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कॉक्सेस बाज़ार

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार शरणार्थी शिविर में तूफ़ान मोका का असर.
© UNICEF/Sultan Mahmud Mukut

म्याँमार-बांग्लादेश: चक्रवाती तूफ़ान मोका से प्रभावित लाखों बच्चों पर जोखिम

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने आगाह किया है कि गत रविवार को बांग्लादेश और म्याँमार में आए चक्रवाती तूफ़ान मोका के कारण, संवेदनशील समुदायों के लाखों बच्चे, बीमारी, कुपोषण, उपेक्षा, शोषण और हिंसा के जोखिम का सामना कर रहे हैं.

बांग्लादेश में एक शरणार्थी शिविर में, रोहिंज्या बच्चे, एक अस्थाई शिक्षा केन्द्र में, मनोरंजक गतिविधियों व मनोवैज्ञानिक समर्थन के लिये एकत्र होते हुए.
© UNICEF/Rashad Wajahat Lateef

रोहिंज्या लोगों के विशाल विस्थापन को रोकने के लिये, वृहद समाधान की दरकार

म्याँमार में वर्ष 2017 के दौरान सेना के हिंसक व क्रूर दमन से जान बचाकर भागे और बांग्लादेश में पनाह लेने पहुँचे लगभग 7 लाख रोहिंज्या शरणार्थियों की व्यथा को, गुरूवार को पाँच साल हो गए हैं. यूएन प्रमुख ने इस अवसर पर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से, रोहिंज्या लोगों की तकलीफ़ों को दूर करने में मदद के लिये, वृहद, टिकाऊ और समावेशी समाधान तलाश करने का आहवान किया है.

बांग्लादेश ने, म्याँमार में हिंसा और उत्पीड़न के पाँच अलग-अलग दौर के बाद वहाँ से भागे रोहिंज्या शरणार्थियों को अपने यहाँ शरण मुहैया कराई है.
© UNICEF/Siegfried Modola

म्याँमार: सामूहिक रोहिंज्या पलायन के पाँच साल; UNHCR ने की - समाधान की अपील

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी - UNHCR ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से अधिक समर्थन की अपील करते हुए कहा कि इस सप्ताह उस घटना को पाँच साल पूरे हो जाएंगे, जब म्याँमार में सैन्य उत्पीड़न से बचने के लिये, 7 लाख से अधिक रोहिंज्या लोग, पड़ोसी देश बांग्लादेश भाग आए थे.

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार में स्थित कुटुपलोंग रोहिंज्या शिविर में एक सड़क.
© UNHCR/Amos Halder

रोहिंज्या शरणार्थियों के लिये सतत वित्तीय सहायता व समर्थन का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी संगठन (UNHCR) और उसके साझीदार संगठनों ने बांग्लादेश में शरण लेकर रह रहे लाखों रोहिंज्या शरणार्थियों और उनके मेज़बान समुदायों के लिये ठोस एवं सतत अन्तरराष्ट्रीय समर्थन सुनिश्चित किये जाने की पुकार लगाई है.

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार में, रोहिंज्या शरणार्थियों के लिये, टेकनॉफ़ में बनाया गया एक उप शिविर.
UN in Bangladesh / Shabbir Rahman

यूएन शरणार्थी उप उच्चायुक्त का, बांग्लादेश में रोहिंज्या शरणार्थी शिविर का दौरा

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी UNHCR की उप-उच्चायुक्त, कैली टी क्लेमेंट्स ने बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार और भासन चार में रोहिंज्या शरणार्थी शिविरों का दौरा करके हालात का जायज़ा लिया है. एक वीडियो रिपोर्ट...

यह तस्वीर अक्टूबर 2017 की है जब रोहिंज्या शरणार्थी म्याँमार से सीमा पार कर बांग्लादेश में प्रवेश कर रहे थे.
UNICEF/LeMoyne

रोहिंज्या शरणार्थियों की सुरक्षित व स्वैच्छिक वापसी के लिये कार्रवाई की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रोहिंज्या शरणार्थियों की सुरक्षित, इच्छानुसार और गरिमामय ढँग से म्याँमार वापसी के लिये अनुकूल परिस्थितियों के निर्माण व तत्काल कार्रवाई का आहवान किया है. 

बांग्लादेश के कुटुपलाँग में एक स्वास्थ्य केन्द्र पर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक संक्रमण रोकथाम विशेषज्ञ, नर्सों को प्रशिक्षण देते हुए.
WHO/Blink Media/Fabeha Monir

बांग्लादेश: रोहिंज्या शरणार्थी शिविरों में कोविड-19 टीकाकरण हुआ शुरू

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार में शरणार्थी शिविरों में चार हज़ार से अधिक रोहिंज्या लोगों को, कोविड-19 वैक्सीन की पहली ख़ुराक मिल गई है. बांग्लादेश में जानलेवा वायरस के फैलाव पर नियंत्रण पाने के लिये, राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत मंगलवार को ये टीके लगाए गए हैं. 

बांग्लादेश के कॉक्सेज़ बाज़ार में मौजूद शरणार्थी शिविर में रहने वाले लोगों के लिए यूएन विश्व खाद्य कार्यक्रम ने भारी बारिश के बाद व्यापक खाद्य सहायता कार्यक्रम चलाया.
WFP/Nihab Rahman

बांग्लादेश: जानलेवा बाढ़, भूस्खलन से रोहिंज्या शरणार्थियों की मुसीबतें बढ़ीं

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार में विशाल शरणार्थी बस्तियाँ, पिछले तीन दिनों से तेज़ हवाओं और मॉनसून की भारी बारिश की चपेट में हैं, जिससे रोहिंज्या शरणार्थियों की ज़िन्दगियों पर भीषण असर हुआ है. 

मोहम्मद आलम, एक रोहिंज्या शरणार्थी हैं और अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन के साथ सामुदायिक जागरूकता प्रसार में जुटे हैं.
IOM/Mashrif Abdullah Al

बांग्लादेश: रोहिंज्या शरणार्थियों व मेज़बान समुदाय की मदद के लिये अपील

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) और संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने बांग्लादेश सरकार के नेतृत्व में 94 करोड़ डॉलर की एक सहायता अपील जारी की है. इसका लक्ष्य बांग्लादेश में रह रहे रोहिंज्या शरणार्थियों और उनके मेज़बान समुदायों की सुरक्षा, गरिमा व उनके कल्याण को सुनिश्चित करना है. 

कुटुपलाँग महाशिविर में 23 मार्च को भीषण आग लगने के बाद प्रभावित इलाक़े में एक बच्चा.
UNICEF/Salman Saeed

रोहिंज्या शरणार्थी शिविर में भीषण आग

बांग्लादेश के कॉक्सेस बाज़ार के कुटुपलाँग शिविर में, 22 मार्च को भीषण आग लगने से, कम से कम 15 लोगों की मौत हुई और 560 से ज़्यादा घायल हुए. महाशिविर में आग लगने से 45 हज़ार से ज़्यादा लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें अधिकतर लोग, पड़ोसी देश म्याँमार से शरण लेने वाले रोहिंज्या शरणार्थी हैं. एक वीडियो रिपोर्ट.