वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

कोयला

थाईलैण्ड में एक सौर ऊर्जा फ़ार्म.
ADB/Zen Nuntawinyu

जलवायु परिवर्तन: जीवाश्म ईंधन में और ज़्यादा निवेश स्पष्टतः भ्रान्तिमय

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को आगाह करते हुए कहा है कि देशों की सरकारों द्वारा जीवाश्म ईंधन की खोज या उत्पादन के लिये धन की नवीन उपलब्धता, स्पष्टतः भ्रान्तिमय है, और इससे युद्ध की विभीषिका, प्रदूषण और जलवायु आपदाओं की आग्नियों को और ज़्यादा ईंधन मिलेगा.

ग्लासगो में कॉप26 जलवायु सम्मेलन स्थल के बाहर, एक कार्यकर्ता पिकाशू की वेषभूषा में.
UN News/Laura Quinones

कॉप26 में ‘ऊर्जा दिवस’, जीवाश्म ईंधन के प्रयोग पर रोक के लिये उठी आवाज़ें

स्कॉटलैण्ड के ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन कॉप26 में गुरूवार को, दिन का मुद्दा या मुख्य विषय ‘ऊर्जा’ रहा और इस ‘ऊर्जा दिवस’ के मौक़े पर सूरज की गर्मी भी महसूस की गई, जो बुधवार को ही बादल हटाकर, जैसे जलवायु हस्तियों को अभिवादन करने के लिये निकल आया था.

मंगोलिया के उलानबाटर में कोयला-चालित बिजली संयंत्रों में उत्सर्जन से वायु प्रदूषित हो रही है.
ADB/Ariel Javellana

जलवायु परिवर्तन लक्ष्य प्राप्ति और जीवाश्म ईंधन उत्पादन योजनाओं के बीच गहरी खाई

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और साझीदार संगठनों ने कहा है कि जलवायु महत्वाकांक्षा में बढ़ोत्तरी और कार्बन तटस्थता संकल्पों के बावजूद, देशों की सरकारें, जीवाश्म ईंधन उत्पादन, वैश्विक तापमान में बढ़ोत्तरी का लक्ष्य 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिये, ज़रूरी मात्रा से दोगुनी मात्रा में उत्पादन की योजनाओं पर काम कर रही हैं. बुधवार को जारी एक नई रिपोर्ट में यह निष्कर्ष सामने आया है. 

मॉरीतानिया के दक्षिणी हिस्से में, महिलाओं की सहकारिता वाली खेतीबाड़ी में सिंचाई करने के लिये, सौर ऊर्जा का प्रयोग होता है.
© UNICEF/Raphael Pouget

जलवायु त्रासदी टालने के लिये, बिल्कुल अभी निर्णायक कार्रवाई की पुकार

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को विश्व नेताओं का आहवान करते हुए, जलवायु त्रासदी को टालने की ख़ातिर, बिल्कुल अभी निर्णायक कार्रवाई करने की पुकार लगाई है. यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 31 अक्टूबर से स्कॉटलैण्ड के ग्लासगो शहर में शुरू होने वाले अगले जलवायु सम्मेलन कॉप26 से पहले, आयोजित एक आपदा सम्मेलन में शिरकत करते हुए ये आहवान किया है.

हानिकारक उत्सर्जन कम करने में राष्ट्रीय सरकारें ठोस मदद कर सकती हैं.
Unsplash/Daniel Moqvist

तापमान वृद्धि को रोकने में, मीथेन गैस कटौती की अहम भूमिका

संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मानव गतिविधि द्वारा उत्पन्न मीथेन गैस का उत्सर्जन, इस दशक में 45 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है, जिससे पेरिस जलवायु समझौते की शर्तों के अनुरूप, वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने में मदद मिलेगी.

टिकाऊ शहर, जलवायु परिवर्तन के ख़िलाफ़ युद्ध में मदद कर रहे हैं.
Unsplash/Chuttersnap

नगरों से जलवायु कार्रवाई और टिकाऊ विकास के तरीक़े अपनाने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने नगरीय नियोजन व नगरीय परिवहन में क्रान्तिकारी बदलाव लाए जाने का आहवान किया ताकि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामना करके, सर्वजन के लिये हरित व टिकाऊ भविष्य बनाया जा सके.

वैश्विक तापमान में बढ़ोत्तरी के कारण फ़िजी में मूँगा चट्टानों पर ख़तरा मंडरा रहा है.
Coral Reef Image Bank/Jayne Jenk

महत्वाकाँक्षा, निर्णय क्षमता, स्पष्टता – जलवायु कार्रवाई के मन्त्र

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि वैश्विक महामारी की वजह से महत्वाकाँक्षी जलवायु कार्रवाई में देरी नहीं की जा सकती और वर्चुअल वार्ताओं के ज़रिये तेज़ी से आगे बढ़ना होगा. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र, प्रभावित समुदायों तक मदद पहुँचाने, देशों को पूर्ण समर्थन प्रदान करने और सभी की आवाज़ सुने जाने के लिये संकल्पबद्ध है और महत्वाकाँक्षी कार्रवाई के लिये स्पष्टता व निर्णायक ढंग से आगे बढ़ा जाना होगा. 

सामाका, कोलम्बिया के बाहर स्थित कोयला खदानें.
World Bank

कोयले के इस्तेमाल की ‘घातक लत’ से छुटकारा पाने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि कोयले पर निर्भरता का अन्त करके, वैश्विक तापमान में बढ़ोत्तरी पर असरदार ढँग से रोक लगाई जा सकती है. यूएन प्रमुख ने मंगलवार को, बिजली उत्पादन में कोयले के इस्तेमाल से निजात पाने के लिये समूह (Powering Past Coal Alliance) के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में सरकारों, स्थानीय निकायों व निजी क्षेत्र के प्रतनिधियों को सम्बोधित करते हुए ये बात कही है. 

एक नई रिपोर्ट में देशों को विनाशकारी ग्लोबल वार्मिंग से बचाने के लिये प्रति वर्ष जीवाश्म ईंधन के उत्पादन में 6 प्रतिशत की कटौती करने का आग्रह किया गया है. यहाँ कोयले से लदी एक मालगाड़ी, भारत के एक रेलवे स्टेशन पर खड़ी है. (फाइल फोटो)
ESCAP Photo/Christian Dohrmann

...जीवाश्म ईंधन में कटौती ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व को अगर वैश्विक तापमान में वृद्धि से होने वाली "तबाही" से बचना है, तो 2020 और 2030 के बीच, देशों को जीवाश्म ईंधनों के उत्पादन में, कम से कम 6 प्रतिशत की कमी करनी होगी.