कोरोना वायरस

ब्राज़ील में, कमज़ोर हालात वाले लोगों को भी कोविड-19 निरोधक वैक्सीन के टीके लगाए गए हैं.
PAHO/Ivve Rodrigues

कोविड-19: अमेरिका क्षेत्र में, 2021 में, तीन गुना ज़्यादा मामले

अमेरिका क्षेत्र में स्थित यूएन स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को कहा है कि कोविड-19 महामारी के पहले वर्ष की तुलना में, दूसरे वर्ष यानि 2021 में वहाँ संक्रमण और मौतों के मामलों में कम से कम तीन गुना वृद्धि होने के कारण, स्थिति बहुत ख़राब रही है.

अफ़्रीका क्षेत्र में देशों को, संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में चलाई जा रही कोवैक्स सुविधा के तहत वैक्सीन उपलब्ध कराई गई हैं.
WHO

कोविड-19: अफ़्रीका में संक्रमण मामलों में उछाल, मगर मौतें कम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा है कि अफ़्रीका में बीते सप्ताह, कोरोनावायरस के डेल्टा व ओमिक्रॉन रूपों के कारण, संक्रमण मामलों में 83 प्रतिशत का उछाल आया है, अलबत्ता पहले के संक्रमण मामलों में आए उछाल की तुलना में, अब मौतें कम हुई हैं.

सोमालिया में एक महिला को कोविड-19 की वैक्सीन का टीका लगाए जाते हुए.
© UNICEF/Ismael Taxta

ओमिक्रॉन: ‘घबराने के बजाय, सम्भावित फैलाव का सामना करने की तैयारी करना बेहतर'

दुनिया भर में वैज्ञानिक गण, कोविड-19 के नए वैरिएण्ट – ओमिक्रॉन के बारे में ज़्यादा जानकारी व शोध करने में जुटे हैं, ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) शुक्रवार को, सभी देशों से घबराहट से बचने का आग्रह किया है. साथ ही, इस वैरिएण्ट के सम्भावित फैलाव का सामना करने की तैयारी करने का भी आग्रह किया गया है.

जोहानसबर्ग के एक अस्पताल में एक नर्स, अपनी ड्यूटी की तैयारी करते हुए.
IMF Photo/James Oatway

ओमिक्रॉन वैरिएण्ट के वजूद से, एक 'वैश्विक महामारी सन्धि' की ज़रूरत रेखांकित

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुखिया डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा है कि कोरोनावायरस के नए वैरिएण्ट ओमिक्रॉन का ख़तरनाक वजूद उभरने से दुनिया भर के लिये, एक बार फिर ये बात बहुत अहमियत के साथ पुष्ट होती है कि इस महामारी के बारे में मौजूदा घबराहट और लापरवाही का नज़रिया बन्द करना होगा.

काँगो गणराज्य में माया माया अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों की जाँच करते हुए स्वास्थ्यकर्मी
WHO/D. Elombat

कोविड-19: ओमिक्रॉन वैरिएण्ट की गम्भीरता के बारे में अभी स्पष्ट सबूत नहीं

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोनावायरस के नए वैरिएण्ट ओमिक्रॉन के सम्बन्ध में विज्ञान पर, रविवार को ताज़ा जानकारी प्रकाशित की है. ग़ौरतलब है कि इस वैरिएण्ट ने दुनिया भर में चिन्ता की लहर फैला दी है और दक्षिण अफ़्रीकी देशों में हवाई यात्राओं पर पाबन्दियाँ बढ़ रही हैं.

दक्षिण अफ़्रीका के जोहानसबर्ग में, कोविड-19 की जाँच का अभियान
IMF Photo/James Oatway

कोविड-19: दक्षिण अफ़्रीका में चिन्हित नए वैरिएण्ट का नामकरण, ऐहतियात बरतने की पुकार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO के विशेषज्ञों ने दक्षिण अफ़्रीका में चिन्हित किये गए कोविड-19 के नए वैरिएण्ट को ग्रीक नाम – ‘ओमिक्रॉन’ दिया है और इसके अनेक रूप परिवर्तनों और इसकी तेज़ संक्रमण रफ़्तार के कारण, इसे चिन्ताजनक रूप परिभाषित किया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने साथ ही, तमाम देशों आग्रह किया है कि वो दक्षिण अफ़्रीका और बोत्सवाना में चिन्हित किये गए, कोविड-19 के नए वैरिएण्ट के मद्देनज़र, यात्रा पाबन्दियों पर विचार करने के लिये, जोखिम आधारित और वैज्ञानिक रुख़ अपनाएँ.

सोमालिया की राजधानी मोगादीशू स्थित एक अस्पताल में, एक स्वास्थ्यकर्मी कोविड-19 वैक्सीन का टीका तैयार करते हुए.
© UNICEF/Ismail Taxta

कोविड-19: योरोप में मामलों में बेतहाशा वृद्धि, वैक्सीन समता की भी पुकार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि योरोप में गत सप्ताह, कोविड-19 के लगभग 20 लाख मामलों की ख़बर मिली और ये संख्या, महामारी शुरू होने के बाद से किसी एक सप्ताह में सबसे ज़्यादा थी.

मॉल्दोवा, कोवैक्स कार्यक्रम के तहत, वैक्सीन हासिल करने वाला, पहला योरोपीय देश था.
UN Moldova

कोविड-19 के मामलों में वृद्धि, योरोप व मध्य एशिया नए केन्द्र

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि कोविड-19 महामारी के मामले एक बार फिर उभार पर हैं और वैसे तो ये वृद्धि सभी क्षेत्रों के देशों में देखी गई है, मगर योरोप व मध्य एशिया में ज़्यादा वृद्धि हो रही है.

भारत के मुम्बई शहर में एक अस्पताल के बाहर, एक व्यक्ति स्वास्थ्य जाँच के लिये अपनी बारी का इन्तज़ार करते हुए.
© UNICEF/Murgesh Bandiwadekar

कोविड-19: भारत की कोवैक्सीन को आपात प्रयोग के लिये मंज़ूरी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 से बचाने वाली एक आठवीं वैक्सीन को मंज़ूरी दी है जो भारत में निर्मित है. इस बीच दुनिया भर में कोविड-19 के मामलों में कुछ बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.