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इबोला

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में विस्थापित लोगों के लिये उत्तर कीवू में बनाए गए एक स्वास्थ्य केन्द्र में, मंकीपॉक्स से संक्रमित एक पाँच वर्षीय बच्चा.
© UNICEF/Piero Pomponi

WHO: विभिन्न प्रकोपों के मद्देनज़र, स्वास्थ्य प्रणालियाँ मज़बूत करने की आवश्यकता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने कहा है कि वर्तमान बीमारियों के प्रकोप, इस बात का संकेत हैं कि हर एक देश को, तत्काल अपनी स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियाँ मज़बूत करने की आवश्यकता है.

 काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य के एक गाँव में घर को संक्रामक रोगाणुओं से मुक्त करने की तैयारी की जा रही है.
WHO

2022 पर एक नज़र: इबोला और हैज़ा का प्रकोप, एमपॉक्स से आपात स्थिति, कोविड महामारी का ‘अन्त नहीं’

संयुक्त राष्ट्र ने फिर से आगाह किया है कि कोविड-19 महामारी अब भी वैश्विक चिन्ता का कारण बनी हुई है. इसी साल हैज़ा, इबोला और मंकीपॉक्स (नया नाम - एमपॉक्स) के रूप में स्वास्थ्य चुनौतियाँ उभरी, जिस पर नियंत्रण पाने के और आमजन के जीवन की रक्षा के लिये स्वास्थ्य और सहायता कर्मियों ने समन्वित प्रयास किए. यूएन के अनुसार वर्ष 2030 तक एचआईवी/एड्स को पूर्ण रूप से ख़त्म करने के लक्ष्य पर जोखिम है, लेकिन एक नई वैक्सीन से मलेरिया का अन्त होने की उम्मीद जगी है. 

युगाण्डा के कम्पाला शहर का एक दृश्य.
IMF/Esther Ruth Mbabazi

इबोला : परीक्षण के लिए उम्मीदवार वैक्सीन की ख़ुराकें, जल्द युगांडा भेजे जाने की योजना

युगांडा, घातक इबोला वायरस बीमारी के प्रकोप से गुज़र रहा है, और अब तक 141 पुष्ट मामले और 22 सम्भावित मामले सामने आए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को कहा कि अगले सप्ताह युगांडा में प्रस्तावित नैदानिक ​​परीक्षण के लिए तीन उम्मीदवार इबोला कि वैक्सीन के भेजे जाने कि उम्मीद है.

डीआरसी में इबोला क्वारण्टीन ज़ोन में जाने से पहले स्वास्थ्यकर्मी निजी बचाव पोशाक पहन रहे हैं.
World Bank/Vincent Tremeau

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य: इबोला वायरस के मामले की पुष्टि, संक्रमित की मौत

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) के पश्चिमोत्तर इक्वेट्योर प्रान्त में स्थित म्बान्डका शहर में इबोला के एक मामले की पुष्टि होने के बाद वहाँ बीमारी के प्रकोप की घोषणा कर दी गई है. वर्ष 2018 के बाद से प्रान्त में तीसरी बार इस बीमारी का मामला सामने आया है.

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के कलेमाई में लिंग आधारित हिंसा से बची एक महिला.
UNOCHA/Alioune Ndiaye

डीआरसी: इबोला के फैलाव के दौरान यौन शोषण के आरोप, ‘लोगों के साथ विश्वासघात’

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में संगठन के कुछ कर्मचारियों द्वारा कथित रूप से यौन दुर्व्यवहार और शोषण किये जाने के मामलों पर गहरा क्षोभ जताते हुए कहा है कि यह उन लोगों के साथ विश्वासघात है जिनकी हम सेवा करते हैं. एक नई जाँच रिपोर्ट के अनुसार इन मामलों को, डीआरसी में इबोला बीमारी के फैलाव के दौरान अंजाम दिया गया.

काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य के बेनी में स्वास्थ्यकर्मी द्वारा एक व्यक्ति को वैक्सीन दी जा रही है.
World Bank/Vincent Tremeau

इबोला से लड़ाई में कारगर वैक्सीन के वैश्विक भण्डारण की व्यवस्था

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ और मानवीय साझीदार संगठन घातक बीमारियों के ख़िलाफ़ लड़ाई में एक अहम पड़ाव पर पहुँच गए हैं. मंगलवार को इबोला वैक्सीन के लिये वैश्विक भण्डार स्थापित किये जाने की घोषणा की गई है जिससे भविष्य में इबोला बीमारी के फैलने की स्थिति में जोखिम झेल रहे जनसमूहों को समय रहते वैक्सीन की ख़ुराकें जल्द उपलब्ध करा पाना सम्भव हो सकेगा. 

डीआरसी के दूरदराज़ के इलाक़ों तक पहुँचना स्वास्थ्य टीमों के लिये चुनौतीपूर्ण था.
© UNICEF/UN0326757/V.TREMEAU

डीआर काँगो: इबोला के फैलाव पर पूरी तरह क़ाबू पाने में मिली सफलता 

काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य (डीआरसी) की सरकार ने देश में घातक इबोला वायरस का प्रकोप ख़त्म होने की घोषणा की है. सरकार ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य साझीदार संगठनों के समर्थन से पाँच महीने की जवाबी कार्रवाई के बाद  इस आशय की घोषणा की है.

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में यूएन महासचिव की विशेष प्रतिनिधि लैला ज़ेरोगी.
UN Photo/Eskinder Debebe

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य: राजनैतिक तबके से बदलाव की बयार के समर्थन की अपील

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख लैला ज़ेरोगी ने सुरक्षा परिषद को देश में हालात की जानकारी देते हुए बताया है कि हाल के दिनों में सकारात्मक प्रगति अगर आगे भी जारी रही तो देश की कायापलट करने और वहां स्थिरता लाने में मदद मिलेगी.  उन्होंने देश के राजनैतिक तबके से परिवर्तन की इस हवा को समर्थन देने का आह्वान किया है. 

अगस्त 2018 से अब तक तीन हज़ार मामले सामने आए हैं और दो हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.
UN Photo/Martine Perret

इबोला से मौतों का आंकड़ा चिंताजनक, रोकथाम के लिए निवेश पर ज़ोर

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) के पूर्वोत्तर हिस्से में वर्ष 2018 में इबोला वायरस नए सिरे से फैलना शुरू हुआ और तब से अब तक 850 बच्चे इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने बताया है कि इनमें से 600 बच्चों की अब तक मौत हो चुकी है. डीआरसी के पड़ोसी देश युगांडा में एक नौ साल की बच्ची के इबोला से संक्रमित होने का नया मामला सामने आया है.

इबोला को अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया जा चुका है.
WHO/Lindsay Mackenzie

इबोला संक्रमण के लगातार फैलने से सुरक्षा परिषद चिंतित

कॉंगो लोकतांत्रिक गणराज्य में इबोला बीमारी के नए मामले लगातार सामने आने पर शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गहरी चिंता ज़ाहिर की है. सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने व्यापक रूप से बीमारी से निपटने के लिए समन्वित और तत्काल प्रयासों पर ज़ोर देते हुए कहा है कि अगर इस पर क़ाबू नहीं पाया गया तो पड़ोसी देशों में संक्रमण फैलने के गंभीर मानवीय नतीजे होंगे जिससे क्षेत्रीय स्थिरता पर भी प्रभाव पड़ेगा.