वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

ग्रीनहाउस गैस

दुनिया भर में, हानिकारक गैसें, वातावरण में निरन्तर जारी हो रही हैं.
© Unsplash/Ehud Neuhaus

WMO: ग्रीनहाउस गैस के बढ़ते उत्सर्जनों का 'कोई अन्त नज़र में नहीं'

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2022 के दौरान ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गया और इस बढ़ते चलन का कोई अन्त नज़र नहीं आता है.

जलवायु परिवर्तन के लिए जीवाश्म ईंधनों का इस्तेमाल एक बड़ा कारण है.
© Unsplash/Viktor Lysenko

जलवायु लक्ष्यों को पाने के लिए, बीता जा रहा है समय - नई यूएन रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि पेरिस जलवायु समझौते में वैश्विक तापमान वृद्धि पर नियंत्रण के लिए जिन दीर्घकालिक लक्ष्यों को स्थापित किया गया था, दुनिया उन्हें हासिल करने के रास्ते से दूर है. इसके मद्देनज़र, यूएन विशेषज्ञों ने निर्णायक क़दम उठाए जाने पर बल दिया है.

बुरुंडी के गटुम्बा में बाढ़ के पानी के बीच से जाता एक व्यक्ति. इस इलाक़े में जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा अप्रत्याशित होती जा रही है.
© UNICEF/Karel Prinsloo

वैश्विक तापमान, अगले 5 वर्षों में रिकॉर्ड तोड़ मार्ग पर: WMO

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने बुधवार को जारी एक नई रिपोर्ट में कहा है कि गर्मी को समाहित करने वाली ग्रीनहाउस गैसों और प्राकृतिक अल नीनो मौसम स्थिति के कारण, अगले पाँच वर्षों में वैश्विक तापमान में रिकॉर्ड स्तर की वृद्धि होने की सम्भावना है.

दुनिया भर में कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुई आर्थिक मन्दी के बावजूद कार्बन डाइऑक्साइड के स्तरों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है.
Unsplash/Johannes Plenio

ग्रीनहाउस गैसों की सतत निगरानी के लिए, यूएन मौसम विज्ञान एजेंसी की योजना

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में एक योजना पर देशों की सरकारें और अन्तरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय गम्भीरतापूर्वक विचार कर रहे हैं. इस योजना से, वातावरण को प्रदूषित करने वाली ग्रीनहाउस गैसों का आकलन करने और स्थिति में बेहतरी लाने के उपायों को चिन्हित करने में मदद मिलने की आशा है.

 वर्ष 1980 के बाद से, हर एक दशक, उससे पहले के दशक की तुलना में, गर्म रहा है.
WMO/Paul Strauss

WMO: वर्ष 2022, सर्वाधिक गर्म वर्षों के क्रम में शामिल

विश्व मौसम संगठन (WMO) ने गुरूवार को कहा है कि वर्ष 2022, पाँचवा या छठा सर्वाधिक गर्म साल रहा है. इस ताज़ा जानकारी से इन चिन्ताओं को बल मिला है कि इससे पेरिस समझौते की 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा के उल्लंघन की सम्भावना "समय के साथ बढ़ रही है".

मिस्र के शर्म अल-शेख़ में कॉप27 जलवायु सम्मेलन के दौरान, प्रदर्शनकारी मुआवज़े की माँग कर रहे हैं.
UN News/Laura Quinones

2022 पर एक नज़र: वैश्विक उथलपुथल के बीच, जलवायु समझौतों के लिये यूएन के अनवरत प्रयास

विनाशकारी चरम मौसम घटनाओं के लिये मानव गतिविधियों के ज़िम्मेदार होने के ठोस साक्ष्यों के बावजूद, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जनों में वृद्धि इस वर्ष भी जारी रही. संयुक्त राष्ट्र ने गहराते जलवायु संकट के मद्देनज़र, पर्यावरण संरक्षण को अन्तरराष्ट्रीय एजेंडा में ऊपर रखा, और महत्वपूर्ण सम्मेलनों के दौरान, वित्त पोषण, जैवविविधता व महासागरों की रक्षा के लिये प्रयासों को मज़बूती देने पर सहमति बनी.

कैनेडा के एक जंगल में आग.
Unsplash/Landon Parenteau

जलवायु संकट: ग़लत दिशा में आगे बढ़ रही है दुनिया, नई रिपोर्ट में चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और साझीदार संगठनों की एक नई रिपोर्ट में स्पष्ट शब्दों में एक गम्भीर चेतावनी जारी करते हुए कहा गया है कि जलवायु विज्ञान स्पष्टता से दर्शाता है कि मानवता ग़लत दिशा में आगे बढ़ रही है. रिपोर्ट के अनुसार आकाँक्षाओं और वास्तविकताओं के बीच की विशाल खाई है और महत्वाकाँक्षी कार्रवाई के अभाव में जलवायु परिवर्तन के विनाशनकारी सामाजिक-आर्थिक प्रभाव होंगे.

मंगोलिया के उलानबाटर में कोयला-चालित बिजली संयंत्रों में उत्सर्जन से वायु प्रदूषण
ADB/Ariel Javellana

प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की दोहरी चुनौती, ‘जलवायु दण्ड’ के जोखिम में वृद्धि

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने अपनी एक नई रिपोर्ट में आगाह किया है कि ताप लहरों की आवृत्ति, गहनता और अवधि बढ़ने से ना केवल इस सदी में जंगलों में आग लगने की घटनाएँ बढ़ेंगी, बल्कि वायु गुणवत्ता भी बद से बदतर हो जाने की आशंका है. यूएन एजेंसी बुधवार, 7 सितम्बर, को ‘नीले आकाश के लिये स्वच्छ वायु का अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर मानव स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्रों के लिये बढ़ते जोखिम के प्रति ध्यान आकृष्ट किया है. 

अमेरिका के कुछ हिस्सों में जंगल की आग फैलने से, सैन फ्रांसिस्को का आकाश.
© Unsplash/Patrick Perkins

जलवायु संकट: दुनिया, तापमान वृद्धि की 1.5 डिग्री सेल्सियस सीमा के क़रीब

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अगले पाँच वर्षों में औसत वैश्विक तापमान के पूर्व-औद्योगिक काल के स्तर से, 1.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर पहुँच जाने की सम्भावना लगभग 50 फ़ीसदी तक पहुँच गई है, और यह आशंका समय के साथ बढ़ती जा रही है.  

 वर्ष 1980 के बाद से, हर एक दशक, उससे पहले के दशक की तुलना में, गर्म रहा है.
WMO/Paul Strauss

जलवायु परिवर्तन: वर्ष 2021, सात सर्वाधिक गर्म वर्षों की सूची में शामिल

विश्व मौसम संगठन (WMO) ने बुधवार को कहा है कि वर्ष 2021, रिकॉर्ड में दर्ज सात सर्वाधिक गर्म वर्षों की सूची में शामिल हो गया है. साथ ही वर्ष 2021, लगातार सातवाँ ऐसा वर्ष रहा जिस दौरान वैश्विक तापमान, पूर्व - औद्योगिक स्तर की तुलना में, एक डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर रहा.