इंटरनेट

ल्ली, भारत के बच्चे मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं
UNICEF/UN036675/Sharma

UNESCO: ऑनलाइन माध्यमों को नियमित करने के लिए दिशा-निर्देशों पर चर्चा

संयुक्त राष्ट्र के शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने ऑनलाइन माध्यमों को नियमित करने हेतु, वैश्विक दिशा-निर्देशों के मसौदे पर चर्चा के लिए पहली बार एक सम्मेलन आयोजित किया जो गुरूवार को पेरिस में सम्पन्न हुआ. सम्मेलन में ऑनलाइन माध्यमों पर झूठी जानकारी के फैलाव को देखते हुए, जानकारी प्राप्त करने और सूचना प्राप्ति के अधिकार को बनाए रखने का आहवान किया गया है.

स्कूलों में हिंसा और बदमाशी दुनिया भर में नज़र आती है और इसके कारण बड़ी संख्या में बच्चे और किशोर व्यापक रूप में प्रभावित होते हैं. इसमें साइबर बदमाशी भी शामिल है.
Unsplash/James Sutton

स्कूलों में बदमाशी के ख़िलाफ़ एकजुटता की ज़रूरत

स्कूलों में बढ़ती बदमाशी, साथियों को तंग करने व हिंसा जैसे मामलों की रोकथाम के लिये ठोस क़दम उठाना ज़रूरी हो गया है. बच्चों को शिक्षा का ऐसा सुरक्षित वातावरण मिलना बेहद आवश्यक है, जिससे वो अपने अनुभव साझा करने और आवश्यकता पड़ने पर मदद लेने में न हिचकिचाएँ. भारत में यूनेस्को के निदेशक, एरिक फॉल्ट और भारत की राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद -  NCERT के प्रोफ़ेसर हृषिकेश सेनापति का संयुक्त ब्लॉग.

जम्मू और कश्मीर में शुक्रवार की नमाज़ का एक दृश्य
©John Isaac

भारत से जम्मू कश्मीर में चिन्ताजनक मानवाधिकार स्थिति का तत्काल हल निकालने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त स्वतन्त्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने भारत सरकार और अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से जम्मू कश्मीर में आम आबादी के मानवाधिकारों का उल्लंघन जारी रहने की स्थिति पर ध्यान देने के लिये तुरन्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है. इन मानवाधिकार विशेषज्ञों ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म किये जाने का एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर ये पुकार लगाई है.

निगरानी के लिए टैक्नॉलजी पर निर्भरता से निजता के अधिकारों पर असर पड़ा है.
Unsplash/Ian Usher

निगरानी के लिए डिजिटल टैक्नॉलॉजी के अभूतपूर्व इस्तेमाल पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने देशों और व्यवसायों से आग्रह किया है कि डिजिटल टैक्नॉलॉजी का इस्तेमाल करते समय यह सुनिश्चित किया जाना ज़रूरी है कि इससे लोगों के शान्तिपूर्ण ढँग से एकत्र होने, अभिव्यक्ति की आज़ादी और सार्वजनिक मुद्दों में भागीदारी से सम्बन्धित बुनियादी अधिकारों का हनन ना हो.

संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग में अवर महासचिव ल्यू झेनमिन बर्लिन में बैठक को संबोधित करते हुए.
UN photo/Tobias Hofsass

टिकाऊ विकास के नज़रिए से अहम तकनीकों को बढ़ावा देना ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग (UNDESA) में अवर महासचिव ल्यू झेनमिन ने कहा है कि उन तकनीकों को प्राथमिकता दिया जाना बेहद आवश्यक है जो टिकाऊ विकास के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी हैं. उन्होंने जर्मनी की राजधानी बर्लिन में बुधवार को इंटरनेट गवर्नेंस फ़ोरम की एक बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही.

डिजिटल तकनीक आधारित अर्थव्यवस्था में विकासशील देश पिछड़ रहे हैं.
ITU/D. Procofieff

डिजिटल खाई बढ़ने और आपसी सहयोग की कमी से बढ़ेगी असमानता

संयुक्त राष्ट्र की व्यापार मामलों के संगठन (UNCTAD) ने अपनी एक नई रिपोर्ट में सचेत किया है कि डिजिटल तकनीक में अग्रणी और पीछे छूट रहे देशों के बीच चौड़ी होती खाई को अगर नहीं पाटा गया तो वैश्विक असमानता का रूप बदतर हो जाएगा. डिजिटल अर्थव्यवस्था पर पहली बार जारी रिपोर्ट दर्शाती है कि देशों को आपस में जोड़ने वाली डिजिटल अर्थव्यवस्था के फ़ायदों काो कैसे साझा किया जा सकता है.

डिजिटल सहयोग पर उच्चस्तरीय पैनल के सहअध्यक्ष जैक मा और मलिंडा गेट्स, यूएन महासचिव के साथ.
UN Photo/Mark Garten

बेहतर दुनिया के लिए 'समावेशी और सुरक्षित' हो डिजिटल तकनीक

संयुक्त राष्ट्र द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय पैनल की रिपोर्ट में डिजिटल सहनिर्भरता कायम करने और भविष्य में डिजिटल तकनीकों को सुरक्षित और समावेशी बनाने की अहमियत पर ज़ोर दिया गया है. यूएन पैनल की सहअध्यक्षता गेट्स फ़ाउन्डेशन की मलिंडा गेट्स और अलीबाबा कंपनी के कार्यकारी चेयरमैन जैक मा ने की और  'द ऐज ऑफ़ डिजिटल इंटरडिपेन्डेन्स’ रिपोर्ट को सोमवार को जारी किया गया. 

डिजिटल सहयोग पर उच्चस्तरीय पैनल की बैठक में हिस्सा लेते जैक मा और मलिंडा गेट्स.
UN Photo/Adam Kane

डिजिटल युग में साहसिक और अभिनव विचारों की आवश्यकता

डिजिटल दुनिया के कई बड़े नाम और नीति निर्धारकों की जिनिवा में इस सप्ताह हुई बैठक में अंतरराष्ट्रीय सायबर हमलों के बढ़ते ख़तरों से निपटने और डिजिटल तकनीक से होने वाले लाभ के प्रसार पर विमर्श हुआ है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने  कहा है कि डिजिटल युग को और समावेशी बनाने के लिए नए और साहसिक विचारों की ज़रूरत है.