कोविड-19: जर्मनी - वैक्सीन समता में वाजिब योगदान करने वाला पहला देश
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा है कि कोविड-19 महामारी का ख़ात्मा करने के लिये, धनी देशों के योगदान की पुकार सुनने में, जर्मनी पहला देश बन गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा है कि कोविड-19 महामारी का ख़ात्मा करने के लिये, धनी देशों के योगदान की पुकार सुनने में, जर्मनी पहला देश बन गया है.
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार पदाधिकारियों ने, जर्मनी की एक अदालत द्वारा गुरूवार को सुनाए एक ऐतिहासिक फ़ैसले का स्वागत किया है जिसमें सीरिया के एक पूर्व गुप्तचर अधिकारी को मानवता के विरुद्ध अपराधों का दोषी क़रार दिया गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 संकट की पृष्ठभूमि में, वैश्विक स्तर पर बीमारियों के ख़तरों की बेहतर समीक्षा और उनसे निपटने में देशों की मदद करने के लिये जर्मनी की राजधानी बर्लिन में एक नए केंद्र को स्थापित किया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार को जर्मन संसद को सम्बोधित करते हुए आगाह करने के अन्दाज़ में कहा है कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिये, जिन वैश्विक समाधानों की ज़रूरत है, उसके लिये अन्तरारष्ट्रीय सहयोग की बहुत कमी है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि जर्मनी, चुनौतियों से भरे वर्ष 2020 के दौरान पूरे समय, एक भरोसेमन्द, दरियादिल और बहुपक्षवाद का एक असाधारण दोस्त रहा है. यूएन प्रमुख ने गुरूवार को, बर्लिन में राष्ट्रीय संसद की इमारत में, पत्रकार वार्ता में ये बात कही है.
जर्मनी के विदेश मन्त्री हाइको मास ने कहा है कि विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 ने यह बात उजागर कर दी है कि किस तरह हिंसा व टकरावों को सुलझाने के प्रयासों में अन्तरराष्ट्रीय सहयोग से नतीजे हासिल किये जाते हैं. उन्होंने मंगलवार को यूएन महासभा के 75वें सत्र में जनरल डिबेट के लिये पहले से रिकॉर्ड किये गए वीडियो सन्देश में माना कि अभी इस दिशा में एक लम्बा रास्ता तय करना है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि लीबिया में अनेक वर्षों से जारी संघर्ष के कारण मानवीय स्थिति ख़तरनाक हो गई है, लाखों आम लोगों को भारी तकलीफ़ों का सामना करना पड़ रहा है और वहाँ संघर्ष और भीषण होने के साथ-साथ तबाही भी बढ़ती जा रही है.
जर्मनी में हाले शहर में एक यहूदी उपासना स्थल के बाहर बुधवार को हुए हमले में दो लोगों की मौत हो गई है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस हमले को ग़ैर-यहूदीवाद का त्रासद प्रकटीकरण बताते हुए उसकी कड़े शब्दों में निंदा की है.