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लैंगिक खाई

© WFP/Mohammed Nasher

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन, 21 जुलाई 2023

इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ.

  • यूक्रेनी बन्दरगाहों पर रूसी हमले, 'वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए बड़ा प्रहार'
  • एक बहुध्रुवीय जगत में, वैश्विक शान्ति व सुरक्षा के लिए नई दूरदृष्टि
  • दुनिया की अधिकतम महिलाएँ हैं, विशाल लैंगिक खाई वाले देशों में
  • 2022 में, सर्वोच्च त्याग करने वाले 77 यूएन कर्मचारियों के सम्मान में स्मृति समारोह
  • टीबी रोकथाम उपायों में विफल रहने से, 2035 तक 10 लाख मौतों की आशंका
ऑडियो
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जॉर्डन में दो युवा महिलाएं डिजिटल कौशल करियर कार्यक्रम में भाग लेती हुईं.
© UNICEF/Thaulow

दुनिया की अधिकतम महिलाएँ हैं, विशाल लैंगिक खाई वाले देशों में

लैंगिक समानता और अन्तरराष्ट्रीय विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख एजेंसियों द्वारा मंगलवार को प्रकाशित नवीनतम रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण का स्तर निम्न है और वहाँ विशाल लैंगिक अन्तराल व्याप्त है. 

 

थाईलैण्ड के पश्चिमी प्रान्त माए सोत की एक फ़ैक्ट्री में काम कर रही प्रवासी महिलाएँ.
UN Women/Piyavit Thongsa-Ard

रोज़गार-सम्बन्धी लैंगिक खाई, पहले के अनुमानों से कहीं अधिक

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि रोज़गार सुलभता, कामकाजी परिस्थितियों व आय में व्याप्त लैंगिक असन्तुलन, पहले व्यक्त किए गए अनुमानों से कहीं अधिक है. यूएन श्रम एजेंसी ने सचेत किया है कि पिछले दो दशकों में इस खाई को पाटने के लिए प्रयासों की गति धीमी रही है, जोकि निराशाजनक है.

यूक्रेन के कीयेफ़ के नज़दीक बूचा में एक माँ अपनी बेटी के साथ हिंसा से बचकर निकल रही है.
© UNDP/Oleksandr Ratush

यूक्रेन: युद्ध से उपजे संकट से महिलाओं व लड़कियों पर विषम असर 

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि यूक्रेन में जारी युद्ध और उसके भोजन, ऊर्वा व वित्त पोषण पर हुए वैश्विक असर से महिलाओं व लड़कियों पर अपेक्षाकृत अधिक असर हुआ है. अध्ययन के अनुसार यूक्रेन में और विश्व भर में यह रुझान देखा गया है. 

चीन में एक जहाज़ पर महिला प्रशिक्षु नाविक.
© IMO

समुद्री सैक्टर में महिलाओं की भागीदारी व सशक्तिकरण पर बल

समुद्री समुदाय में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करने के इरादे से, बुधवार, 18 मई को संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहली बार अन्तरराष्ट्रीय दिवस (International Day for Women in Maritime) मनाया जा रहा है. इस दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के ज़रिये लैंगिक समानता की समीक्षा और उन क्षेत्रों को चिन्हित किया जा रहा है, जहाँ बेहतरी की आवश्यकता है. 

हावा गेम्स दाहाब गेबजेन्दा को एक लैंगिक विशेषज्ञ के रूप में कार्य करने का गहन अनुभव है.
Maimana El Hassan

टिकाऊ भविष्य के लिये महिलाओं को अग्रणी भूमिका निभानी होगी, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को ‘महिलाओं के दर्जे पर आयोग’ के 66वें सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा है कि विश्व के टिकाऊ भविष्य के लिये यह ज़रूरी है कि मार्गदर्शक के तौर पर महिलाओं व लड़कियों को कार्रवाई के केन्द्र में रखा जाए.

म्याँमार के यंगून शहर में, एक बेघर परिवार, जिसे ऐसी कोई भरोसेमन्द व्यवस्था शायद ही उपलब्ध है, जो उसकी मदद कर सके.
ILO Photo/Marcel Crozet

अत्यधिक निर्धनता में धँसे लोगों की संख्या बढ़ने पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार, 17 अक्टूबर, को ‘निर्धनता उन्मूलन के लिये अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ पर चिन्ता व्यक्त की है कि पिछले दो दशक में पहली बार, अत्यधिक ग़रीबी उभार पर है. 

अफ़ग़ानिस्तान की संसद में महिला सांसद, निर्णय निर्धारक भूमिकाओं में महिलाओं के विषय पर एक बैठक में हिस्सा ले रही हैं.
UN Women/ Nangyalai Tanai

कोविड-19: महिलाओं को बनाना होगा 'पुनर्बहाली के प्रयासों की धुरी'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को ‘महिलाओं की स्थिति पर आयोग’ (Commission on the Status of Women) को सम्बोधित करते हुए कहा है कि कोविड-19 के प्रभावों से पुनर्बहाली प्रयासों के केन्द्र में, आगे-पीछे, हर तरफ़ महिलाओं को रखना होगा, यानि अर्थशास्त्र, दक्षता, कारगरता और सामाजिक सुदृढ़ता का एकग विषय बनाना होगा. 

थाईलैण्ड की एक फ़ैक्ट्री में काम कर रही एक प्रवासी महिला जिन्हें 12 घण्टों तक काम करने के बावजूद न्यूनतम आय से भी कम मिलता है.
UN Women/Piyavit Thongsa-Ard

गरिमामय और न्यायसंगत विश्व के लिये समान वेतन सुनिश्चित करने की पुकार

महिलाओं और पुरुषों को समान कार्य के लिये मिलने वाले वेतनों में अन्तर और गहराई से समाई व्यवस्थागत विषमताओं की ओर ध्यान आकृष्ट करने के प्रयासों के तहत शुक्रवार, 18 सितम्बर, को ‘अन्तरराष्ट्रीय समान वेतन दिवस’ मनाया गया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने पहली बार मनाए गए इस दिवस पर अपने सन्देश में कहा कि कार्यस्थलों पर महिलाओं के लिये ग़ैर-बराबरी का दर्जा जीवन के अन्य क्षेत्रों में विषमता को पनपने का मौक़ा देता है.