कॉप-13 सम्मेलन

संयुक्त राष्ट्र ने प्रवासी प्रजातियों पर डाक टिकट जारी किए हैं.
संयुक्त राष्ट्र

प्रवासी प्रजातियों पर कॉप-13 सम्मेलन गाँधीनगर में

दुनिया भर में जीव-जन्तुओं और पशु-पक्षियों की लाखों प्रवासी प्रजातियाँ हैं जो अपने अस्तित्व के लिए देशों की सीमाओं से भी परे तक का सफ़र करती हैं. इनमें से बहुत सी प्रजातियों के वजूद के लिए ही ख़तरा पैदा हो गया है. इन प्रजातियों का वजूद बचाने और इनका जीवन आसान बनाने के मुद्दों पर चर्चा के लिए भारतीय गुजरात के गाँधीनगर में हो रहा है अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कॉप-13.

प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण (सीएमएस) को लेकर 13वां कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ यानी कॉप-13, भारत के गुजरात राज्य की राजधानी गांधीनगर में आयोजित किया जा रहा है.
Photo by IISD/ENB | Sean Wu

बदलती दुनिया में प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण पर चर्चा

पक्षियों, मछलियों व स्तनपायी जानवरों सहित वन्यजीवों की कई प्रजातियां भोजन व प्रजनन के लिए हर साल अपने ठिकानों से दूर अन्य स्थानों व देशों का रुख़ करती हैं. जलवायु परिवर्तन और जैवविविधता घटने के इस दौर में ऐसी प्रजातियों का ख़याल किस तरह रखा जा सकता है, इसी विषय पर प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण (CMS) के 13वें सम्मेलन, कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ यानी कॉप-13 में विचार-विमर्श हो रहा है. ये कॉप-13 सम्मेलन भारत के गुजरात राज्य की राजधानी गांधीनगर में आयोजित हो रहा है.