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India

आईसीटी साक्षरता, शिक्षकों के लिये प्रमुख दक्षताओं में से एक के रूप में उभरी है, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के मद्देनज़र.
Vaibhav Gadekar

सतत विकास की कुंजी है शिक्षा

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने भारत में, वर्तमान स्थिति में, शिक्षा प्रणाली में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका के मद्दनेज़र, देश की शिक्षा की स्थिति पर 2021 की रिपोर्ट ‘स्टेट ऑफ द एजुकेशन रिपोर्ट’ (SOER) जारी की है. “शिक्षकों के बिना, कक्षा सम्भव नहीं" नामक यह रिपोर्ट, शिक्षकों, शिक्षण और शिक्षा पर विशेष ध्यान केन्द्रित करती है. एक वीडियो रिपोर्ट...

कोविड-19 के कारण ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों का स्कूल छोड़कर, बाल श्रम की ओर धकेले जाने का ख़तरा बढ़ गया है.
UN Photo/Martine Perret

बच्चों का भविष्य बचाने के लिये तात्कालिक कार्रवाई की आवश्यकता

भारत में अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की निदेशक, डागमार वॉल्टर ने ज़ोर देकर कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के दूरगामी प्रभावों से बच्चों की रक्षा करने और बाल मज़दूरी के क्षेत्र में हुई प्रगति को व्यर्थ होने से बचाने के लिये तत्काल कार्रवाई की ज़रूरत है.  

एक युवा बांग्लादेशी ट्रक चालक
World Bank/Scott Wallace

बांग्लादेश और भारत में परिवहन सम्पर्क - आय वृद्धि का सम्भावित स्रोत

विश्व बैन्क (World Bank) विशेषज्ञों का मानना है कि दक्षिण एशिया में स्थित, विभिन्न देशों के बीच मज़बूत परिवहन सम्पर्क स्थापित करने से ना सिर्फ़ सभी देशों को लाभ होगा, बल्कि स्थानीय लोगों की आय में भी बढ़ोत्तरी होगी. इस विषय पर, विश्व बैन्क में दक्षिण एशिया के लिये क्षेत्रीय एकीकरण निदेशक सेसिल फ्रुमेन,  परिवहन से जुड़े मामलों के लिये वरिष्ठ अर्थशास्त्री मातिआस हरेरा डप्पे, और निजी क्षेत्र विकास के लिये मुख्य विशेषज्ञ चार्ल्स कुनाका का संयुक्त ब्लॉग...

 कोविड के ख़िलाफ़ जंग में महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है.
UNICEF/Vinay Panjwani

भारत: कोविड से लड़ाई में, यूएन एजेंसियों की सक्रिय मदद

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में आई भारी तेज़ी का मुक़ाबला करने के लिये, अस्पतालों में क्षमता बढ़ाने और अहम चिकित्सा सामग्री की क़िल्लत को दूर किये जाने पर ज़ोर दिया है. दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में WHO की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि कोरोनावायरस संकट से जूझ रहे भारत के लिये, यह सर्वोपरि प्राथमिकता होनी चाहिये. इस बीच यूएन एजेंसियाँ भारत में चिकित्सा सामान की उपलब्धता व अन्य तरह की मदद मुहैया कराने में सक्रिय हैं.

UN News

आसान नहीं है राजनीति की डगर

भारत की राजधानी दिल्ली में विधानसभा की सदस्या, आतिशी का करियर शिक्षण से शुरू हुआथा, जिसने आगे जाकर ऐसा राजनैतिक मोड़ लिया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की काया-पलट ही हो गई.

आतिशी ने, अन्तरारष्ट्रीय महिला दिवस पर, महिलाओं के राजनीति में प्रतिनिधित्व व महिला अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर, यूएन न्यूज़ हिन्दी की अंशु शर्मा के साथ ख़ास बातचीत की...
 

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9'21"
UN News

राजनीति में ज़मीनी स्तर पर काम करना ज़रूरी - छवि राजावत

छवि राजावत, भारत के राजस्थान प्रदेश में, वर्ष 2010 से 2020 तक, राजधानी जयपुर के निकट एक गाँव सोडा की सरपंच रही हैं. सरपंच के रूप में काम करने के लिये, कॉर्पोरेट जगत का करियर छोड़ने वाली, छवि राजावत का मानना है कि ज़मीनी स्तर पर बदलाव लाने के लिये बुनियादी स्तर पर शुरू करना ज़रूरी है,  “अगर हम मूलभूत चीज़ों की बात करें, तो हम बच्चों से स्कूलों में पूछते हैं कि विपरीत शब्द बताओ. सफ़ेद का विपरीत शब्द क्या है – काला मानते हैं. और आप पूछें कि पुरुष का विपरीत शब्द क्या है – तो वो कहेंगे महिला. तो शुरूआती स्तर पर ही हम बहुत ग़लत चीज़ सिखा रहे हैं.

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16'47"
Vidyut Mohan

विद्युत मोहन: एक तीर से दो निशाने

भारत में सर्दी के मौसम में, खेतों में फ़सलों की उपज काटने के बाद बचे हुए पुआल और अन्य कचरे को खुले मैदानों में जला दिया जाता हैं. इससे प्रदूषण की समस्या पैदा होती है और साँस की बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है. 

भारत के एक युवा इंजानियर व अन्वेषक विद्युत मोहन ने इस समस्या के निदान के लिये एक ऐसी मशीन ईजाद की है, जिससे पुआल या पराली को उच्च तापमान में तपा कर चारकोल, खाद व ईंधन जैसी वस्तुओं में तब्दील किया जा सकता है. इससे प्रदूषण की समस्या तो हल होती ही है, किसान की आमदनी भी बढ़ती है. 

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7'56"
© UNICEF/Omar Albam

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन - 10 जुलाई 2020

10 जुलाई 2020 के इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...
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सभी को जल व स्वच्छता की सुलभता के लिए शुरू हुई एक नई व्यवस्था
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कोविड -19 महामारी के बीच आपराधिक समूह लगे हैं – 
धोखा-धड़ी व नक़ली सामान बेचने में, सावधान रहने की चेतावनी
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मानसिक स्वास्थ्य के प्रति नज़रिये में लाना होगा बदलाव, कहना है यूएन विशेषज्ञों का
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प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने की मुहिम में युवाओं की भागीदारी के लिए मुहिम

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संयुक्त राष्ट्र के डाक विभाग ने महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती के अवसर पर एक नया डाक टिकट जारी किया है. महात्मा गाँधी का जन्म दिन 2 अक्तूबर अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है.
UN

गाँधी@150:चिरजीवी अमन मशाल

2019 महात्मा गाँधी के जन्म का 150वाँ वर्ष है. यूएन मुख्यालय में भी इस अवसर पर 24 सितंबर को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना सहित अनेक अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने शिरकत की. इस विशेष बैठक को इन नेताओं ने संबोधित भी किया और गाँधी संदेश के ज़रिए अमन की मशाल को फिर से प्रज्ज्लित किया.