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कोलम्बो

श्रीलंका में इस समय लगभग दो लाख 15 हज़ार महिलाएँ गर्भवती हैं और उनमें से लगभग एक लाख 45 हज़ार महिलाएँ, अगले छह महीनों के दौरान अपने शिशुओं को जन्म देंगी.
© UNFPA Sri Lanka/Ruvin De Silv

श्रीलंका: आर्थिक संकट के कारण, स्वास्थ्य व्यवस्था बिखराव के निकट

श्रीलंका इस समय अपने इतिहास के बदतरीन सामाजिक-आर्थिक संकटों से गुज़र रहा है, और किसी समय विश्वसनीय रही स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था ढह जाने के निकट है, मरीज़ों को बिजली कटौती के जोखिम का सामना करना पड़ रहा है, दवाइयों का अभाव है, और उपकरणों की भी क़िल्लत है.

श्रीलंका सरकार के ख़िलाफ़ शिकायतों के साथ, लन्दन में एक विरोध प्रदर्शन (मई 2022)
© Unsplash/Ehimetalor Akhere Unuabona

श्रीलंका में गम्भीर हालात, मानवीय संकट टालने के लिये 'तुरन्त उपाय ज़रूरी'

श्रीलंका में संयुक्त राष्ट्र की रैज़िडेण्ट कोऑर्डिनेटर हैना सिंगर-हामदी ने श्रीलंका में मौजूदा घटनाक्रम व नाज़ुक परिस्थितियों पर चिन्ता जताते हुए कहा है कि मानवीय संकट की रोकथाम के लिये तुरन्त कारगर प्रयास किये जाने होंगे. देश में यूएन की शीर्ष अधिकारी ने स्पष्ट किया कि संयुक्त राष्ट्र की प्राथमिकता ना केवल स्थानीय आबादी की तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करना है, बल्कि सकंट को और अधिक गहराने से रोकना भी है.

श्रीलंकी राजधानी कोलम्बो का एक नज़ारा
© UNSPLASH/Jalitha Hewage

श्रीलंका: आर्थिक बदहाली के विरोधस्वरूप प्रदर्शनों में मानवाधिकार हनन की चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (OHCHR) ने श्रीलंका सरकार से, देश के गहराते आर्थिक संकट पर बढ़ते प्रदर्शनों के जवाब में घोषित की गई आपात स्थिति के दौरान, तनावों को शान्तिपूर्ण तरीक़े से दूर करने का आग्रह किया है.