वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

हिरासत

यमन के मारिब में विस्थापित लोगों में राशन वितरित करने के लिए तैयारी की जा रही है.
© WFP/Abdullah Al-Garadi

यमन: मनमाने ढंग से हिरासत में रखे गए सहायताकर्मियों की तत्काल रिहाई की अपील

यमन में हूथी लड़ाकों ने एक वर्ष पहले जून में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, ग़ैर-सरकारी व नागरिक समाज संगठनों और रायनयिक मिशन में सेवारत कर्मचारियों को मनमाने ढंग से हिरासत में ले लिया था. यूएन महासचिव ने सोमवार को अपने सन्देश में उन्हें तत्काल, बिना किसी शर्त के रिहा किए जाने की अपील फिर दोहराई है.

यमन में संयुक्त राष्ट्र की इमारत में यूएन ध्वज को आधा फहराया जा रहा है.
UNMHA

यमन: हिरासत में रखे गए WFP कर्मचारी की मौत, जवाबदेही तय किए जाने की मांग

यमन में हूथी लड़ाकों की हिरासत में विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के एक कर्मचारी की मौत होने के बाद संयुक्त राष्ट्र के सभी कार्यालयों में ध्वजों को इस सप्ताह के लिए आधा झुका दिया गया है. यमन के एक बड़े हिस्से पर हूथी विद्रोहियों का क़ब्ज़ा है और उन्होंने पिछले महीने अहमद को मनमाने ढंग से हिरासत में लिया था. यूएन महासचिव ने इस घटना को त्रासदीपूर्ण क़रार दिया है और दोषियों की जवाबदेही तय किए जाने का आग्रह किया है.

इसराइली सैन्य बलों की वापसी के बाद ख़ान यूनिस शहर, जहाँ लड़ाई में भारी बर्बादी हुई है.
© UNOCHA/Themba Linden

इसराइली सेना, फ़लस्तीनियों को अज्ञात हिरासत में रखने पर विवादों के घेरे में

बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में आरोप सामने आए हैं कि इसराइली अधिकारियों ने, ग़ाज़ा में अक्टूबर (2023) में युद्ध भड़कने के बाद से हज़ारों फ़लस्तीनियों के साथ कथित तौरक पर उत्पीड़न का बर्ताव किया है और रिपोर्ट में मानवाधिकार उल्लंघन के ऐसे गम्भीर मामले दर्ज किए गए हैं, जिन्हें उत्पीड़न माना जा सकता है.

रूसी महासंघ में मानवाधिकार हनन मामलों की पड़ताल के लिए विशेष रैपोर्टेयर मरियाना कात्ज़ारोवा, जिनीवा में मानवाधिकार परिषद को सम्बोधित कर रही हैं.
UN News/Dominika Tomaszewska-Mortimer

रूस: 'मानवाधिकारों के लिए बिगड़ती स्थिति', व्यापक सुधार लागू किए जाने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ने सचेत किया है कि पिछले वर्ष, यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से अब तक, रूसी महासंघ में मानवाधिकारों के लिए स्थिति और भी ख़राब हुई है.

यूएन मानवाधिकार विशेषज्ञ ने कारागार में जीएन साईबाबा के स्वास्थ्य के प्रति गहरी चिन्ता व्यक्त की है. (फ़ाइल)
Unsplash/R.D. Smith

भारत: जीएन साईबाबा को हिरासत में रखा जाना, एक 'अमानवीय व बेतुका कृत्य'

संयुक्त राष्ट्र की एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ने भारत के दिल्ली विश्वविद्यालय में पूर्व प्रोफ़ेसर जीएन साईबाबा को लगातार हिरासत में रखे जाने को बेतुका और शर्मनाक कृत्य क़रार देते हुए उन्हें रिहा किए जाने का आग्रह किया है. 

नए अध्ययन के मुताबिक बड़ी संख्या में क़ैदियों को मुक़दमे की कार्रवाई के बग़ैर हिरासत में रका जा रहा है.
Unsplash/Matthew Ansley

कोविड-19 काल में जेलों में भीड़भाड़, बन्दियों की जान पर जोखिम

मादक पदार्थों एवं अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) का एक नया अध्ययन दर्शाता है कि विश्व भर में, हर तीन में से एक क़ैदी को बिना मुक़दम चलाए या अदालत द्वारा दोषी पाए बिना ही, बन्दीगृह में रखा जा रहा है. 

एक जेल का दृश्य
© UNICEF/Rajat Madhok

ईरान: राजनैतिक क़ैदी को, चिकित्सा आधार पर, रिहा करने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने मंगलवार को ईरान सरकार से राजनैतिक कार्यकर्ता मोहम्मद नूरीज़ाद को तत्काल रिहा किये जाने का आग्रह किया है. ख़बरों के अनुसार, उपयुक्त चिकित्सा देखभाल के अभाव में, मोहम्मद नूरीज़ाद के  गम्भीर स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार होने, यहाँ तक कि, उनकी मृत्यु होने की भी आशंका जताई गई है.

सीरिया के अलेप्पो शहर के पूर्वी इलाक़े में एक ध्वस्त इमारत. आरोप हैं कि इस इलाक़े में रासायनिक हथियारों का प्रयोग किया गया. (फ़ाइल फ़ोटो)
OCHA/Halldorsson

सीरिया: जेलों में बन्द लाखों आम लोगों का भाग्य अब भी अनिश्चित

संयुक्त राष्ट्र के जाँचकर्ताओं ने कहा है कि सीरिया में गृहयुद्ध को 10 वर्ष से भी अधिक समय हो चुका है, लेकिन अब भी वहाँ की कुख्यात जेलों या बन्दीगृहों में रखे गए, लाखों आम लोगों का भविष्य और भाग्य स्पष्ट नहीं है.

अफ़ग़ानिस्तान के हेरात में एक महिला क़ैदी खिड़की के पास खड़ी है.
© UNICEF/Sebastian Rich

महिला क़ैदियों की संख्या वृद्धि और कोविड-19 के बचाव उपाय - सज़ा हुई और सख़्त

विश्व भर में सात लाख से ज़्यादा महिलाएँ जेलों में बन्द हैं और पुरुष क़ैदियों की तुलना में उनकी संख्या तेज़ी से बढ़ रही है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कोविड-19 महामारी के दौरान हिरासत में रखे जाने के हालात और महिला बन्दियों की सुरक्षा के उपायों पर गुरूवार को एक चर्चा के दौरान यूएन मानवाधिकार कार्यालय ने सचेत किया है कि जेलों में भीड़-भाड़ बढ़ने से गम्भीर नुक़सान हुआ है. 

 

यूएन शरणार्थी एजेंसी के मिशन प्रमुख ज्यां-पॉल कैवेलिएरी ने स्थानीय अधिकारियों और शरणार्थियों तजोरा हिरासत केंद्र पर मुलाक़ात की.
UNHCR/Mohamed Alalem

लीबिया: हिरासत में रखे गए शरणार्थियों और प्रवासियों को रिहा करने की अपील

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी और यूएन प्रवासन एजेंसी के प्रमुखों ने लीबिया में हिरासत में रखे गए साढ़े पांच हज़ार से ज़्यादा शरणार्थियों और प्रवासियों को रिहा करने की अपील की है. यूएन अधिकारियों ने एक साझा बयान में हिरासत केंद्रों से लोगों को व्यवस्थित ढंग से रिहा करने की और उनके मानवाधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है.