मानवाधिकार उल्लंघन

यूक्रेन के इरपिन में आठ वर्षीय बच्ची, उस इमारत के सामने खड़ी है, जहाँ एक छोटे कमरे में वह अपनी माँ और बहन के साथ रहती है.
© UNICEF/Olena Hrom

सर्वजन के लिए मानवाधिकार वादों को यथार्थ में साकार करने का आहवान

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को जिनीवा स्थित मानवाधिकार परिषद को सम्बोधित करते हुए कहा कि मानवाधिकार, विलास की वस्तु नहीं हैं जिन्हें विश्व की अन्य समस्याओं के समाधान तलाश किए जाने तक छोड़ दिया जाए. उन्होंने सोमवार को परिषद के 52वें सत्र के उदघाटन दिवस पर कहा कि मानवाधिकारों में अनेक वैश्विक समस्याओं के समाधान निहित हैं, और इन्हें हर स्थान पर आम लोगों के जीवन में वास्तविकता बनाया जाना होगा.

यूक्रेन के बूचा में हिंसा के दौरान ध्वस्त वाहनों के पास से कुछ बच्चे गुज़र रहे हैं.
© OHCHR/Anthony Headley

यूक्रेन: लोगों की पीड़ा को नए 'सामान्य हालात' बनने से रोकना होगा, OHCHR प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क (OHCHR) ने अपने यूक्रेन दौरे के समापन पर क्षोभ व्यक्त किया है कि देश में लाखों लोग, गहन पीड़ा का अनुभव कर रहे हैं, और इस स्थिति को, नए 'सामान्य हालात' में तब्दील होने देने से रोका जाना होगा.

यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टूर्क ने रविवार को यूक्रेन की राजधानी कीयव का दौरा किया.
OHCHR

युद्ध पीड़ितों के साथ एकजुटता के लिए, मानवाधिकार उच्चायुक्त की यूक्रेन यात्रा

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) वोल्कर टर्क ने यूक्रेन में ‘भयावह’ युद्ध के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के इरादे से रविवार को अपना चार-दिवसीय आधिकारिक दौरा आरम्भ किया है.

यूक्रेन के बूचा में एक सामूहिक क़ब्र के पास एक यूएन कर्मचारी. पृष्ठभूमि में मानवीय राहत मामलों में संयोजन के लिये यूएन अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफ़िथ्स.
© UNOCHA/Saviano Abreu

यूक्रेन: मानवाधिकार उल्लंघनों पर यूएन आयोग की रिपोर्ट, जवाबदेही तय किये जाने पर बल

यूक्रेन के लिये गठित स्वतंत्र जाँच आयोग ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनी पहली लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत की है. रिपोर्ट का निष्कर्ष है कि यह विश्वास करने के लिये तार्किक आधार मौजूद हैं कि यूक्रेन में युद्ध के दौरान विविध प्रकार के युद्ध अपराधों, और अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानून व मानव कल्याण क़ानून का उल्लंघन किया गया है.

लीबिया के त्रिपोली शहर में टीबी से पीड़ित एक सूडानी शरणार्थी.
UNOCHA/Giles Clarke

लीबिया: प्रवासियों के मानवाधिकारों का गम्भीर उल्लंघन, OHCHR ने जताया गहरा क्षोभ

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि लीबिया में प्रवासियों के मानवाधिकारों का व्यापक व व्यवस्थागत उल्लंघन, देश के भीतर व बाहर उपलब्ध संरक्षण उपायों के अभाव में और अधिक गहरा हुआ है. इस वजह से, प्रवासियों को ऐसी परिस्थितियों में अक्सर अपने मूल देश लौटने के लिये सहायता स्वीकार करने के लिये मजबूर होना पड़ता है, जोकि अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानूनों व मानकों के अनुरूप नहीं हैं.

वियतनाम में जातीय अल्पसंख्यक हमोंग समुदाय का एक परिवार.
© UNICEF/Truong Viet Hung

अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा, संकल्प निभाने में 'विफल रही है दुनिया'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ध्यान दिलाया है कि अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा करने के लिये, तीन दशक पहले जो संकल्प लिये गए थे, दुनिया उन्हें पूरा करने से बहुत दूर है. यूएन प्रमुख ने बुधवार को अल्पसंख्यक अधिकारों पर आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए, इस उपेक्षा से निपटने के लिये ठोस कार्रवाई का आग्रह किया है.  

यूक्रेन में बच्चों के एक अस्पताल में भर्ती एक लड़की, जोकि बमबारी में घायल हुई थी.
© UNICEF/Tetiana Bundzilo

युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में बाल अधिकार हनन के हर दिन, औसतन 71 मामले 

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की एक नई रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि विश्व भर में, हिंसक संघर्ष व टकराव से प्रभावित इलाक़ों में युद्धरत पक्षों द्वारा बच्चों के विरुद्ध, हर दिन अधिकार हनन के औसतन 71 गम्भीर मामले घटित हो रहे हैं.

मारियुपोल के ऐज़ोवस्टार स्टील प्लांट से आमजन को सुरक्षित निकाला जा रहा है.
© UNOCHA/Kateryna Klochko

यूक्रेन: पत्रकारों के लिये बढ़ा ख़तरा, मानवाधिकार विशेषज्ञों की चेतावनी  

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने यूक्रेन में पत्रकारों को निशाना बनाये जाने पर चिन्ता जताते हुए कहा है कि रूसी आक्रमण के बाद से, पत्रकारों को अपने कामकाज के दौरान अभूतपूर्व जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है.

म्याँमार में सैन्य तख़्तापलट के विरोध में जन प्रदर्शन
Unsplash/Pyae Sone Htun

म्याँमार: मानवाधिकार हनन के अति-गम्भीर मामले, पुख़्ता व समन्वित कार्रवाई की पुकार

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने मंगलवार को बताया है कि म्याँमार में फ़रवरी 2021 में सैन्य तख़्तापलट के बाद से अब तक, सुरक्षा बलों के हाथों एक हज़ार 600 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि साढ़े 12 हज़ार से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है.

नेपाल की राजधानी काठमाँडू में एक मज़दूर अपनी पीठ पर बोझा ढोते हुए.
UN News/Vibhu Mishra

नेपाल: संक्रमणकालीन न्याय प्रक्रिया के ज़रिये, जवाबदेही व मुआवज़ा सुनिश्चित किये जाने पर ज़ोर

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने नेपाल में एक दशक लम्बी हिंसा पर विराम लगाने वाले शान्ति समझौते के संकल्पों को वास्तविकता में पूरा किया जाने की आवश्यकता पर बल दिया है. यूएन एजेंसी का मानना है कि संक्रमणकालीन न्याय प्रक्रिया के ज़रिये मानवाधिकार उल्लंघनों के मामलों में जवाबदेही और पीड़ितों के लिये मुआवज़ा तय करने से, स्थाई शान्ति की ज़मीन तैयार करने में मदद मिलेगी.