वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

काला सागर निर्यात पहल

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने काला सागर अनाज निर्यात पहल को कूटनीति की एक बड़ी सफलता क़रार दिया है.
UN Photo/Mark Garten

काला सागर अनाज निर्यात पहल का महत्व व उपयोगिता!

फ़रवरी 2022 में, यूक्रेन में युद्ध भड़क जाने के बाद, संयुक्त राष्ट्र और तुर्कीये के प्रयासों की बदौलत, यूक्रेन और रूस समेत, इन चार पक्षों ने, यूक्रेनी और रूसी अनाज व उर्वरक पदार्थों के वैश्विक निर्यात के लिए, काला सागर अनाज निर्यात पहल पर हस्ताक्षर किए थे. इस समझौते की बदौलत, दुनिया भर में खाद्य पदार्थों की क़ीमतें नीचे लाने में ख़ासी मदद मिली है. आख़िर क्या है, इस पहल का महत्व! (वीडियो)

जेसीसी की टीम, 3 अगस्त को, रज़ोनी जहाज़ में भरे अनाज का निरीक्षण करते हुए. इस टीम में रूसी महासंघ, तुर्कीये, यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि शामिल हैं.
© UNOCHA/Levent Kulu

काला सागर निर्यात पहल: 3 करोड़ मीट्रिक टन हुआ निर्यात, नवीनीकरण पर बातचीत

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता मामलों के समन्वयक मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने गुरूवार को बताया है कि यूएन समर्थित काला सागर निर्यात पहल के तहत, जुलाई 2022 से लेकर अब तक, 3 करोड़ मीट्रिक टन से भी ज़्यादा सामान का सुरक्षित निर्यात सम्भव हो सका है.