Skip to main content

लैंगिक विकास

गृहिणी और दो बच्चों कीमाँ, विजेता, भोटिया जनजाति से सम्बन्ध रखती हैं - उनकी आजीविका के मुख्य स्रोत के रूप में भेड़ और बक़रियों को पालते हैं
© UNDP/Deepak Malik

भारत: महिलाओं का सशक्तिकरण, बेहतर भविष्य की बुनावट

उत्तराखंड की निवासी पैंतालिस वर्षीय विजेता, ध्यानपूर्वक बुनाई करते हुए कहती हैं, “मैं दशकों से बुनाई कर रही हूँ, मैंने ये हुनर अपनी माँ से सीखा है. यह उन परम्पराओं में से है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलती आ रही है.”