माली

माली में यूएन शान्तिरक्षा मिशन (MINUSMA), ने देश में शान्ति व सुलह-सफ़ाई प्रयासों को समर्थन दिया है.
MINUSMA/Harandane Dicko

माली: विस्फोटक हमले में तीन यूएन शान्तिरक्षकों की मौत की निन्दा

माली में संयुक्त राष्ट्र मिशन (MINUSMA) ने मंगलवार को जानकारी दी है कि शान्तिरक्षकों को लेकर जा रहे उनके वाहन के, एक विस्फोटक सामग्री की चपेट में आने की वजह से, तीन शान्तिरक्षकों की मौत हो गई है और पाँच गम्भीर रूप से घायल हुए हैं.  

माली में एक विस्थापित परिवार, अपने टैण्ट के सामने बैठा हुआ.
© UNOCHA/Michele Cattani

माली: सरकारी बलों और 'वागनर समूह' के कथित अपराधों की जाँच की मांग

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने माली में स्थानीय सरकार से, पिछले वर्ष बड़े पैमाने पर आम नागरिकों की सामूहिक हत्या के मामलों की तत्काल जाँच कराए जाने का आग्रह किया है. माली में सरकारी सुरक्षा बलों और भाड़े पर सैनिक मुहैया कराने वाले तथाकथित रूसी वागनर समूह (private contractor) पर, युद्धापराधों, मानवता के विरुद्ध अपराध समेत मानवाधिकार उल्लंघन के अन्य गम्भीर अपराधों को अंजाम दिए जाने के आरोप लगे हैं.

बुर्किना फासो की मुख्य वारंट अधिकारी अलीजेता काबोर किंडा, जो वर्तमान में माली (मिनुस्मा) में संयुक्त राष्ट्र बहुआयामी एकीकृत स्थिरीकरण मिशन में सेवारत हैं, को 2022 संयुक्त राष्ट्र महिला पुलिस अधिकारी का वर्ष पुरस्कार मिलेगा.
UNPOL

बुर्कीना फ़ासो की शान्तिरक्षक, वर्ष की सर्वश्रेष्ठ यूएन पुलिस अधिकारी

माली में सेवारत बुर्कीना फ़ासो की एक शान्तिरक्षक को प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय समुदायों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने के उनके प्रयासों के लिये सम्मानित किया गया है. इनमें लिंग आधारित हिंसा के पीड़ित भी हैं. 

माली के बाण्डियागारा इलाक़े में एक यूएन शान्तिरक्षक.
MINUSMA/Gema Cortes

माली: आम लोगों के जनसंहार पर यूएन प्रमुख 'हतप्रभ और क्रुद्ध'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने माली में बीते सप्ताह के दौरान सशस्त्र अतिवादियों द्वारा किये गए हमलों में 100 से ज़्यादा आम लोग मारे जाने की ख़बरों पर आक्रोष और क्रोध व्यक्त किया है.

माली में यूएन शान्तिरक्षा मिशन (MINUSMA), ने देश में शान्ति व सुलह-सफ़ाई प्रयासों को समर्थन दिया है.
MINUSMA/Harandane Dicko

माली: काफ़िले पर घातक हमला, शान्तिरक्षकों के लिये जोखिमों की मिसाल

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, माली के उत्तरी हिस्से में बुधवार को किदाल नामक क़स्बे के निकट यूएन शान्तिरक्षकों के एक काफ़िले पर हुए एक घातक हमले की कड़ी निन्दा की है.

संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क स्थित मुख्यालय में यूएन ध्वज कोविड-19 के पीड़ितों की स्मृति में आधा झुका हुआ है.
UN Photo/Evan Schneider

2021: यूएन के झण्डे तले, 25 यूएन कर्मचारियों ने किया प्राण बलिदान

संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी संघ की एक स्थाई समिति के अनुसार, वर्ष 2021 के दौरान सुनियोजित ढंग से किये गए हमलों में, संयुक्त राष्ट्र के कम से कम 25 कर्मचारियों और सम्बद्ध कर्मियों ने अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान किया है. 

माली के बाण्डियागारा इलाक़े में एक यूएन शान्तिरक्षक.
MINUSMA/Gema Cortes

माली: आईईडी विस्फोट में सात शान्तिरक्षकों की मौत, हमले की कठोर निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने माली के केन्द्रीय इलाक़े बाण्डियागारा क्षेत्र में आईईडी विस्फोट में टोगो के सात यूएन शान्तिरक्षकों के मारे जाने की कड़े शब्दों में निन्दा की है. इस घटना में तीन अन्य शान्तिरक्षक गम्भीर रूप से घायल हुए हैं.  

माली के पूर्वी सैक्टर में गश्त लगाते हुए शान्तिरक्षक.
MINUSMA/Harandane Dicko

माली: हमले में 30 आम नागरिकों के मारे जाने की कठोर निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने माली के केन्द्रीय इलाक़े में स्थित सोंघो गाँव में, 3 दिसम्बर को आम लोगों पर किये गए हमले की कड़े शब्दों में निन्दा की है. इस हमले में कम से कम 30 लोगों की मौत हुई है और अनेक अन्य घायल हुए हैं. 

माली के पूर्वी सैक्टर में गश्त लगाते हुए शान्तिरक्षक.
MINUSMA/Harandane Dicko

माली में यूएन शान्तिरक्षकों के काफ़िले पर हमले की कठोर निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने माली में शनिवार को यूएन शान्तिरक्षकों पर हुए हमले की निन्दा की है. इस घटना में माली में यूएन मिशन (MINUSMA) में सेवारत मिस्र के एक शान्तिरक्षक की मौत हो गई है और चार अन्य गम्भीर रूप से घायल हुए हैं. 

माली में एक महिला शान्तिरक्षक, स्थानीय महिला के साथ बातचीत कर रही है.
MINUSMA/Harandane Dicko

माली: यूएन प्रमुख की चिन्ताजनक नज़र, सुरक्षा परिषद की बैठक

माली में संक्रमणकालीन सरकार के समक्ष उत्पन्न हुए संकट के मद्देनज़र संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बुधवार को बन्द दरवाज़ों में बैठक हुई है. पिछले वर्ष अगस्त में सैन्य तख़्तापलट की अगुवाई करने वाले सैन्य अधिकारी ने, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को जबरन पद से हटने पर मजबूर कर दिया है.