वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

हृदय रोग

औद्योगिक रूप से निर्मित ट्राँस फ़ैट आम तौर पर पैकेट में आने वाले खाद्य पदार्थों, पकाई गई सामग्री, खाना पकाने के तेल समेत अन्य वस्तुओं में पाए जाते हैं.
© Unsplash/Viktor Forgacs

खाद्य पदार्थों में ‘ज़हरीले रसायन’ ट्रांस फ़ैट के पूर्ण उन्मूलन पर बल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आगाह किया है कि खाद्य पदार्थों में ‘ज़हरीले रसायन’ ट्राँस फ़ैट के इस्तेमाल को पूर्ण रूप से ख़त्म करने की दिशा में हाल के वर्षों में प्रगति दर्ज की गई है, मगर अब भी पाँच अरब लोग इसके हानिकारक प्रभावों और उनसे बचाव उपायों के दायरे से बाहर हैं. इस स्थिति में लोगों के लिए, हृदय रोग और असामयिक मौत होने का जोखिम बढ़ जाता है.

इण्डोनेशिया के जयापुरा में एक स्वास्थ्यकर्मी महिला के रक्त में शुगर की जाँच करते हुए.
UNICEF/Shehzad Noorani

ग़ैर-संचारी बीमारियों की रोकथाम के लिये सर्वोत्तम उपायों में निवेश पर बल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि निम्न- और निम्नतर से मध्य आय वाले देशों में प्रति वर्ष, प्रति व्यक्ति एक डॉलर से भी कम अतिरिक्त निवेश करके, वर्ष 2030 तक लगभग 70 लाख मौतों की रोकथाम की जा सकती है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने ग़ैर-संचारी बीमारियों की रोकथाम व उपचार के नज़रिये से, तत्काल उपाय किये जाने पर बल दिया है. 

पर्यावरणीय कारणों से अक्सर स्वास्त्य पर दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं.
© CIAT/Neil Palmer

पर्यावरणीय जोखिमों के स्वास्थ्य दुष्प्रभावों से निपटने के लिये कार्रवाई का पुलिन्दा

संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों ने एक साथ मिलकर 500 कार्रवाई उपायों का एक नया सार-संग्रह (compendium) तैयार किया है जिसका उद्देश्य पर्यावरणीय जोखिमों से होने वाली मौतों व बीमारियों में कमी लाना है. 

पिछले तीन दशकों में हाइपरटेन्शन की अवस्था में रहने वाले लोगों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है.
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हाइपरटेन्शन की अवस्था वाले 70 करोड़ लोगों को नहीं मिल पा रहा इलाज

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि 30-79 वर्ष आयु वर्ग में हाइपरटेन्शन - उच्च या बढ़ा हुआ रक्तचाप – की अवस्था वाले वयस्कों की संख्या पिछले 30 वर्षों में 65 करोड़ से बढ़ कर एक अरब 28 करोड़ पहुँच गई है. इनमें से 70 करोड़ लोगों को इस स्वास्थ्य समस्या का इलाज उपलब्ध नहीं है.

इण्डोनेशिया के जयापुर में एक स्वास्थ्यकर्मी महिला के रक्त में शर्करा की जाँच करते हुए.
UNICEF/Shehzad Noorani

ग़ैर-संचारी बीमारियों के कारण पहले की तुलना में ज़्यादा संख्या में मौतें 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का एक नया अध्ययन दर्शाता है कि दुनिया में मौतों की 10 प्रमुख वजहों में से 7 के लिये ग़ैर-संचारी रोग ज़िम्मेदार हैं. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक पिछले दो दशकों में यह आँकड़ा तेज़ी से बढ़ा है और हृदय रोग अब भी विश्व में सबसे बड़ी संख्या में मौतों का कारण है.