कार्यस्थल

दुनिया भर में कामकाज के स्थलों पर, लगभग 23 प्रतिशत लोगों को, हिंसा और उत्पीड़न का अनुभव करना पड़ता है.
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ILO: लगभग 23 प्रतिशत लोग हैं, कार्यस्थलों पर हिंसा से पीड़ित

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के एक नवीनतम विश्लेषण में कहा गया है कि रोज़गारशुदा लगभग 23 प्रतिशत लोगों को अपने कामकाज के स्थानों पर शारीरिक, मनोवैज्ञानिक या फिर यौन प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है. संगठन के इस तरह के अपने पहले विश्लेषण में एक स्वतंत्र चैरिटी संस्था लॉयड्स रजिस्टर संस्थान (LRF) और विश्लेषण व मतदान कम्पनी गैलप ने सहयोग दिया है.

वैश्विक महामारी के दौरान, बड़ी संख्या में लोगों ने घर से ही काम करना शुरू किया.
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कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से निपटना अहम, यूएन एजेंसियों का आग्रह

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने कामकाजी आबादी के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति उपजी चिन्ताओं से निपटने के लिये, ठोस उपाय किये जाने की पुकार लगाई है. एक अनुमान के अनुसार, हर वर्ष, मानसिक अवसाद और बेचैनी के कारण, 12 अरब कामकाजी दिनों का नुक़सान होता है, और वैश्विक अर्थव्यवस्था को क़रीब एक हज़ार अरब डॉलर का घाटा होता है. 

यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ में सॉफ़्टवेयर पेशेवर.
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विविधता व समावेशन, सहन-सक्षम कार्यस्थलों व पुनर्बहाली के लिये अहम 

विविधता और समावेशन के मुद्दे पर अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि हर चार में से एक, यानि 25 प्रतिशत कर्मचारी महसूस करते हैं कि उन्हें कार्यस्थलों पर पर्याप्त अहमियत नहीं दी जाती है.   

आर्मीनिया के येरेवान में एक बच्चा अपने पिता के साथ बैठकर पढ़ाई करते हुए.
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कोविड-19 के दौर में कामकाजी सुरक्षा का मुद्दा

कोविड-19 महामारी के कारण, दुनिया भर में, अपने घरों से ही काम करने वालों की संख्या बेतहाशा बढ़ी है, जिसने रोज़गार देने वालों के लिये इस ज़रूरत पर ध्यान केन्द्रित कर दिया है कि वो कर्मचारियों व कामगारों के लिये सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करें. 28 अप्रैल को, कार्यस्थलों पर सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिये विश्व दिवस के अवसर पर, यहाँ प्रस्तुत है एक आकलन कि संयुक्त राष्ट्र, लोगों को, उनके कामकाज के दौरान समुचित सुरक्षा सुनिश्चित करने में, रोज़गार देने वालों और सरकारों की, किस तरह मदद कर रहा है...

फ़िलिपीन्स के मुनतिनलुपा शहर की एक दुकान में ऐहतियाती उपायों के मद्देनज़र शारीरिक दूरी बरतने, मास्क पहनने और बचाव के लिये प्लास्टिक शीट लगाने का इस्तेमाल किया जा रहा है.
ILO/Minette Rimando

कोविड-19: अहम कर्मचारियों के लिये ज़्यादा सुरक्षा उपायों की दरकार

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) का कहना है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 ने कार्यस्थलों पर महत्वपूर्ण सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों के समक्ष मौजूद चुनौतियों को सामने ला दिया है. यूएन श्रम एजेंसी ने ‘कार्यस्थल पर सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिये विश्व दिवस’ के अवसर पर मंगलवार को अपनी एक नई रिपोर्ट जारी की है, जिसमें सुरक्षा व स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, बचाव व सुरक्षा उपाय अपनाने पर बल दिया गया है.

कोविड-19 का मुक़ाबला करने के प्रयास निकट भविष्य में जारी रहने की बात कही गई है, ऐसे में कार्यस्थलों पर ऐहतियाती उपय व ठोस सुरक्षा सुनिश्चित करना भी ज़रूरी बताया गया है.
ILO/Asrian Mirza

कोविड-19: कार्यस्थलों पर वापसी के लिए सुरक्षा व ऐहतियाती उपाय ज़रूरी

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने कहा है कि निकट भविष्य में कोविड-19 से निपटने की ही स्थिति में बहुत से लोग कामकाज पर वापिस लौटेंगे, इसके लिए कार्यस्थलों पर ठोस सुरक्षा उपाय करना बहुत ज़रूरी है. साथ ही ऐहतियाती उपायों के बारे में समुचित जानकारी मुहैया कराना भी बहुत अहम बताया गया है. देखिए वीडियो फ़ीचर...