घाना

घाना के अस्पताल में एक नर्स, दो साल की कैंसर पीड़ित बच्ची की नब्ज़ जाँच रही हैं.
WHO/Ernest Ankomah

ग़ैर-संचारी रोगों का मुक़ाबला करने की पहल का स्वागत

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने डायबिटीज़, कैंसर, हृदय और फेफड़ों से सम्बन्धित बीमारियों जैसे ग़ैर-संचारी रोगों से होने वाली मौतों में कमी लाने की ख़ातिर, दुनिया की फिर से पटरी पर वापसी के लिये, राष्ट्राध्यक्षों और सरकार अध्यक्षों का एक समूह गठित किये जाने का स्वागत किया है. 

घाना की ब्रिगेडियर जनरल इमेफ़ा ऐडजीनी-अफ़ेनू, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न शान्तिरक्षा मिशनों में काम किया.
UN Photo

महिला ब्रिगेडियर जनरल इमेफ़ा ऐडजीनी-अफ़ेनू को श्रद्धांजलि

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, शान्तिरक्षा में अहम योगदान करने वाली महिला ब्रिगेडियर जनरल इमेफ़ा ऐडजीनी-अफ़ेनू को एक वास्तविक अग्रदूत (Pioneer) क़रार दिया है. ब्रिगेडियर जनरल इमेफ़ा का इस सप्ताह उनके अपने देश घाना में निधन हो गया था.

भारत में यूनीसेफ़ की प्रतिनिधि डॉक्टर यासमीन अली हक़ ने महाराष्ट्र राज्य के पुणे में स्थित वैक्सीन उत्पादन प्लान्ट का दौरा किया.
©UNICEF/UN0421500/Krishnan

कोविड-19: 'ऐतिहासिक' चरण – कोवैक्स के तहत भारत से वैक्सीन ख़ुराकें रवाना 

संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाली ‘कोवैक्स पहल’ के तहत, भारत से कोरोनावायरस वैक्सीनों की खेप, घाना सहित अन्य ज़रूरतमन्द देशों के लिये, रवाना किये जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की भारत में प्रतिनिधि डॉक्टर यासमीन अली हक़ ने कोवैक्स वैक्सीन वितरण की शुरुआत को ऐतिहासिक क़रार देते हुए इसे, कोविड-19 महामारी पर क़ाबू पाने की दिशा में लिया गया एक बड़ा क़दम बताया है. 

घाना की राजधानी अकरा में कोटोका अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविड-19 टीकों की पहली खेप पहुँची.
© UNICEF/Francis Kokoroko/COVAX

कोविड-19: कोवैक्स के तहत वैक्सीन की ऐतिहासिक खेप पहुँची घाना

कोविड-19 महामारी पर क़ाबू पाने के प्रयासों के तहत, जीवनरक्षक कोरोनावायरस वैक्सीन की छह लाख ख़ुराकों की खेप, घाना पहुँच गई है. ऑक्सफ़र्ड यूनिवर्सिटी और ऐस्ट्राज़ेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन के इन टीकों की आपूर्ति, संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में कोवैक्स पहल के अन्तर्गत पहली बार किसी देश में की गई है. इस उपलब्धि को ऐतिहासिक बताया गया है. इस पहल का लक्ष्य, सभी ज़रूरतमन्द देशों तक, कोविड-19 वैक्सीन का न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करना है.