जलवायु व्यवधान

ज़ाम्बिया के पेम्बा ज़िले के एक प्राथमिक स्कूल में हाथ धोने के लिए बनाए गए स्थान पर बच्चे, अपने हाथ धो रहे हैं.
© UNICEF/Karin Schermbrucke

10 अफ़्रीकी देशों में, 19 करोड़ बच्चों पर जल-सम्बन्धी संकटों का जोखिम  

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) का एक नया विश्लेषण दर्शाता है कि अफ़्रीका में स्थित 10 देशों में क़रीब 19 करोड़ बच्चे, आपस में गुँथे हुए तीन जल-सम्बन्धी विशाल जोखिमों का सामना कर रहे हैं: अपर्याप्त जल, साफ़-सफ़ाई व स्वच्छता; सम्बन्धित बीमारियाँ; और जलवायु संकट.

अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं व लड़कियों के अधिकारों पर अभूतपूर्व जोखिम है.
© UNICEF Afghanistan

मानवाधिकार चुनौतियों से निपटने के लिए, नवीन सोच व निडर नेतृत्व का आहवान

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने मंगलवार को मानवाधिकार परिषद में अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा है कि मौजूदा दौर की जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए नवीन सोच और निडर राजनैतिक नेतृत्व की आवश्यकता होगी, ताकि समाधानों की तलाश की जा सके.

सोमालिया की एक महिला ने अपने 10 बच्चों के साथ मार्च 2022 में केनया के एक शरणार्थी शिविर में शरण ली.
© UNHCR/Charity Nzomo

हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका: विस्थापितों तक सहायता पहुँचाने के लिए 13.7 करोड़ डॉलर की अपील

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने आगाह किया है कि हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका में अब तक के सर्वाधिक गम्भीर और लम्बी अवधि से जारी सूखे से जूझ रहे लाखों लोगों तक, तत्काल जीवनरक्षक सहायता पहुँचाई जानी होगी. इस क्षेत्र ने लगातार छठे साल, वर्षा ऋतु में प्रवेश किया है लेकिन बारिश का कहीं कोई निशान नहीं है.

एक नौ वर्षीय लड़का अपनी माँ के साथ, बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए अपने घर के मलबे की सफ़ाई कर रहा है.
© UNICEF/Diego Ibarra Sánchez

भीषण संकटों से प्रभावित बच्चों के लिये 10 अरब डॉलर की सहायता अपील  

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने वर्ष 2023 के दौरान हिंसक टकरावों, कोविड-19 महामारी और चरम मौसम घटनाओं समेत अन्य संकटों से प्रभावित 17 करोड़ से अधिक लोगों तक राहत पहुँचाने के लिये 10 अरब 30 करोड़ डॉलर की सहायता धनराशि की पुकार लगाई है. सोमवार को जारी की गई इस अपील के तहत, 155 देशों में 11 करोड़ से अधिक बच्चों तक मदद पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है.

यूक्रेन में युद्ध के दौरान आन्तरिक रूप से विस्थापित होने वाले लोगों के लिये बनाए गए शिविर में कुछ बच्चे.
IOM/Ivan Riznyk

आन्तरिक विस्थापन संकट: 'वास्तविक प्रगति' के लिये नई यूएन योजना

हिंसक संघर्षों, टकरावों, आपदाओं, जलवायु व्यवधानों और अन्य त्रासदियों के कारण, अपने गृहभूमि में ही विस्थापित होने वाले लोगों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है. इस पृष्ठभूमि में, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने देशों की सीमाओं के भीतर विस्थापित होने वाले लोगों की सहायता और इस संकट का अन्त करने के लिये अपना नया कार्रवाई एजेण्डा प्रस्तुत किया है. 

कैमरून में विस्थापित बच्चे कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं.
© Education Cannot Wait/Daniel Beloumou

संकट-प्रभावित 22 करोड़ बच्चों को शिक्षा सम्बन्धी समर्थन की दरकार

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में चौंका देने वाले आँकड़े दर्शाते हैं कि संकट-प्रभावित स्कूली उम्र के ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ रही है जिन्हें शैक्षणिक समर्थन की आवश्यकता है. मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, ज़रूरतमन्द बच्चों की संख्या वर्ष 2016 में साढ़े सात करोड़ से बढ़कर अब 22 करोड़ 20 लाख हो गई है. 

यूएन शरणार्थी एजेंसी और साझीदार संगठन इथियोपिया में शरणार्थियों को सुरक्षित स्थान तक ले जा रहे हैं.
© UNHCR/Adelina Gomez Monteagud

पूर्वी अफ़्रीका में लाखों शरणार्थियों के लिये निराशाजनक भविष्य पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) और विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने आगाह किया है कि पूर्वी अफ़्रीका में भूख की मार झेल रहे लाखों विस्थापित परिवारों के लिये खाद्य असुरक्षा हालात और अधिक विकट होने की आशंका है. दुनिया भर में हिंसक टकरावों, जलवायु व्यवधानों और कोविड-19 के कारण सीमित संसाधनों पर भार बढ़ रहा है जबकि ईंधन व भोजन की क़ीमतों में उछाल से चुनौती और अधिक गहरी हो रही है. 

हावा गेम्स दाहाब गेबजेन्दा को एक लैंगिक विशेषज्ञ के रूप में कार्य करने का गहन अनुभव है.
Maimana El Hassan

टिकाऊ भविष्य के लिये महिलाओं को अग्रणी भूमिका निभानी होगी, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को ‘महिलाओं के दर्जे पर आयोग’ के 66वें सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा है कि विश्व के टिकाऊ भविष्य के लिये यह ज़रूरी है कि मार्गदर्शक के तौर पर महिलाओं व लड़कियों को कार्रवाई के केन्द्र में रखा जाए.

तुर्की में एक युवक को रोज़गार प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है.
© ILO/Berke Arakli

कोविड-19: महामारी से पुनर्बहाली के लिये, व्यक्ति-केन्द्रित उपायों की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कोविड-19 महामारी से पुनर्बहाली के मुद्दे पर आयोजित एक बैठक को सम्बोधित करते हुए, व्यक्ति-केन्द्रित उपायों को प्राथमिकता दिये जाने का आहवान किया है. उन्होंने कहा कि सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षा के वादे को साकार किया जाना होगा और लोगों को उपयुक्त व शिष्ट रोज़गार उपलब्ध कराए जाने होंगे.

कैनेडा के ब्रिटिश कोलम्बिया में कमलूप्स झील.
Unsplash/Louis Paulin

विश्व पर्यावरण दिवस: प्रकृति के घावों पर मरहम लगाने का समय

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जारी अपने सन्देश में, ‘पारिस्थितिकी तंत्र बहाली के यूएन दशक' की शुरुआत की घोषणा की है. उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि दुनिया, जैव-विविधता की क्षति, जलवायु व्यवधान और बढ़ता प्रदूषण, तीन पर्यावरणीय संकटों का सामना कर रही है, जिसके मद्देनज़र, यह प्रकृति को पहुँचाये गए नुक़सान की भरपाई करने का समय है.