगे बढ़ा रही हैं.