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हिरासत केंद्र

लीबिया के एक हिरासत केंद्र में निजेर का एक 14 वर्षीय प्रवासी बच्चा.
© UNICEF/Alessio Romenzi

कोविड-19: हिरासत केन्द्रों से रिहा हुए 45 हज़ार बच्चे, ‘अनुकूल न्याय समाधान सम्भव’

वैश्विक महामारी कोविड-19 की शुरुआत से अब तक, 45 हज़ार से अधिक बच्चे, हिरासत केन्द्रों से रिहा किये गए हैं और अब या तो वे अपने परिवार के साथ या किसी अन्य उपयुक्त माहौल में जीवन जी रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने अपने नए विश्लेषण में, बच्चों को हिरासत में रखे जाने पर रोक लगाने का आहवान करते हुए, नाबालिगों के लिये न्याय प्रक्रिया में सुधार की मांग की है.  

वोनसान शहर में साइकिल चलाती एक महिला. (फ़ाइल फ़ोटो)
OCHA/David Ohana

उत्तर कोरिया: हिरासत में रखी गई महिलाओं की व्यथा को बयाँ करती नई रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (OHCHR) द्वारा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया (उत्तर कोरिया) छोड़कर जाने वाली और फिर देश को लौटने के लिये मजबूर की गईं ऐसी महिलाओं के बारे में विस्तृत जानकारी मुहैया कराई गई है जिन्हें यातना देने, उनके साथ यौन हिंसा व बुरा बर्ताव करने के अलावा उनके अन्य मानवाधिकारों का उल्लंघन किया गया.

मध्य अफ़्रीकी गणराज्य के बांगी में एक जेल में क़ैदी अपने परिजनों से मिल रहे हैं.
MINUSCA

कोविड-19: बन्दियों की सुरक्षा के लिए पुख़्ता स्वास्थ्य उपायों की पुकार

संयुक्त राष्ट्र की कई एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों ने वैश्विक महामारी से उपजे हालात में हिरासत कन्द्रों और अन्य बन्दीगृहों में रह रहे क़ैदियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति गहरी चिन्ता जताई है. बुधवार को जारी एक साझा बयान में उन्होंने देशों से इस घातक वायरस से बन्दियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय अपनाने की पुकार लगाई है.