बदलाव की बुनियाद: राजस्थान में बाल पंचायतों व सभाओं से उभरती बच्चों की आवाज़
भारत के राजस्थान राज्य के ग्रामीण इलाक़ों में बच्चे, अब बाल विवाह, शिक्षा, पर्यावरण और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर न केवल चर्चा कर रहे हैं, बल्कि समाधान के लिए ठोस योगदान भी दे रहे हैं. यह सम्भव हुआ है बाल पंचायत और बाल सभा के ज़रिए, जिससे 10 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों व युवाओं को निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में अहम भूमिका निभाने का अवसर मिल रहा है.