वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

लैंगिक समता

दक्षिण अफ़्रीकी महिला शान्तिरक्षक, जिन्होंने दारफ़ूर में यूएन - अफ़्रीकी संघ के मिशन में अपने सेवाएँ दीं.
UN Photo/Albert González Farran

लैंगिक समता ही, लैंगिक समानता के लिए एक मात्र मार्ग, एंतोनियो गुटेरेश

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को कहा है कि लैंगिक समानता का मुद्दा, अनिवार्य रूप से शक्ति का एक सवाल है, मगर पुरुष प्रधान संस्कृति को बदलने और सन्तुलन लाने के लिए, हमें नेतृत्व, निर्णय-निर्माण और सभी स्तरों पर भागेदारी के मामलों में समता की दरकार है.

इण्डोनेशिया के बोन ज़िले में बाल संरक्षण मामलों की यूनीसेफ़ प्रमुख मिलेन किडाने.
© UNICEF/UN0602687/Wilander

यूएन में पूर्ण लैंगिक समता प्राप्त करने की दिशा में ठोस प्रगति, महासचिव

मानवाधिकारों पर आधारित और नए सिरे से पुनर्जीवित एक सामाजिक अनुबन्ध के लिये लैंगिक समानता व महिलाओं के अधिकार, दोनों अति-आवश्यक हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को महिला नेतृत्वकर्ताओं को बढ़ावा देने के इरादे से आयोजित एक चर्चा के दौरान यह बात कही है.

भारत के पटना शहर में, ‘महिला मैकेनाइज्ड क्लीनिंग कोऑपरेटिव’ के सदस्य, उन मशीनी उपकरणों के साथ, जिनके द्वारा उन्हें सफ़ाई करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
©Diksha Foundation

भारत: महिला सफ़ाई कर्मियों के लिये एक नई शुरुआत

भारत के पूर्वी प्रदेश बिहार के पटना शहर में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष - UNFPA की एक मुहिम के तहत, ऐसी महिला सफ़ाई कर्मचारियों को सशक्त बनाकर, मशीनी उपकरणों के ज़रिये सफ़ाई करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिन्हें हाथ से मैला सफ़ाई करनी पड़ती है. इससे उन्हें सामाजिक कलंक से छुटकारा मिलने के साथ-साथ, आर्थिक स्वतन्त्रता भी हासिल हो रही है.